डब्लू. टी. ओ में शिक्षा को व्यावसायिक वस्तु बनाने के लिए जारी सरकार की कोशिशों पर ए.आई.एफ.यू.सी.टी.ओ और एफ.ई.डी.सी.यू.टी.ए ने “ शिक्षा के बचाव के लिए राष्ट्रीय संसद” का आयोजन किया. कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा के बढ़ते बाज़ारीकरण पर लगाम लगाने के लिए राष्ट्रीय आन्दोलन की रूपरेखा तैयार करने हेतु किया गया था. इसी मौके पर अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए. जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में प्राध्यापक दिनेश अबरोल ने इसपर बात रखी.
