जनता जानना चाहती है कि यह महोत्सव महंगाई का है, बेरोज़गारी का है, लाचर कानून व्यवस्था का है या फिर पिछले पांच सालों में जितने घपले-घोटाले हुए है उनसे जनता का ध्यान भटकाने के लिए है?
ये फोटो न तो गुड़गांव की किसी मस्जिद का है और न ही हरियाणा का। ये फोटो जामा मस्जिद अमरोहा का है और एक साल पुराना है। पिछले साल मार्च में लॉकडाउन के दौरान दिशा-निर्देश थे कि धार्मिक स्थलों पर भीड़ न…
ICCR ने मौलाना आज़ाद के संग्रह को 'कोने' में डंप कर दिया है. मौलाना आज़ाद की किताबें क्यों ज़रूरी हैं? 'इतिहास के पन्ने मेरी नज़र से' के इस भाग में नीलांजन बात करते हैं इतिहासकार S इरफ़ान हबीब से.