NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
पाकिस्तान
भारतीय वायुसेना का जेईएम के सबसे बड़े शिविर पर हमला
विदेश सचिव विजय के.गोखले ने मीडिया से कहा कि इस नॉन मिलिटरी प्री-एम्पटिव एक्शन में खास तौर से आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि यह शिविर नागरिक इलाकों से दूर एक पहाड़ की चोटी पर स्थित है।
आईएएनएस
26 Feb 2019
foriegn secretary
फोटो साभार

अपडेट : नई दिल्ली/इस्लामाबाद। आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के 12 दिनों बाद भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया। इसमें 'बड़ी संख्या में' आतंकवादी व उनके प्रशिक्षक मारे गए हैं। इसके कुछ घंटे के भीतर पाकिस्तान ने मुहंतोड़ जवाब देने की धमकी दी। पाकिस्तान की सेना ने दावा किया कि भारत ने जिस इलाके में हमला किया, वह नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब है, जबकि रॉयटर्स ने बालाकोट को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुदूर घाटी में बसा एक शहर बताया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी एक बालाकोट है।

विदेश सचिव विजय के.गोखले ने मीडिया से कहा, "आज तड़के खुफिया अभियान में बालाकोट में जेईएम के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर भारत ने हवाई हमला किया।"

उन्होंने कहा, "इस अभियान में जेईएम के बड़ी संख्या में आतंकवादियों, प्रशिक्षकों, वरिष्ठ कमांडरों व जिहादियों के समूह को मार गिराया गया। इन्हें फिदायीन हमले के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था।"

उन्होंने कहा, "बालाकोट में शिविरों का नेतृत्व मौलाना युसूफ अजहर कर रहा था, जो जेईएम प्रमुख मसूद अजहर का संबंधी है।"

पाकिस्तान ने स्वीकार किया कि आईएएफ के लड़ाकू विमानों ने बम गिराए और पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के बाद वे वापस लौट गए, इस वजह से जमीन पर ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारतीय लड़ाकू विमानों को पाकिस्तानी वायुसेना की जवाबी कार्रवाई के कारण लौटने को मजबूर होना पड़ा और उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान के पास 'आत्मरक्षा व मुंहतोड़ जवाब देने का अधिकार है।'

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने पहले कहा था कि मुजफ्फराबाद सेक्टर में भारतीय घुसपैठ हुई। 

लेकिन पाकिस्तान में भारतीय लड़ाकू विमानों के उसके क्षेत्र में ज्यादा अंदर जाने को लेकर हंगामे के बाद उन्होंने कहा, "वापस लौटने के लिए मजबूर किए जाने पर विमानों ने खुले इलाके में बम गिराए। इससे किसी भी ढाचे को नुकसान नहीं पहुंचा और न कोई हताहत हुआ है।"

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने हालात की समीक्षा के लिए इस्लामाबाद में बैठक बुलाई है। भारत में विदेश मंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

विदेश सचिव विजय के. गोखले ने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद के खतरे से लड़ाई के सभी उपायों को अपनाने के लिए दृढ़ व संकल्पित है। इस वजह से यह असैन्य अग्रिम कार्रवाई खासतौर से जेईएम के शिविरों को निशाना बनाने के लिए की गई।

उन्होंने कहा कि लक्ष्य का चयन नागरिकों को हताहत होने से बचाने की हमारी मंशा के अनुकूल था। 

गोखले ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान व पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवाद के प्रशिक्षण शिविरों के बारे में पाकिस्तान को समय-समय पर जानकारी दी है।

लेकिन पाकिस्तान आतंकवादी शिविरों की मौजूदगी से इनकार करता रहा है।

गोखले ने कहा कि इस तरह के बड़े प्रशिक्षण शिविर सैकड़ों जिहादियों को प्रशिक्षण देने में सक्षम हैं, और इन्हें पाकिस्तान प्रशासन की जानकारी के बगैर नहीं चलाया जा सकता।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी धरती पर आतंकवादी ढाचे को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।

