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न्यूज़क्लिक डेस्क

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  • इतवार की कविता
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    चलो ख़ुद से मुठभेड़ करते हैं...
    07 Jun 2020
    ‘इतवार की कविता’ में पढ़ते हैं वरिष्ठ कवि और संस्कृतिकर्मी शोभा सिंह की कविता- “अरबन-नक्सल”, जिसमें वह ख़ुद से मुठभेड़ के बहाने न केवल भीतर को टटोलती हैं, बल्कि बाहर को भी खंगालती हैं और ज्वलंत…
  • irshad
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    काश! ये आँखें धंस जातीं हमारे हुक्मरानों की आँखों में, उनके ज़ेहन में
    31 May 2020
    ‘इतवार की कविता’ में पढ़तें हैं कवि-पत्रकार भाषा सिंह की वे दो ख़बरें जो कविता की तरह बयान हुईं। दरअसल हमारे दौर की, इस कोराना काल और लॉकडाउन संकट की ये दिल दहलाने वाली सच्चाइयां किसी एक ख़बर या…
  • Eid mubarak
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    ईद मुबारक...आइए हाथ उठाएँ हम भी, हम जिन्हें रस्म-ए-दुआ याद नहीं...
    25 May 2020
    “आइए अर्ज़ गुज़ारें कि निगार-ए-हस्ती/ज़हर-ए-इमरोज़ में शीरीनी-ए-फ़र्दा भर दे…” ईद उल-फ़ित्र के इस मुबारक मौके पर आइए पढ़ते हैं मशहूर शायर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की नज़्म ‘दुआ’।
  • Mothers Day
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    माँ पर नहीं लिख सकता कविता!
    10 May 2020
    कहते हैं आज माँ का दिन है। वैसे तो हर दिन माँ का होता है और सच तो यही है कि माँ की बदौलत हमने ‘दिन’ देखा। लेकिन कहते हैं कि आज ख़ास दिन है, आज ‘मदर्स डे’ है, तो मान लेते हैं। और ‘इतवार की कविता’ में…
  • violence
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    उसने गोली चलाई और कहा, 'सर जी! हालात कंट्रोल में हैं'…
    01 Mar 2020
    दिल्ली में हुई दर्द और नफ़रत से भरी हिंसा और दिल्ली पुलिस की भूमिका पर लगे सवालिया निशान के बीच, हम आपके बीच साझा कर रहे हैं शाहबाज़ रिज़वी की एक ग़ज़ल, और इदरीस बाबर की एक नज़्म।
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    सुना है जंगलों का भी कोई दस्तूर होता है…
    26 Feb 2020
    दिल्ली में ढाई महीने से चल रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर जो हमले किए गए हैं, जिस तरह की दर्दनाक हिंसा हुई है, इस माहौल में हमें पाकिस्तानी शायरा ज़ेहरा निगाह की यह नज़्म पढ़नी चाहिए।
  • shaheen bagh
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : आप अंधे, गूंगे, बहरे हैं...
    02 Feb 2020
    नागरिकता क़ानून का विरोध कर रहे नागरिकों को धर्म के आधार पर बाँटने की राजनीति हो रही है। इस नफ़रत के दौर में हम आपके बीच साझा कर रहे हैं शहबाज़ रिज़वी की नज़्म "हम मिट्टी से बने हैं साथी..."
  • republic day
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : साहिर लुधियानवी की नज़्म 26 जनवरी
    26 Jan 2020
    भारत के 71वें गणतंत्र दिवस पर हम आपके साथ साझा कर रहे हैं साहिर लुधियानवी की नज़्म '26 जनवरी'।
  • savitribai phule
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    सावित्रीबाई फुले : शिक्षा और समाज की लड़ाई लड़ने वाली जाँबाज़ महिला
    03 Jan 2020
    देश की पहली महिला शिक्षिका, कवि और महिलाओं के लिए विद्यालय की स्थापना करने वाली सावित्रीबाई फुले की आज 189वीं जयंती है।
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    कार्टून क्लिक : आख़िर कब तक…
    04 Dec 2019
    बलात्कार की घटनाएं किसी भी सूरत रुक नहीं रही हैं। कितने आँसू, कितने प्रदर्शन, कितनी मोमबत्तियां?
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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License