NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
भारत की ओलम्पिक से जुड़े इवेंट्स की मेजबानी पर रोक लगी
आईओसी का भारत के खिलाफ यह कड़ा फैसला उस घटना के बाद आया है जिसमें भारत ने नई दिल्ली में शनिवार से शुरू होने वाले अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के दो निशानेबाजों को वीजा देने से मना कर दिया था।
आईएएनएस
22 Feb 2019
Olympic symbol
Image Courtesy: curiosity.com

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने भविष्य में ओलम्पिक से संबंधित किसी भी टूर्नामेंट की मेजबानी करने के भारत के सभी आवेदनों को निलंबित कर दिया है। भारत को अब तभी कोई टूर्नामेंट की मेजबानी करने की इजाजत मिलेगी, जब वह इन टूर्नामेंटों में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को इसमें प्रवेश देने की लिखित आश्वासन नहीं दे देता है। आईओसी का भारत के खिलाफ यह कड़ा फैसला उस घटना के बाद आया है जिसमें भारत ने नई दिल्ली में शनिवार से शुरू होने वाले अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के दो निशानेबाजों को वीजा देने से मना कर दिया था। इस विश्व कप में टोक्यो ओलम्पिक-2020 के 16 कोटा दांव पर हैं। 
भारत ने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी निशानेबाजों को वीजा देने से मना कर दिया। पुलवामा हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। 

आईओसी ने बयान में कहा, "मामले की जानकारी मिलने के बाद से और भारत सरकार के अधिकारियों के साथ अंतिम मिनट तक किए गए गहन प्रयासों और चर्चा के बावजूद, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को भारत में प्रवेश करने की अनुमति देने के लिए कोई समाधान नहीं मिला।" 

आईओसी ने कहा, "इसके बाद आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) और भारतीय सरकार के साथ भविष्य में अन्य ओलम्पिक संबंधी टूर्नामेंट की मेजबानी को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है।"

इतना ही नहीं आईओसी ने साथ ही अंतरराष्ट्रीय खेल महासंघों से भारत द्वारा प्रतिभागियों के हिस्से लेने पर लिखित आश्वासन न मिलने तक भारत को भविष्य में किसी भी टूर्नामेंट के लिए उसे मेजबानी अधिकार नहीं देने का आग्रह किया है। 

पाकिस्तान के दो खिलाड़ी बशीर और खलील अहमद भारत में होने वाले विश्व कप में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल वर्ग में हिस्सा लेने वाले थे। आईओसी ने कहा कि इस विश्व कप में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा अब ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कोटा नहीं होगी। 

विश्व कप की हर स्पर्धा में दो ओलम्पिक कोटा हैं। आईओसी ने यह फैसला पाकिस्तान राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएपी) के आईओसी को पत्र लिखने के बाद लिया है। यह कोटा अब इसी साल के आखिर में होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप में रखे जाएंगे। 

आईएसएसएफ के अध्यक्ष व्लादीमिर लिसिन ने गुरुवार शाम को विश्व कप के उद्घाटन मौके पर संवाददाताओं से कहा था कि इस विश्व कप में मौजूद सभी 16 कोटा को हटाया जा सकता है। आईओसी ने हालांकि इसे घटाकर दो कर दिया है। 

आईओसी ने कहा, "उसने सिर्फ 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा से ओलंपिक क्वालीफिकेशन दर्जा हटाया है जिसमें दो पाकिस्तानी निशानेबाजों को भाग लेना था।"

बयान में कहा गया, "यह फैसला 61 देशों के उन 500 निशानेबाजों के हित में लिया गया है जो अन्य स्पधार्ओं में भाग ले रहे हैं और वे टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये पहले ही भारत में हैं।" 

आईओसी ने कहा कि पाकिस्तान का इस टूर्नामेंट में न खेलना ओलम्पिक चार्टर के नियम के खिलाफ है। 

बयान में कहा गया है, "यह स्थिति ओलम्पिक चार्टर के खिलाफ है। इसलिए हम यह बताना चाहते हैं कि आईओसी ने उस विशेष (25 मीटर रैपिड) स्पर्धा से ओलम्पिक क्वालीफिकेशन का दर्जा हटाने का फैसला किया है।"

Olympic
IOC
India and Pakistan
ISSF
Pulwama
CRPF Jawan Killed

Related Stories

कर्नाटक : कच्चे माल की बढ़ती क़ीमतों से प्लास्टिक उत्पादक इकाईयों को करना पड़ रहा है दिक़्क़तों का सामना

कश्मीर यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्कॉलर को 2011 में लिखे लेख के लिए ग़िरफ़्तार किया गया

मुंबई में अगले साल आईओसी सत्र का आयोजन देश के खेल क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा: प्रमाणिक

जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में किसानों से छीनी गई ज़मीन

ओडिसा: जबरन जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रही आदिवासी महिला नेता को किया नज़रबंद

मेरी टिप्पणियों को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम न बनायें : नीरज चोपड़ा

कार्टून क्लिक: पूछता है भारत- क्या बेरोज़गारों के हिस्से में ‘लॉलीपॉप’ के अलावा भी कुछ और है?

विक्रम और बेताल: सरकार जी और खेल में खेला

मीराबाई चानू का सिल्वर मेडल गोल्ड में अपग्रेड हो सकता है? भारतीय मीडिया ने फैलाई गलत ख़बर

ओलंपिक में महिला खिलाड़ी: वर्तमान और भविष्य की चुनौतियां


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License