NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
चार महिलाओं ने आश्रम में जबरन रखने और दुष्कर्म करने का बाबा पर लगाया आरोप
महिलाओं को बाबा सच्चिदानंद के आश्रम में तब लाया गया जब वे 12 वर्ष की थीं। आरोप के अनुसार उन्हें नौ साल तक जबरन हिरासत में रखा गया और दुष्कर्म किया गया।

न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
22 Dec 2017
violence against women

उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले में चार महिलाओं ने बुधवार को बाबा सच्चिदानंद और उनके चार अनुयायियों के ख़िलाफ़ दुष्कर्म और अत्याचार करने का संगीन आरोप लगाया है। महिलाओं ने आरोप लगाया है कि सभी ने उनके साथ दुष्कर्म किया।

बस्ती ज़िले के एसपी संकल्प शर्मा के अनुसार चार महिलाओं ने बाबा सच्चिदानंद के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने शिकायत में कहा कि बाबा ने उन्हें जबरन बस्ती में अपने आश्रम में जबरन हिरासत में रखा और उनसे दुष्कर्म किया। महिलाओं ने उनके अनुयायिययों पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिलाओं ने कहा आदेश न मानने पर उन्हें प्रताड़ित किया गया।

शर्मा ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए कहा कि "ये शिकायतें झारखंड से मिली हैं। महिलाओं को सच्चिदानंद के आश्रम में वर्ष 2008 में लाया गया था जब वे 12 वर्ष की उम्र की थीं। चारों महिलाओं ने कथित तौर पर शिकायत में कहा कि पिछले नौ वर्षों से बाबा और उनके अनुयायियों ने जबरन उन्हें आश्रम में रखा और उनसे दुष्कर्म किया।”

तब से ये पीड़ित महिलाएं आश्रम के भीतर ही रह रही थीं।शिकायतकर्ताओं ने बुधवार को स्थानीय मीडिया से कहा कि पूरे देश में बाबा सच्चिदानंद के कई आश्रम थे।

बस्ती पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के बाद एक शिकायतकर्ता ने कहा कि "बाबा सच्चिदानंद ने मुझे और कई अन्य महिलाओं को आश्रम में जबरन रखा था और उनके अनुयायी हम पर नज़र रखते थे ताकि हमलोग न भाग सकें। बाबा सच्चिदानंद अकसर मुझसे दुष्कर्म करता था और इसके बाद उसके अनुयायी भी दुष्कर्म किया करते थे।"

शिकायतकर्ता ने कथित तौर पर आरोप में कहा कि "मैं यहां वर्ष 2008 में आई थी। उस समय मेरी उम्र 12 साल थी। उस वक्त मैं बहुत छोटी थी और पता नहीं था कि मेरे साथ क्या हो रहा है। लेकिन जब मैंने बाबा की इस करतूत का विरोध करना शुरू किया तो उसके अनुयायियों और सहायकों ने मेरे साथ दुष्कर्म किया।"

शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस थाने के बाहर मीडिया से बात करते हुए एक अन्य शिकायतकर्ता ने कहा कि "हम किसी तरह आश्रम से भागने में कामयाब हुए। अब हम चाहते हैं कि पुलिस बाब और उसके गुंडों को गिरफ्तार करे और मुझे और अन्य महिलाओं की तरह मासूम लड़कियों के साथ किए गए जघन्य अपराधों के लिए दंडित करे। बाबा के अन्य अनुयायी भी हैं जो इसी प्रकार की प्रताड़ना से गुज़र रहे हैं, पर वे आश्रम में रह रहे हैं। वे खुद ही नहीं बाहर नहीं आ पाएंगी और पुलिस को उन्हें बचाना चाहिए।

एसपी ने न्यूज़क्लिक को बताया कि वे फ़रार हुए बाबा को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, उनके एक शिष्य को आश्रम से हिरासत में लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। आरोपी बाबा के आश्रम का नाम सत्यलोक आश्रम धार्मिक ट्रस्ट है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि क्या यह एक धार्मिक ट्रस्ट था। बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद इस ट्रस्ट के प्रमुख हैं जो देश भर में धार्मिक प्रवचन करते हैं।

शर्मा ने कहा कि "आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत एफ़आईआर दर्ज की गई है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और बाबा की तलाशी के लिए छापे मार रहे हैं। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि बाबा की महिला शिष्या भी है जो नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म करने में उनकी सहायता की थी।”

