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न्यूज़क्लिक डेस्क

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  • Deepika Kumari
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता: लक्ष्य भेदती औरत...
    04 Jul 2021
    तीरंदाज़ दीपिका कुमारी ने इतिहास रचा है। विश्व कप के तीसरे चरण में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की स्टार तीरंदाज़ दीपिका कुमारी एक बार फिर विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर हैं। रांची की रहने वाली इस 27…
  • ‘इतवार की कविता’ : यह सदी किसके नाम
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    ‘इतवार की कविता’ : यह सदी किसके नाम
    06 Jun 2021
    “अन्न का उजाला”, एक शानदार रूपक है। जिसे रचा है वरिष्ठ कवि और संस्कृतिकर्मी शोभा सिंह ने और जिसके जरिये उन्होंने सत्ता द्वारा रचे गए आज के अंधेरे को रेखांकित किया है, उसे चुनौती दी है। वह कहती हैं-“…
  • आएंगे सरदारजी...
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    'इतवार की कविता' : आएंगे सरदारजी...
    06 Jun 2021
    सरदारजी यहां कोई रूपक नहीं हक़ीक़त हैं। यक़ीन न हो तो किसी गुरुद्वारे में चले जाइए, किसान आंदोलन में जाकर देख लीजिए। पूछ लीजिए उनसे जिन्होंने ‘ऑक्सीजन लंगर’ में सांसें पाईं हैं। ‘इतवार की कविता’ में…
  • एक बूढ़े पेड़ की प्रार्थना  
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    एक बूढ़े पेड़ की प्रार्थना  
    05 Jun 2021
    “सुनो...बाढ़ की चेतावनी जारी हो चुकी है”। आज 5 जून, पर्यावरण दिवस पर विशेष
  • दुख
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता: नकली दुखी आदमी की आवाज़ में टीन का पत्तर बजता है
    23 May 2021
    कविता ऐसी ही होती है समय के पार। कवि ऐसा ही होता है जैसे वीरेन डंगवाल, जो समय के आर-पार देख सकता है। तभी तो उनकी सन् 1976 की कविता 2021 में हूबहू हमारे सामने आकर खड़ी हो जाती है। और हम एकटक उसे देखते…
  • कार्टून
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    राजा नंगा है तो नंगा ही कहना
    16 May 2021
    “हत्याओं को भूलकर भी मौत नहीं कहना/ क्योंकि मरना तो तुमको भी है/ और हत्या तो तुम्हारी भी होगी…” यह हमारे आज के दौर की सच्चाई है, जिसे बहुत ही बेबाकी से व्यक्त किया है कवि-पत्रकार भाषा सिंह ने अपनी…
  • कोरोना
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    'आज कौन?' 'आज कितने?'
    16 May 2021
    'आज कौन?' 'आज कितने?', कोरोना काल में अब यह रोज़ का सवाल हो गया है। हर नई सुबह नए सदमे लेकर आ रही है...लेकिन फिर भी “हम लड़ते रहेंगे कि/ मिले हर किसी को/ उसके हक़ की ख़ुशहाल ज़िंदगी/ और उसके हिस्से की…
  • इतवार की कविता : मिलते रहा करो!
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : मिलते रहा करो!
    25 Apr 2021
    ‘इतवार की कविता’ में आज पढ़ते हैं एक ऐसी कविता जो आज इस महामारी के दौर में बेहद मौज़ूं है। हालांकि ये कविता कहती है कि ‘मिलते रहा करो’, जबकि कोरोना नाम की ये बीमारी एक दूसरे को अलग करती है, आइसोलेशन…
  • CEL के विनिवेश के खिलाफ़ कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन जारी!
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    CEL के विनिवेश के खिलाफ़ कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन जारी!
    10 Apr 2021
    सीईएल के कर्मचारी 15 मार्च से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैैं और उनके कारखाने के बाहर हो रहा विरोध प्रदर्शन ज़ोर पकड़ कर रहा है। कर्मचारी विनिवेश की प्रक्रिया का क्यों कर रहे है विरोध और क्या है उनकी…
  • Qazi Nazrul Islam
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    काज़ी नज़रूल इस्लाम: ...अगर तुम राधा होते श्याम
    28 Mar 2021
    होली के रंग फ़ज़ाओं में हैं। और बंगाल में चुनाव की जंग भी जारी है। इस सबके बीच याद रहे हैं नज़रूल इस्लाम। आइए ‘इतवार की कविता’ में पढ़ते हैं नज़रूल की अलग-अलग रंग की कविताएं।
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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License