NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
भीम आर्मी नेता के भाई की हत्या के बाद सहारनपुर में तनाव
25 साल के सचिन वालिया को ठाकुरों द्वारा मारे जाने का आरोप है I
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
11 May 2018
saharanpur

9 मई को भीम आर्मी के सहारनपुर अध्यक्ष के छोटे भाई की उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित  रामनगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी Iइस घटना के बाद से इलाके में तनाव है, भीम आर्मी से जुड़े लोग और स्थानीय लोग कार्यवाही की बात कर रहे हैं Iये घटना तब हुई जब ठाकुरों द्वारा इलाके में महाराणा प्रताप जयंती का कार्यक्रम किया जा रहा था I

ये आरोप लगाया जा रहा है कि सचिन वालिया को पास से तब गोली लगी जब वह कार्यक्रम के पास खड़े थे I भीम आर्मी के लोगों का कहना है कि उन्हें ठाकुर समाज के लोगों द्वारा मारा गया है I

क़त्ल के बाद इलाके के ज़िला मेजिस्ट्रेट पी के पाण्डेय वहाँ पहुँचे और इस मामले में जाँच के आदेश दिए, उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में 48 घंटों के भीतर ठोस कदम उठाये जायेंगे I गोली लगने के बाद सचिन वालिया को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी I

इलाके में तनाव के चलते इंटरनेट बंद किया जा चूका  है और Rapid Action Force को लगाया गया है I

भीम आर्मी काफी समय से प्रशासन से निवेदन कर रही थी कि महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाए क्योंकि इससे इलाके में तनाव हो सकता है I

ये घटना पिछले साल महाराणा प्रताप जयंती पर हुए दोनों समुदायों के बीच टकराव के ठीक एक साल बाद हुई है I

पिछले साल 5 मई को महाराणा प्रताप जयंती मानते हुए ठाकुर समाज के लोगों ने सहारनपुर ज़िले के शब्बीरपुर में दलित बहुल इलाके से एक रैली निकाली इसमें भड़काऊ नारे दिए गए और तेज़ गाने चलाये गए I जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो दोनों गुटों की बीच झड़प हुई जिसके बाद बताया जाता है कि 50 से ज़्यादा दलितों के घर जलाये गए I

इस घटना के बाद 9 मई को भीम आर्मी के लोगों ने एक महापंचायत बुलाई लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाज़त नहीं दी I इसके चलते झड़प हुई और गुस्साई भीड़ ने राज्य संपत्ति और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और तोड़ फोड़ की I इसी घटना के बाद से भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद रावण पर रासुका लगाई गयी और वह जेल में हैं I

मीडिया से बात करते हुए सचिन के बड़े भाई और सहारनपुर ज़िला अध्यक्ष कमल वालिया ने कहा “हमने पहले ही ज़िला प्रशासन को कहा था कि अगर महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम की अनुमति दी गयी तो उससे इलाके में तनाव पैदा हो सकता है और इस मामले में हमने ज़िला मेजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा था I फिर भी उच्च जातियों के लोगों को कार्यक्रम करने की अनुमति देदी गयी I हमारा डर सही साबित हुआ I ठाकुरों ने मेरे भाई को मार दिया I”

न्यूज़क्लिक से बात करते हुए भीम आर्मी के रामपुर ज़िला अध्यक्ष रोहित राज गौतम ने कहा “प्रशासन ने कहा था कि वह इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं देंगे लेकिन आखरी समय में अनुमति देदी गयी I कार्यक्रम में करीब 700 लोग मौजूद थे जबकि सिर्फ 200 लोगों की अनुमति मिली थी I इससे पहले ठाकुरों द्वारा एक विडियो फैलाया गया जिसमें हमें धमकी दी गयी और कहा गया कि ‘हमें रोकर दिखाओ’ “

उन्होंने आगे कहा “हमने ये विडियो ज़िला प्रशासन को सौंप दिया पर फिर भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी I हमने 5 ठाकुरों के खिलाफ FIR दर्ज़ की है I हम ये उम्मीद कर रहे हैं कि इस मामले में जल्द ही कार्यवाही होगी I”

रोहित ने ये भी कहा कि सचिन वालिया के अंतिम संस्कार के समय वहाँ हज़ारों लोग शामिल थे I

कुछ रिपोर्टों के अनुसार जिन लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया गया है इनमें से एक शेर सिंह राणा है जिसने फूलन देवी की हत्या की थी I ये शख्स फूलन देवी की हत्या के मामले में सज़ा काट रहा है और भी ज़मानत पर बाहर है I शेर सिंह राणा का कहना है कि ये आरोप बेबुनियाद हैं I

भीम आर्मी
सहारनपुर
उत्तर प्रदेश

Related Stories

उप्र बंधक संकट: सभी बच्चों को सुरक्षित बचाया गया, आरोपी और उसकी पत्नी की मौत

नागरिकता कानून: यूपी के मऊ अब तक 19 लोग गिरफ्तार, आरएएफ और पीएसी तैनात

आज़ाद चंद्रशेखर अब क्या करेगा?

यूपी-बिहार: 2019 की तैयारी, भाजपा और विपक्ष

सोनभद्र में चलता है जंगल का कानून

यूपीः मेरठ के मुस्लिमों ने योगी की पुलिस पर भेदभाव का लगाया आरोप, पलायन की धमकी दी

चीनी क्षेत्र के लिए केंद्र सरकार का पैकेज, केवल निजी मिलों को एक मीठा तोहफ़ा

चंद्रशेखर आज़ाद 'रावण’ जेल में बंद, भीम आर्मी द्वार लोगों को संगठित करने का प्रयास जारी

डॉक्टर कफील ने कहा ऑक्सीज़न की कमी ने बच्चों की मौतों में किया था इज़ाफा

यूनियन हॉल में जिन्ना के तस्वीर के कारण एएमयू के छात्र पीटे गये


बाकी खबरें

  • वसीम अकरम त्यागी
    विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी
    26 May 2022
    अब्दुल सुब्हान वही शख्स हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के बेशक़ीमती आठ साल आतंकवाद के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बिताए हैं। 10 मई 2022 को वे आतंकवाद के आरोपों से बरी होकर अपने गांव पहुंचे हैं।
  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा
    26 May 2022
    "इंडो-पैसिफ़िक इकनॉमिक फ़्रेमवर्क" बाइडेन प्रशासन द्वारा व्याकुल होकर उठाया गया कदम दिखाई देता है, जिसकी मंशा एशिया में चीन को संतुलित करने वाले विश्वसनीय साझेदार के तौर पर अमेरिका की आर्थिक स्थिति को…
  • अनिल जैन
    मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?
    26 May 2022
    इन आठ सालों के दौरान मोदी सरकार के एक हाथ में विकास का झंडा, दूसरे हाथ में नफ़रत का एजेंडा और होठों पर हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद का मंत्र रहा है।
  • सोनिया यादव
    क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?
    26 May 2022
    एक बार फिर यूपी पुलिस की दबिश सवालों के घेरे में है। बागपत में जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों द्वारा कथित तौर पर जहर खाने से मौत मामला सामने आया है।
  • सी. सरतचंद
    विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान
    26 May 2022
    युद्ध ने खाद्य संकट को और तीक्ष्ण कर दिया है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका को सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष का कोई भी सैन्य समाधान रूस की हार की इसकी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License