NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
अंतरराष्ट्रीय
चीन : 2 महीने से ज़्यादा समय के बाद वुहान से हटा लॉकडाउन
वुहान ने कोविड-19 के क़रीब 95% मरीज़ों को ठीक कर के और डिस्चार्ज करते हुए इस संक्रमण के ख़िलाफ़ एक सफल लड़ाई लड़ी है। यह शहर चीन में इस महामारी का हॉटस्पॉट बना था, यहाँ चीन के कुल 80,000 मामलों के 60% मामले सामने आए थे।
पीपल्स डिस्पैच
08 Apr 2020
वुहान

8 अप्रैल बुधवार को चीन ने वुहान से 76 दिन के बाद लॉकडाउन हटा लिया है। हूबे प्रांत के वुहान में पिछले साल दिसम्बर में दुनिया का पहला कोरोना का मामला सामने आया था, जिसके बाद यह शहर 23 जनवरी से लॉकडाउन में था।

जनवरी में जब मामलों की संख्या तेज़ी से बढ़ी थी तब अधिकारियों ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए सख़्त लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया था। सभी कमर्शियल कामों को रोक दिया गया था, सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट बंद कर दिया गया था और सिवाए ज़रूरी सामान लेने के, लोगों को घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं थी। बाद में, लोगों की आवाजाही को कम करने के लिए ज़रूरत के सामान को भी घर तक पहुंचाने का इंतज़ाम किया गया था।

जब कोविड-19 संक्रमण के मामले नाटकीय तौर से बढ़ने लगे तब चीन ने 10 दिनों के अंदर शहर में दो अस्थायी हॉस्पिटल बना दिये थे। चीन के कुल 80000 मामलों में से अकेले वुहान में 50000 मामले थे। यहाँ अब तक कुल 2500 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चीन में 3212 लोगों की मौत हुई है। शहर में 85% को ठीक कर के डिस्चार्ज कर दिया गया है।

वुहान की आबादी 11 मिलियन से ज़्यादा है। जब चीन ने लॉकडाउन लागू किया था, तब वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेशन ने इसे अभूतपूर्व लेकिन ग़ैर-ज़रूरी बताया था। हालांकि बाद में दुनिया भर में सामाजिक दूरी को बरक़रार रखने और कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए इसी तरह के लॉकडाउन लागू किए गए हैं।

पिछले कुछ दिनों में जब चीन ने इस महामारी पर अपनी जीत घोषित कर दी है, उसके बाद से शहर के अंदर लोगों की आवाजाही पर लगी रोक को हटाया जा रहा है। हालांकि सावधानी अभी भी बरती जा रही है। अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन सहित सभी सार्वजनिक जगहों को ग़ैर संक्रमित कर दिया है, और यात्रियों की स्टेशन के बाहर अभी भी स्क्रीनिंग की जा रही है, उसी के बाद उन्हें सफर करने की इजाज़त दी जा रही है।

Xinhua की रिपोर्ट के अनुसार वुहान का तिहाने अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी डोमेस्टिक विमानों के लिए खोल दिया गया है और 8 अप्रैल बुधवार को यहाँ 200 विमानों के दिखने की संभावना है।

अधिकारियों को शहर से बाहर जाने वाला ट्रेफिक भारी संख्या में दिखाई दिया क्योंकि लोग देश के अलग-अलग इलाक़ों में अपने घर जा रहे हैं। अधिकारियों का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी।

Wuhan
Corona Virus
China
wuhan lockdown
lockdown lifted
COVID19
covid 19 outbreak

Related Stories

कोविड-19: ओमिक्रॉन की तेज़ लहर ने डेल्टा को पीछे छोड़ा

SARS-CoV-2 के क़रीबी वायरस लाओस में पाए गए

वैक्सीन वितरण में बढ़ती असमानता : क्या विकसित दुनिया परवाह भी करती है?

2018 की बाढ़ के बाद दोबारा बनाया गया, केरल का FHC राज्य के लचीले सरकारी स्वास्थ्य तंत्र का प्रतिनिधित्व करता है

जीटीबी अस्पताल के डॉक्टर की कोरोना से मौत : न मुआवज़ा, न खेद

राहुल गांधी ,मनमोहन सिंह ,और केजरीवाल की पत्नी हुई कोरोना वायरस से संक्रमित

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कोरोना वायरस से संक्रमित

अर्जेंटीना ने देश भर में कोविड-19 टीकाकरण शुरू किया

कोरोना वायरस से पहले भूख हमें मार देगी

कोविड-19: दिल्ली में गृह-आधारित श्रमिकों पर बुरी मार, प्रतिदिन 10 रुपये से भी कम की कमाई


बाकी खबरें

  • कैथरीन स्काएर, तारक गुईज़ानी, सौम्या मारजाउक
    अब ट्यूनीशिया के लोकतंत्र को कौन बचाएगा?
    30 Apr 2022
    ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति धीरे-धीरे एक तख़्तापलट को अंजाम दे रहे हैं। कड़े संघर्ष के बाद हासिल किए गए लोकतांत्रिक अधिकारों को वे धीरे-धीरे ध्वस्त कर रहे हैं। अब जब ट्यूनीशिया की अर्थव्यवस्था खस्ता…
  • international news
    न्यूज़क्लिक टीम
    रूस-यूक्रैन संघर्षः जंग ही चाहते हैं जंगखोर और श्रीलंका में विरोध हुआ धारदार
    29 Apr 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार ने पड़ोसी देश श्रीलंका को डुबोने वाली ताकतों-नीतियों के साथ-साथ दोषी सत्ता के खिलाफ छिड़े आंदोलन पर न्यूज़ क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ से चर्चा की।…
  • NEP
    न्यूज़क्लिक टीम
    नई शिक्षा नीति बनाने वालों को शिक्षा की समझ नहीं - अनिता रामपाल
    29 Apr 2022
    नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उच्च शिक्षा में कार्यक्रमों का स्वरूप अब स्पष्ट हो चला है. ये साफ़ पता चल रहा है कि शिक्षा में ये बदलाव गरीब छात्रों के लिए हानिकारक है चाहे वो एक समान प्रवेश परीक्षा हो या…
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    अगर सरकार की नीयत हो तो दंगे रोके जा सकते हैं !
    29 Apr 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस अंक में अभिसार बात कर रहे हैं कि अगर सरकार चाहे तो सांप्रदायिक तनाव को दूर कर एक बेहतर देश का निर्माण किया जा सकता है।
  • दीपक प्रकाश
    कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से जितने लाभ नहीं, उतनी उसमें ख़ामियाँ हैं  
    29 Apr 2022
    यूजीसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पर लगातार जोर दे रहा है, हालाँकि किसी भी हितधारक ने इसकी मांग नहीं की है। इस परीक्षा का मुख्य ज़ोर एनईपी 2020 की महत्ता को कमजोर करता है, रटंत-विद्या को बढ़ावा देता है और…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License