NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
भारत में सरकार द्वारा डेटा मांगने में तेज इजाफा: फेसबुक
साल 2018 की जनवरी-जून की अवधि में फेसबुक ने सरकार को 53 फीसदी मामलों में डेटा मुहैया कराया, लेकिन कंपनी ने यह खुलासा नहीं किया कि उसने सरकार को किस प्रकार का डेटा मुहैया कराया।
आईएएनएस
17 Nov 2018
facebook

नई दिल्ली| साल 2018 के पहले छह महीनों में फेसबुक ने भारत सरकार द्वारा डेटा मांगने में तेज वृद्धि दर्ज की गई और कंपनी को कुल 16,580 डेटा आवेदन प्राप्त हुए, जबकि इसके पिछले साल भारत सरकार ने (पूरे साल में) कुल 22,024 आवेदन भेजे थे तथा साल 2016 में पूरे साल में कुल 13,613 आवेदन भेजे थे। 

सोशल मीडिया दिग्गज ने गुरुवार को प्रकाशित पारदर्शिता रिपोर्ट में कहा कि साल 2018 की जनवरी-जून की अवधि में फेसबुक ने सरकार को 53 फीसदी मामलों में डेटा मुहैया कराया, लेकिन कंपनी ने यह खुलासा नहीं किया कि उसने सरकार को किस प्रकार का डेटा मुहैया कराया।

फेसबुक किसी देश के कानून और वहां की सेवा शर्तो के मुताबिक सरकार के आवेदन का जबाव देता है। 

कंपनी ने कहा, "प्रत्येक आवेदन की हम सावधानीपूर्वक जांच करते हैं कि वे कानूनी रूप से पर्याप्त है या नहीं और उसी आधार पर हम उसे स्वीकार करते हैं या खारिज करते हैं।"

फेसबुक ने इसके अलावा भारत में कुल 15,963 आवेदन 'कानूनी प्रक्रिया' के लिए प्राप्त किए, जिसमें 23,047 यूजर्स के आवेदन थे और 617 आपातकालीन अनुरोध थे (इनमें से आधे पूरे किए गए)।

फेसबुक ने कहा कि दुनिया भर में सरकारों द्वारा डेटा मांगने के अनुरोध में इस साल की पहली छमाही में 26 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, और डेटा मांगने के कुल 1,03,815 आवेदन मिले, जबकि पिछले साल की दूसरी छमाही में इन आवेदनों की संख्या 82,341 थी। 

अमेरिका में फेसबुक से डेटा मांगने के सरकारी अनुरोध में करीब 30 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें से 56 फीसदी में गैर-प्रकटीकरण आदेश दिया गया, जो इसके बारे में यूजर्स को जानकारी देने से मना करता है।

Facebook
data request
Modi government
Facebook India

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

PM की इतनी बेअदबी क्यों कर रहे हैं CM? आख़िर कौन है ज़िम्मेदार?

आख़िर फ़ायदे में चल रही कंपनियां भी क्यों बेचना चाहती है सरकार?

तिरछी नज़र: ये कहां आ गए हम! यूं ही सिर फिराते फिराते

'KG से लेकर PG तक फ़्री पढ़ाई' : विद्यार्थियों और शिक्षा से जुड़े कार्यकर्ताओं की सभा में उठी मांग

मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?

कोविड मौतों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट पर मोदी सरकार का रवैया चिंताजनक

किसानों और सत्ता-प्रतिष्ठान के बीच जंग जारी है

ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता


बाकी खबरें

  • भाषा
    ज्ञानवापी मामला : अधूरी रही मुस्लिम पक्ष की जिरह, अगली सुनवाई 4 जुलाई को
    30 May 2022
    अदालत में मामले की सुनवाई करने के औचित्य संबंधी याचिका पर मुस्लिम पक्ष की जिरह आज भी जारी रही और उसके मुकम्मल होने से पहले ही अदालत का समय समाप्त हो गया, जिसके बाद अदालत ने कहा कि वह अब इस मामले को…
  • चमन लाल
    एक किताब जो फिदेल कास्त्रो की ज़ुबानी उनकी शानदार कहानी बयां करती है
    30 May 2022
    यद्यपि यह पुस्तक धर्म के मुद्दे पर केंद्रित है, पर वास्तव में यह कास्त्रो के जीवन और क्यूबा-क्रांति की कहानी बयां करती है।
  • भाषा
    श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही मस्जिद ईदगाह प्रकरण में दो अलग-अलग याचिकाएं दाखिल
    30 May 2022
    पेश की गईं याचिकाओं में विवादित परिसर में मौजूद कथित साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की संभावना को समाप्त करने के लिए अदालत द्वारा कमिश्नर नियुक्त किए जाने तथा जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत पर काली स्याही फेंकी गयी
    30 May 2022
    टिकैत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थानीय पुलिस इसके लिये जिम्मेदार है और राज्य सरकार की मिलीभगत से यह हुआ है।’’
  • समृद्धि साकुनिया
    कश्मीरी पंडितों के लिए पीएम जॉब पैकेज में कोई सुरक्षित आवास, पदोन्नति नहीं 
    30 May 2022
    पिछले सात वर्षों में कश्मीरी पंडितों के लिए प्रस्तावित आवास में से केवल 17% का ही निर्माण पूरा किया जा सका है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License