NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
बिहार: मुज़फ्फरपुर बालिका सुधारगृह या बालिका शोषणगृह
बच्चियों के लगातार यौन शोषण के कारण वे कई सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिज़ीज़ से पीड़ित हैंI
मुकुंद झा
28 Jul 2018
bihar rape case

बिहार के मुज़फ्फरपुर में अभी कुछ दिनों पहले सामने आई बालिका सुधारगृह में चल रहे यौनशोषण के मामले से सारा देश सक्ते में आ गयाI एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ किस तरह से सालों से करीब 29 बालिकाओं के साथ मुज़फ्फरपुर के बालिका सुधारगृह सेवा ‘संकल्प समिति’ में  बलात्कार जैसी भयावह घटना होतीं थीI इस मामले में रोज़ नये तथ्य सामने आ रहे हैं जो इसके सुधारगृह से शोषणगृह बनने के बारे में बता रहे हैंI

क़रीब 8 बच्चियों की पहचान हो गयी है और उनके परिवारजनों को उनसे मिलने मिलने की अनुमति दी गयी है। एक बच्ची के परिजनों ने बताया कि सात वर्ष की उनकी बच्ची उनके साथ गया में पितृपक्ष मेले में गयी थी जहाँ वो खो गयीI फिर वो जैसे-तैसे हाजीपुर पहुँच गयी, जहाँ से पुलिस ने उसे मुज़फ्फरपुर बालिका गृह भेज दियाI लड़की के परिजनों की मानें तो लड़की बार माँ-पिता के पास भेजने का आग्रह करती रही, उसने अपने घर का पता भी बताया,  लेकिन उन दरिंदी ने उसकी एक न सुनी।
42 में अभी तक 8 ऐसी लड़कियाँ हैं जिन्होंने अपने परिजन के बारे में बताया और उनके परिजन उनसे मिलने पहुंचे हैंI एक के परिजन ने कहा है कि उसे जब जानकारी मिली कि उसकी बच्ची मुज़फ्फरपुर बालिका गृह में है तो वो वहाँ गया था लेकिन गृह के लोगों ने उन्हें मिलने नहीं दिया और कहा कि एक लाख रुपये दो, तब बच्ची मिलेगी। अभी फिलहाल  बच्चियों को उनके परिजनों को सौंपने को लेकर बालिका गृह के निदेशक ने मुज़फ्फरपुर के एसएसपी से सलाह माँगी है।
इस बीच मुज़फ्फरपुर बालिका गृह से लपाता 4 लड़कियों के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है कि उन्हें नौकरशाहों के घरों में काम करने के लिए भेजा गया थाI इस सूचना के बाद पुलिस छानबीन कर रही हैI

कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बच्चियों ने कहा है कि पुरुष ही नहीं बल्कि सुधारगृह की महिलाकर्मी भी उनके साथ यौन शोषण करती थींI साथ ही इनके साथ बहुत ही अमानवीय व्यवहार करती थींI 16 वर्षीय एक किशोरी ने बताया कि किस तरह से नींद की गोली देकर उनके साथ रात में दुर्व्यवहार किया जाता थाI जब वह सुबह होश में आती थीं तो बहुत ही दर्द होता था, तब ये महिला कर्मचारी उन्हें बताती थी की किस तरह रात में उनके साथ यौनाचार हुआ हैI

इन बच्चियों का इलाज कर रहे मनोचिकित्सक ने बताया कि इन बच्चियों के दिलो में इन हादसों की स्मृतियाँ काफी गहरायी से पैठ गयी हैं कि इनमें सामान्य रूप  से  बेड-वेटिंग (बिस्तर पर पेशाब कर देना) की बीमारी सामने आ रही हैI इन बच्चियों के लगातार यौन शोषण के कारण इन्हें कई सेक्सुअल ट्रांसमिटेड बीमारियाँ हो गयी हैंI

बिहार महिला आयोग की अध्यक्षा दिल्मनी देवी ने भी कहा कि जब उन्होंने आस-पड़ोस के लोगों से बात की तो पता चला कि रात को बच्चियों के रोने और चिल्लाने की भी आवाज़ आती थीI  दिल्मनी देवी ने कहा कि बच्चियों ने बताया की बृजेश ठाकुर, जो इस मामले का मुख्य आरोपी है, इस संस्था का मुखिया थाI वो न सिर्फ बच्चियों से रेप करता था बल्कि अन्य लोगों को भी उनके साथ बलात्कार करने के लिए बुलाता थाI

एक  बालिका ने बताया है कि लोहे के चिमटे से उनको पीटा जाता थाI बल्कि बृजेश ने एक बार उसके पुरे शरीर को नंगा कर के सिगरेट से दाग दिया वो चिल्लाती रही लेकिन उस राक्षस को दया नहीं आईI

इस मामले ने वहाँ की राजनीति भी गर्म कर दी हैI विपक्ष सीधे नितीश कुमार पर हमला बोला रहा है और उनसे ऐसी घटनाओ पर सफाई मांग रहा है क्योंकि नितीश राज्य के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ गृहमंत्री भी हैंI लेकिन इतनी बड़ी घटना के बावजूद भी वो चुप हैंI

उन्हीं की सरकार में मंत्री मंजू शर्मा के पति पर भी बच्चियों से बलात्कार करने के आरोप लग रहे हैं और  बृजेश के साथ भी उनके रिश्ते को लेकर भी गंभीर प्रश्न विपक्ष उठा रहा हैI

Bihar
Bihar Shelter Home Rape case
minor girl raped
Nitish Kumar
BRIJESH THAKUR

Related Stories

बिहार: पांच लोगों की हत्या या आत्महत्या? क़र्ज़ में डूबा था परिवार

बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बिहारः नदी के कटाव के डर से मानसून से पहले ही घर तोड़कर भागने लगे गांव के लोग

मिड डे मिल रसोईया सिर्फ़ 1650 रुपये महीने में काम करने को मजबूर! 

बिहार : दृष्टिबाधित ग़रीब विधवा महिला का भी राशन कार्ड रद्द किया गया

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका

बिहार पीयूसीएल: ‘मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा फहराने के लिए हिंदुत्व की ताकतें ज़िम्मेदार’

बिहार में ज़िला व अनुमंडलीय अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License