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भीड़ ने फिर कानून अपने हाथ में लिया, यूपी के बरेली में मांस खाने के शक में 4 मजदूरों की पिटाई 
मजदूरों के साथ मारपीट व वीडियो वायरल करने के मामले में पुलिस ने सात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 
न्यूजक्लिक रिपोर्ट
01 Jun 2019
फाइल फोटो

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक धार्मिक स्थल के पास कथित रूप से मांस खाने पर अज्ञात युवकों ने चार मजदूरों की पिटाई कर दी।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में युवकों के हाथों चारों मजदूरों को बेल्ट से पीटते देखा जा सकता है। ये मजदूर एक राजमिस्त्री द्वारा काम पर रखे जाने के बाद बेहरी आए थे। 

पीड़ितों ने संवाददाताओं को बताया कि जब युवक पहुंचे उस समय वे शाकाहारी भोजन कर रहे थे और युवकों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी।

28 मई का मामला

दैनिक भास्कर के मुताबिक, यह पूरा मामला 28 मई का है। बहेड़ी के मुहल्ला शेखुपुर में देवस्थान है। यहां एक व्यापारी नेता के मकान का निर्माण कर रहे चार चार मजदूर देवस्थान की परिधि में बैठकर खाना खा रहे थे। तभी कुछ युवक वहां पहुंचे और मंदिर परिधि के बाहर खाना खाने के लिए कहा गया। मजदूरों ने कहा कि, वो रोटी और भिंडी की सब्जी खा रहे है। खाने के बाद चले जाएंगे। तभी एक युवक की नजर मजदूरों के बर्तन पर पड़ी तो सभी भड़क गए। 

आरोप था कि मजदूर मांस खाते मिले। विरोध जताने पर खाना खा रहे लोगों से उनकी बहस हो गई। युवकों ने खाना खा रहे मजदूरों की की डंडे और बेल्ट व चप्पलों से पिटाई कर दी। बाद में माफी मांगने पर उन्हें छोड़ दिया था।

दो मजदूर अल्पसंख्यक 

पुलिस ने कहा कि चार मजदूरों में से दो अल्पसंख्यक समुदाय के थे और यह हमले के लिए उकसाने वाला हो सकता है।

बहेरी पुलिस स्टेशन हाउस ऑफिसर धनंजय सिंह ने कहा, 'चार अज्ञात मजदूरों को एक निवास पर निर्माण कार्य के लिए काम पर रखा गया था। दोपहर के भोजन के अवकाश के दौरान, वे पास के देवस्थान (देवताओं की मूर्तियों के साथ आमतौर पर छायादार पेड़ों के पास एक छोटा मंदिर) पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करने के लिए चले गए थे।'

पुलिस के अनुसार, अज्ञात युवक अचानक वहां पहुंचे और एक पवित्र स्थान के पास मांस खाने का आरोप लगाते हुए उनकी पिटाई शुरू कर दी।

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने कहा कि पुलिस ने आदेश, वाल्मीकि व मनीष और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने के लिए दो टीमें गठित की गई हैं।

विधायक ने कहा- अक्सर ऐसी होती हैं घटनाएं

दैनिक भास्कर के मुताबिक, एसपी देहात संसार सिंह ने कहा है कि इस प्रकरण में किसी ने शिकायत नहीं की है। वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बहेड़ी से विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार ने बताया कि एसएसपी व सीओ से बात कर मामले की गहनता से जांच की मांग की है। देवस्थान दूसरे समुदाय की बस्ती से घिरा है। अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं। पुलिस को पूरी जांच कर सही दोषी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

हिंदुस्तान के मुताबिक, मोहल्ले वालों का कहना है कि मोहल्ले वालों ने डायल 100 पर फोन करके सूचना दी थी मगर पुलिस ने शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दिया तो लोगों की भावनाएं आहत हईं और मीट खाने वालों से मारपीट की। मारपीट का मुकदमा जितना जरूरी था उससे भी ज्यादा जरूरी था कि धार्मिक भावनाएं भड़काने में धार्मिक स्थल पर मीट खाने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाता। लोगों ने कहा कि जल्द ही आला अफसरों से शिकायत करके कार्रवाई की मांग करेंगे।

घटना के बारे में तमाम तरह की सफाई दी जा रही है, लेकिन असल सवाल वही है कि लोग अब बेख़ौफ़ कानून अपने हाथ में ले रहे हैं और खुद ही वकील और जज बनकर इंसाफ कर रहे हैं। 

(समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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