NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
बुलेट ट्रेन के क्या मायने जब मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर चलती हैं खाली ट्रेनें
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गलगली ने बताया कि बुलेट ट्रेन भारतीय करदाताओं के लिए सफेद हाथी साबित हो इससे पहले केंद्र तथा गुजरात सरकार को इसकी समीक्षा करनी चाहिए।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
02 Nov 2017
क्या बुलेट ट्रेन सचमे इतनी ज़रूरी है

मुंबईअहमदाबाद रेल मार्ग पर करीब 40% से ज्यादा सीटें ट्रेनों में खाली जाती हैं जिसके चलते रेलवे का भारी नुकसान होता हैन्यूज एजेंसी आइएएनएस के अनुसार आरटीआई से मिले आंकड़ों केमुताबिक एक महीने में करीब 10 करोड़ का नुकसान होता है।रेलवे के इस नुकसान के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल में उद्घाटन किए गए बुलेट ट्रेन परियोजना पर सवालखड़े होने लगे हैं ज्ञात हो कि ये परियोजना 1,10,000 करोड़ रूपए की है और मोदी के अहम परियोजनाओं में से एक यह दिखाया गया है कि बुलेट ट्रेन काफी महंगा होगा और इसके चलते 650 किमी लंबे रेल मार्ग पर भूमि तथा पर्यावरण को बहुत नुकसान होगा है।

बता दें कि मुंबई के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गलगली ने यात्रियों तथा वित्तीय नुकसान के संबंध में आरटीआई से जवाब मांगा था। इस आरटीआई के जवाब में पश्चिमी रेलवे ने भारीनुकसान का खुलासा किया

 उधर भारतीय रेलवे ने भी माना है कि उनके पास इस क्षेत्र में कोई भी नई ट्रेन चलाने की कोई योजना नहीं है।

आइएएनएस के मुताबिक मुंबई-अहमदाबाद के बीच सभी ट्रेनों की सीटों की स्थिति के बारे में गलगली द्वारा जानकारी मांगे जाने के जवाब में पश्चिमी रेलवे ने बताया कि पिछले तीन महीनों में मुंबई-अहमदाबाद की ट्रेनों में 40 प्रतिशत सीटें खाली रही और अहमदाबाद-मुंबई मार्ग पर 44 प्रतिशत सीटें खाली रही।

पश्चिमी रेलवे के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक मनजीत सिंह ने आरटीआई के जवाब में कहा कि पहले से ही अहमदाबाद और मुंबई के बीच 32 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं जिनकी कुल सीट क्षमता735,630 है।

पिछले तिमाही के दौरान केवल 441,795 सीटें ही भरी जिससे 30,16,24,623 रुपए का राजस्व ही प्राप्त हुआ था, जबकि 44,29,08,220 रुपए की कुल अनुमानित आय के मुकाबले इस अवधि में14,12,83,597 रुपए का भारी नुकसान हुआ था। मुंबई से अहमदाबाद के वापसी यात्रा के लिए इसी तरह के आंकड़े उपलब्ध कराए गए।

पश्चिमी रेलवे के अहमदाबाद के डिवीजनल इंजीनियर जानकारी दी कि इस मार्ग पर कोई भी नई ट्रेन शुरू करने का किसी प्रकार का नया प्रस्ताव नहीं है।

गलगली ने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर 72,696 सीटों की क्षमता वाली सबसे लोकप्रिय ट्रेन 12009 शताब्दी एक्सप्रेस में जुलाई-सितंबर की अवधि में केवल 36,117 सीटें ही भरी गई जबकिवापसी यात्रा में कुल 67,392 सीटों में केवल 22,982 ही फुल हो पाईं ।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गलगली ने बताया कि बुलेट ट्रेन भारतीय करदाताओं के लिए सफेद हाथी साबित हो इससे पहले केंद्र तथा गुजरात सरकार को इसकी समीक्षा करनी चाहिए।  

बुलेट ट्रेन
गुजरात
मोदी सरकार
अहमदाबाद
मुंबई

Related Stories

किसान आंदोलन के नौ महीने: भाजपा के दुष्प्रचार पर भारी पड़े नौजवान लड़के-लड़कियां

सत्ता का मन्त्र: बाँटो और नफ़रत फैलाओ!

जी.डी.पी. बढ़ोतरी दर: एक काँटों का ताज

5 सितम्बर मज़दूर-किसान रैली: सबको काम दो!

रोज़गार में तेज़ गिरावट जारी है

बुलेट ट्रेन परियोजना: सूट-बूट वालों के साथ खड़ी दिखती सरकार, किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं

लातेहार लिंचिंगः राजनीतिक संबंध, पुलिसिया लापरवाही और तथ्य छिपाने की एक दुखद दास्तां

माब लिंचिंगः पूरे समाज को अमानवीय और बर्बर बनाती है

''सिलिकोसिस बीमारी की वजह से हज़ारो भारतीय मजदूर हो रहे मौत के शिकार''

अविश्वास प्रस्ताव: दो बड़े सवालों पर फँसी सरकार!


बाकी खबरें

  • BIRBHUMI
    रबीन्द्र नाथ सिन्हा
    टीएमसी नेताओं ने माना कि रामपुरहाट की घटना ने पार्टी को दाग़दार बना दिया है
    30 Mar 2022
    शायद पहली बार टीएमसी नेताओं ने निजी चर्चा में स्वीकार किया कि बोगटुई की घटना से पार्टी की छवि को झटका लगा है और नरसंहार पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री के लिए बेहद शर्मनाक साबित हो रहा है।
  • Bharat Bandh
    न्यूज़क्लिक टीम
    देशव्यापी हड़ताल: दिल्ली में भी देखने को मिला व्यापक असर
    29 Mar 2022
    केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के द्वारा आवाह्न पर किए गए दो दिवसीय आम हड़ताल के दूसरे दिन 29 मार्च को देश भर में जहां औद्दोगिक क्षेत्रों में मज़दूरों की हड़ताल हुई, वहीं दिल्ली के सरकारी कर्मचारी और…
  • IPTA
    रवि शंकर दुबे
    देशव्यापी हड़ताल को मिला कलाकारों का समर्थन, इप्टा ने दिखाया सरकारी 'मकड़जाल'
    29 Mar 2022
    किसानों और मज़दूरों के संगठनों ने पूरे देश में दो दिवसीय हड़ताल की। जिसका मुद्दा मंगलवार को राज्यसभा में गूंजा। वहीं हड़ताल के समर्थन में कई नाटक मंडलियों ने नुक्कड़ नाटक खेलकर जनता को जागरुक किया।
  • विजय विनीत
    सार्वजनिक संपदा को बचाने के लिए पूर्वांचल में दूसरे दिन भी सड़क पर उतरे श्रमिक और बैंक-बीमा कर्मचारी
    29 Mar 2022
    "मोदी सरकार एलआईसी का बंटाधार करने पर उतारू है। वह इस वित्तीय संस्था को पूंजीपतियों के हवाले करना चाहती है। कारपोरेट घरानों को मुनाफा पहुंचाने के लिए अब एलआईसी में आईपीओ लाया जा रहा है, ताकि आसानी से…
  • एम. के. भद्रकुमार
    अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई
    29 Mar 2022
    इज़रायली विदेश मंत्री याइर लापिड द्वारा दक्षिणी नेगेव के रेगिस्तान में आयोजित अरब राजनयिकों का शिखर सम्मेलन एक ऐतिहासिक परिघटना है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License