दिल्ली के बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित द्वारा दिल्ली के रोहिणी स्थित उनके आश्रम में कई महिलाओं को जबरन रखने का मामले सामने आने के बाद यूपी के इस बाबा द्वारा यौन उत्पीड़न की ख़बर के सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक 100 से अधिक महिलाओं और नाबालिग़ लड़कियों को "पशु जैसी परिस्थितियों" में बंद कर रखा गया था। राजधानी दिल्ली में बंद क़िलानुमा आश्रम में कई वर्षों तक महिलाओं से यौन शोषण किया गया।

कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल तथा न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने दिल्ली में दर्ज एफ़आईआर की जांच के लिए सीबीआई निदेशक से तुरंत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करने और लापता लड़कियों, यौन अपराधों और आश्रम में आत्महत्या का मामलों की शिकायतों से संबंधित मामले के रिकॉर्डों की जांच करने को कहा।

इससे पहले अगस्त में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को हरियाणा उच्च न्यायालय ने दो महिलाओं दुष्कर्म करने के मामले में दोषी ठहराया था। उसकी सजा के बाद, हरियाणा में बड़े पैमाने पर दंगे हुए और कई लोग घायल हुए वहीं कई लोगों की मौत हो गई। एक अन्य बाबा आसाराम बापू भी शाहजहांपुर के अपने भक्त की बेटी से दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे हैं।

UP God man
Delhi God man
sexual violence
sexual harassment

Related Stories

मध्य प्रदेश : मर्दों के झुंड ने खुलेआम आदिवासी लड़कियों के साथ की बदतमीज़ी, क़ानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

जेएनयू में छात्रा से छेड़छाड़, छात्र संगठनों ने निकाला विरोध मार्च

यौन शोषण के आरोप में गोवा के मंत्री मिलिंद नाइक का इस्तीफ़ा

निर्भया कांड के नौ साल : कितनी बदली देश में महिला सुरक्षा की तस्वीर?

यूपी: मुज़फ़्फ़रनगर में स्कूली छात्राओं के यौन शोषण के लिए कौन ज़िम्मेदार है?

यूपी: ललितपुर बलात्कार मामले में कई गिरफ्तार, लेकिन कानून व्यवस्था पर सवाल अब भी बरकरार!

यूपी: आज़मगढ़ में पीड़ित महिला ने आत्महत्या नहीं की, सिस्टम की लापरवाही ने उसकी जान ले ली!

केरल में वाममोर्चे की ऐतिहासिक जीत से विपक्ष में अफरा-तफरी

यूपी: सिस्टम के हाथों लाचार, एक और पीड़िता की गई जान!

बीएचयू: यौन हिंसा के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन, प्रशासन का असंवेदनशील रवैया!


बाकी खबरें

  • शारिब अहमद खान
    ईरानी नागरिक एक बार फिर सड़कों पर, आम ज़रूरत की वस्तुओं के दामों में अचानक 300% की वृद्धि
    28 May 2022
    ईरान एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है, इस बार वजह सरकार द्वारा आम ज़रूरत की चीजों पर मिलने वाली सब्सिडी का खात्मा है। सब्सिडी खत्म होने के कारण रातों-रात कई वस्तुओं के दामों मे 300% से भी अधिक की…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक
    28 May 2022
    हिंसा का अंत नहीं होता। घात-प्रतिघात, आक्रमण-प्रत्याक्रमण, अत्याचार-प्रतिशोध - यह सारे शब्द युग्म हिंसा को अंतहीन बना देते हैं। यह नाभिकीय विखंडन की चेन रिएक्शन की तरह होती है। सर्वनाश ही इसका अंत है।
  • सत्यम् तिवारी
    अजमेर : ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह के मायने और उन्हें बदनाम करने की साज़िश
    27 May 2022
    दरगाह अजमेर शरीफ़ के नीचे मंदिर होने के दावे पर सलमान चिश्ती कहते हैं, "यह कोई भूल से उठाया क़दम नहीं है बल्कि एक साज़िश है जिससे कोई मसला बने और देश को नुकसान हो। दरगाह अजमेर शरीफ़ 'लिविंग हिस्ट्री' है…
  • अजय सिंह
    यासीन मलिक को उम्रक़ैद : कश्मीरियों का अलगाव और बढ़ेगा
    27 May 2022
    यासीन मलिक ऐसे कश्मीरी नेता हैं, जिनसे भारत के दो भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह मिलते रहे हैं और कश्मीर के मसले पर विचार-विमर्श करते रहे हैं। सवाल है, अगर यासीन मलिक इतने ही…
  • रवि शंकर दुबे
    प. बंगाल : अब राज्यपाल नहीं मुख्यमंत्री होंगे विश्वविद्यालयों के कुलपति
    27 May 2022
    प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए राज्यपाल की शक्तियों को कम किया है। उन्होंने ऐलान किया कि अब विश्वविद्यालयों में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री संभालेगा कुलपति पद का कार्यभार।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License