NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu

राज वाल्मीकि

Primary tabs

  • All(active tab)
  • Articles
  • Videos
  • Interviews
  • विचार: मनुवादी नहीं संविधानवादी बनने की ज़रूरत
    राज वाल्मीकि
    विचार: मनुवादी नहीं संविधानवादी बनने की ज़रूरत
    24 Aug 2021
    देश की राजधानी दिल्ली सहित देशभर में दलित उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही हैं। दलित प्रोफेसर को थप्पड़ मारना उस मनुवादी मानसकिता को दर्शाता है कि दलितों अपनी औकात में रहो।
  • आज़ादी के 75 साल और दलित-बहुजन का हाल
    राज वाल्मीकि
    आज़ादी के 75 साल और दलित-बहुजन का हाल
    13 Aug 2021
    दिल्ली के नांगल गांव में 9 साल की गुड़िया के साथ बर्बर गैंगरेप और जलाकर मारने जैसा वीभत्स कांड हो जाता है मगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या गृहमंत्री अमित शाह के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। 
  • Vandana Katariya
    राज वाल्मीकि
    जाति की ज़ंजीर से जो जकड़ा हुआ है,  कैसे कहें मुल्क वह आज़ाद है!
    08 Aug 2021
    हाल ही में हॉकी की स्टार खिलाड़ी वंदना कटारिया के घर के सामने जातिवादी हुड़दंगियों ने जो हुड़दंग मचाया वह न केवल शर्मसार कर देने वाला है बल्कि लोगों की जातिवादी सोच को उजागर करता है।
  • Minor raped in Delhi
    राज वाल्मीकि
    शर्मनाक: दिल्ली में दोहराया गया हाथरस, सन्नाटा क्यों?
    04 Aug 2021
    इस मामले में दलित संगठनों के प्रतिरोध के बाद पंडित राधेश्याम और उसके तीन साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन पर पहले पुलिस ने गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। बाद में दिल्ली महिला आयोग और…
  • किसान आंदोलन से झांकते प्रेमचंद
    राज वाल्मीकि
    किसान आंदोलन से झांकते प्रेमचंद
    31 Jul 2021
    जयंती पर विशेष: समाज में जब तक अन्याय, अत्याचार, शोषण, अंधविश्वास, छूआछूत और भेदभाव जारी रहेगा। देश के किसान आत्महत्या और आन्दोलन करते रहेंगे तब तक कहीं न कहीं प्रेमचंद प्रासंगिक रहेंगे।
  • कैसे ख़त्म हो दलितों पर अत्याचार का अंतहीन सिलसिला
    राज वाल्मीकि
    कैसे ख़त्म हो दलितों पर अत्याचार का अंतहीन सिलसिला
    26 Jul 2021
    दलितों पर अत्याचार और दलित महिलाओं से बलात्कार का अंतहीन सिलसिला चलता ही रहता है। कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के ही कानपुर के अकबरपुर में दलित युवक को सवर्ण समाज की लड़की से प्रेम करने की सज़ा उसे पेड़…
  • अपने बच्चों के साथ पति की तस्वीर लिए बबीता। दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती की बबीता ने कोविड की दूसरी लहर में अपने पति को खो दिया।
    राज वाल्मीकि
    महामारी और अनदेखी से सफ़ाई कर्मचारियों पर दोहरी मार
    18 Jul 2021
    आज आवश्यकता इस बात की है कि सरकार सफाई कर्मचारियों का सर्वे कर अलग से डेटा इकठ्ठा करे। जो माता-पिता अपने युवा और कमाऊ संतान को खो चुके हैं या जो बच्चे अपने माता-पिता को खो चुके हैं, उनके भरण-पोषण और…
  • women
    राज वाल्मीकि
    क्यों दलित अस्मिता पर हो रहे हैं लगातार हमले?
    06 Mar 2021
    दलित महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। उनकी हत्या की जा रही है। ये घटनाएं इतनी आम होती जा रही हैं, जैसे दलित इंसान ही न हों। 
  • राज वाल्मीकि
    “चाहूँ ऐसा राज मैं जहाँ मिले सबन को अन्न”
    27 Feb 2021
    आज संत रैदास की जयंती है। उनका चिंतन आज के संदर्भ में भी क्रांतिकारी है। आइए इस मौके पर पढ़ते हैं राज वाल्मीकि का विशेष आलेख।
  • प्रेम
    राज वाल्मीकि
    विशेष: प्रेम ही तो किया, क्या गुनाह कर दिया
    14 Feb 2021
    कहते हैं कि भारत युवाओं का देश है। यानी युवा आबादी सबसे अधिक है। पर हमारी सोच युवा और आधुनिक नहीं है।  
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License