केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद वह अब आत्मनिरीक्षण करेंगे। पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दूसरा कार्यकाल मिलने को 'त्रासदी' करार दिया।
इधर, माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि आगे देश के लिए बड़ी चुनौतियां हैं और वे एकजुटता का आह्वान करते हैं।
केरल माकपा केवल अलाप्पुझा निर्वाचन क्षेत्र में जीत दर्ज करती दिखाई दे रही है। राज्य की अन्य 19 सीटों पर पार्टी दूसरे स्थान पर रही। पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए माकपा के राज्य प्रमुख कोडियरी बालकृष्णन ने कहा, "हम इस झटके को स्वीकार करते हैं जिसकी हमें कम से कम उम्मीद थी। हमारी राज्य समिति इस उलट नतीजे पर आत्मनिरीक्षण करेगी और अगर हमने कुछ भी गलत किया है, तो हम इसे सुधारेंगे। भाजपा दूसरे कार्यकाल में वापसी कर रही है, जो एक त्रासदी है।"
बालकृष्णन ने उन आरोपों पर भी अफसोस जताया, जो कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर माकपा पर लगाए।
उन्होंने कहा, "हमारा अभियान भाजपा-विरोधी सरकार के इर्द-गिर्द केंद्रित था और यह यहां कांग्रेस के लिए एक आशीर्वाद बन गया.. अल्पसंख्यक वोट कांग्रेस को चले गए।"
पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने इस जनादेश-2019 पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “हमारे धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य, संवैधानिक प्राधिकरणों की संस्थाओं, लोगों के अधिकारों और आजीविका के मुद्दों के बारे में आगे बड़ी चुनौतियां हैं। हम लोगों से आह्वान करते हैं कि वे भविष्य में इन चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुट होकर आगे आएं।
(आईएएनएस के इनपुट के साथ)