न्यूज़क्लिक ने इस लोक सभा के सत्र में चौथी बार पेश किए जा रहे भूमि अधिग्रहण कानून पर अर्थशास्त्री स्मिता गुप्ता से बात की. भूमि अधिग्रहण कानून का ना केवल विपक्षी पार्टियाँ बल्कि शिव सेना जैसे भाजपा के सहयोगी दल भी कर रहे हैं, यहाँ तक की आरएसएस से जुड़े भारतीय किसान संघ ने भी इसका विरोध किया है. स्मिता ने बिल की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि यह किसान विरोधी है और अम्बानी-अदानी जैसे उद्योगपतियों को इससे सबसे ज्यादा फायदा होगा. भाजपा इस बिल के पक्ष में बोलकर अपनी किसान विरोधी और पूंजीपतियों के लिए काम करने वाले चरित्र को छुपाना चाहती है. स्मिता के अनुसार इस कानून से रोजगार के मौके और कम होंगे.