गोखले ने कहा, "विश्वसनीय खुफिया सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई कि जेईएम देश के विभिन्न भागों में फिर आत्मघाती आतंकवादी हमले करने का प्रयास कर रहा है और इस उद्देश्य के लिए फिदायीन जिहादियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।" 

उन्होंने कहा, "ऐसे में आसन्न खतरे के मद्देनजर एक अग्रिम हवाई हमला पूरी तरह से जरूरी हो गया था।"

जेईएम ने जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए। 

india-pakistan
JEM
Jaish-e-Mohammad
iaf
Indian air force
pulwama attack
CRPF Jawan Killed

Related Stories

फ़ेसबुक पर 23 अज्ञात विज्ञापनदाताओं ने बीजेपी को प्रोत्साहित करने के लिए जमा किये 5 करोड़ रुपये

वायु सेना हेलीकॉप्टर दुर्घटना: घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन

अपने क्षेत्र में असफल हुए हैं दक्षिण एशियाई नेता

वार इन गेम: एक नया खेल

भारत को अफ़ग़ानिस्तान पर प्रभाव डालने के लिए स्वतंत्र विदेश नीति अपनाने की ज़रूरत है

कितना याद रखें, कितना मन को मनाएं और कितना भूलें? 

दर-दर भटकते बनारस के शहीद के माता-पिता, योगी-मोदी सरकार ने नहीं पूरे किए वादे

15 अगस्त 1947: आज़ादी की ख़ुशी के साथ था बँटवारे का सदमा

बंटवारे का दर्द: जो हो चुका या जो किया जा रहा है!

आगरा शिखर सम्मलेन: भारत-पाकिस्तान के रिश्तों का अहम पड़ाव


बाकी खबरें

  • starbucks
    सोनाली कोल्हटकर
    युवा श्रमिक स्टारबक्स को कैसे लामबंद कर रहे हैं
    03 May 2022
    स्टारबक्स वर्कर्स यूनाइटेड अमेरिकी की प्रतिष्ठित कॉफी श्रृंखला हैं, जिसकी एक के बाद दूसरी शाखा में यूनियन बन रही है। कैलिफ़ोर्निया स्थित एक युवा कार्यकर्ता-संगठनकर्ता बताते हैं कि यह विजय अभियान सबसे…
  • प्रबीर पुरकायस्थ, टी के अंजलि
    कोयले की किल्लत और बिजली कटौती : संकट की असल वजह क्या है?
    03 May 2022
    मौजूदा संकट, बिजली क्षेत्र में सुधारों की बुनियादी विचारधारा का ही नतीजा है, जहां 400 गीगावाट की स्थापित बिजली क्षमता के होते हुए भी, इससे आधी शीर्ष मांग पूरी करना भी संभव नहीं हो रहा है।
  • आज का कार्टून
    मंज़र ऐसा ही ख़ुश नज़र आए...पसमंज़र की आग बुझ जाए: ईद मुबारक!
    03 May 2022
    कार्टूनिस्ट इरफ़ान के साथ हम सब इस ईद पर यही चाहते हैं कि मंज़र ऐसा ही ख़ुश नज़र आए...पसमंज़र की आग बुझ जाए।
  • विजय विनीत
    बनारस में हाहाकारः पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पीने के पानी के लिए सब बेहाल
    03 May 2022
    ग्राउंड रिपोर्टः  बनारस में पानी की आफत को देखते हुए एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने मांग की है कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए बनारस शहर में आपातकाल घोषित किया जाए और पानी की विलासिता पर रोक लगाई जाए।…
  • अखिलेश अखिल
    ढहता लोकतंत्र : राजनीति का अपराधीकरण, लोकतंत्र में दाग़ियों को आरक्षण!
    03 May 2022
    आजादी के अमृतकाल की दुदुम्भी और शंखनाद से इतर जब राजनीति के अपराधीकरण पर हम नजर डालते हैं तो शर्म से सिर झुक जाता है। जो सदन कभी जनता के सवालों पर गूंजता था,एक से बढ़कर एक वक्ताओं के ऐतिहासिक भाषणों…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License