NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
डीएम के आश्वासन पर किसान सभा का महापड़ाव स्थगित
किसानों ने कहा है कि हम अपना आंदोलन खत्म नहीं बल्कि स्थगित कर रहे हैं। अगर सरकार ने हमारी मांग पूरी नहीं की तो हम जल्द ही इससे बड़ा अंदोलन करेंगे और चुनाव में भी नेताओं को मज़ा चखाएंगे।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
14 Mar 2019
AIKS

किसान सभा ने सीकर जिला कलेक्ट्रेट पर पिछले 15 दिन से जारी अपना महापड़ाव स्थगित कर दिया है। बुधवार को जिलाधिकारी चौथीराम मीणा खुद महापड़ाव स्थल पर पहुंचे और सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।

किसान पिछले काफी लंबे समय से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं|  सरकार की ओर से समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं करने के कारण पिछले 3 साल में राजस्थान में कई छोटे-बड़े अंदोलन हुए और किसानों ने दो बार बड़े आंदोलन किये | 

हर बार सरकार आंदोलन के दौरान सभी मांगे मान लेती है परन्तु बाद में मुकुर जाती है। यही वजह है कि इस बार किसानों ने कहा है कि हम अपना आंदोलन खत्म नहीं बल्कि स्थगित कर रहे हैं। अगर सरकार ने हमारी मांग पूरी नहीं की तो हम जल्द ही इससे बड़ा अंदोलन करेंगे। इसके साथ किसानों ने अपनी समस्या का हल न करने के लिए राज्य की कांग्रेस और केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार को जिम्मेदार ठहराया और आने वाले आम चुनावों में गाँव-गाँव जाकर इन पार्टियों के खिलाफ प्रचार करने का भी आह्वान किया।

किसानों की कई सारी मांगें थी जिनमें मुख्य मांगें इस प्रकार हैं-

1.  प्याज़ की सरकारी खरीद शुरू हो

2. रसीदपुरा में प्याज़ मंडी शुरू हो

3. सहकारी समिति में हुए भ्रष्टाचार की जांच हो

 4. किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी हो

5. जल्द से जल्द बेरोजगारी भत्ता दिया जाये

6. दूध का उचित मूल्य तय हो

53799387_1241489539337730_8124666273792524288_n.jpg

इन सभी को लेकर जिला कलेक्टर ने अधिकतर मांगों को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया और जल्द पूरा करने का वादा भी किया।उन्होंने कहा कि किसानों को बाजार हस्तक्षेप योजना के क्रम में केंद्र सरकार को भिजवाने की पत्रावली मुख्यमंत्री के पास होने की बात कही। और उम्मीद जताई की जल्द ही किसानों को उनके प्याज़ का उचित दाम मिल सकेगा |

मंडी की मांग को लेकर उन्होंने बताया कि उन्होंने कृषि विभाग के सचिव से बात की है। इसके अलावा जिला कलेक्टर चौथीराम मीणा ने संबोधन में कहा कि रसीदपुरा प्याज मंडी में दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया को लेकर बैठक 20 व 21 को होगी। और 22  मार्च तक दुकाने आवंटित कर दी जाएंगी।

इसके अलावा सहकारी समितियों में घोटाले की जांच व लोन में फर्जीवाड़े को लेकर जांच का आश्वासन दिया। और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की भी बात कही।

इस आश्वासन के बाद पूर्व विधायक और किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड अमराराम ने किसानों का महापड़ाव स्थगित करने की घोषणा की। जिसके बाद सभी किसान जो 27 फरवरी से आंदोलन कर रहे थे वो सभी अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर अपने घर लौट गए।

इससे पहले अमराराम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ने वादा किया था की वो किसानों को लगत का डेढ़ गुना दाम देंगे लेकिन सच्चाई यह है कि लागत का डेढ गुना मूल्य तो दूर उनके खर्च की आधी कीमत भी नहीं मिल रही है। अमराराम ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री गहलोत को किसानों की चिंता नहीं है। अमराराम ने कहा कि आगामी चुनाव के दौरान नेता वोट लेने आएं तब उनसे हर किसान सवाल पूछे कि आप धरने के दौरान क्यों नहीं आए। किसान नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएंगे और वोट मांगने आने वाले नेताओं का बहिष्कार करेंगे।

 

 

AIKS
sikar
farmer's mahapadav
Rajasthan sarkar
BJP
Onion Farmers
Amra Ram
Congress
General elections2019

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License