महारैलियों, विशाल रोड शो ने बंगाल में टीएमसी का नुकसान तो नहीं किया, लेकिन ख़ुद बीजेपी को ही काफ़ी हद तक बंगाल से उल्टे पांव वापस लौटने को मजबूर कर दिया है।
मोईन शादाब के एक का मिसरा है, 'जश्न के बाद का सन्नाटा बहुत खलता है' यही सन्नाटा आज भारतीय जनता पार्टी को खल रहा होगा। पश्चिम बंगाल में अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और ख़ुद नरेंद्र मोदी की महारैलियों को जनता से सिरे से नकारते हुए तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी को फिर से मुख्यमंत्री चुन लिया है।
महारैलियों, विशाल रोड शो ने बंगाल में टीएमसी का नुकसान तो नहीं किया, लेकिन ख़ुद बीजेपी को ही काफ़ी हद तक बंगाल से उल्टे पांव वापस लौटने को मजबूर कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में महज़ 77 सीटें मिलीं जबकि तृणमूल कांग्रेस के हाथ 213 सीटें आई हैं।