NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
दिल्ली पुलिस और वकीलों का विवाद जारी, गृह मंत्रालय चुप!
दिल्ली में पुलिस और वकीलों के बीच पैदा हुआ विवाद का अभी तक हल नहीं हुआ है। दिलचस्प ये है कि दिल्ली पुलिस सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है, लेकिन वो इस पूरे मसले पर लगभग चुप है। कार्टूनिस्ट इरफ़ान इसी पर व्यंग्य कर रहे हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
06 Nov 2019
दिल्ली पुलिस और वकीलों का विवाद जारी

दिल्ली में पुलिस और वकीलों के बीच पैदा हुआ विवाद का अभी तक हल नहीं हुआ है। दिलचस्प ये है कि दिल्ली पुलिस सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है, लेकिन वो इस पूरे मसले पर लगभग चुप है। इसके अलावा समाचार एजेंसी भाषा ने ख़बर दी है कि दिल्ली की सभी छह जिला अदालतों में वकीलों ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन काम ठप रखा। कुछ अदालतों में तो उन्होंने वादियों को परिसर के भीतर भी नहीं जाने दिया।
तीस हजारी अदालत परिसर में दो नवंबर को वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प की घटना के विरोध में वकील प्रदर्शन कर रहे हैं और काम का बहिष्कार कर रहे हैं।


प्रदर्शनकारी वकीलों ने पटियाला हाउस और साकेत जिला अदालतों के दरवाजे बंद कर दिए तथा वादियों को भीतर नहीं जाने दिया।


रोहिणी जिला अदालत में प्रदर्शन के दौरान एक वकील ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने की कोशिश की, जबकि एक अन्य प्रदर्शनकारी वकील परिसर में स्थित एक इमारत की छत पर चढ़ गया।
प्रदर्शनकारी एक अन्य वकील ने कहा कि जब तक वकीलों पर लाठीचार्ज करने और कथित तौर पर गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।
तीस हजारी अदालत की दिल्ली बार एसोसिएशन के सचिव जयवीर सिंह चौहान ने कहा, ‘‘वादियों को अदालत परिसर में प्रवेश की इजाजत दी गई। हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें अदालत के कमरों में भी जाने दिया जा रहा है।’’


पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच तनाव के हालात शनिवार से बनने शुरू हो गए थे जब तीस हजारी अदालत में पार्किंग को लेकर हुई झड़प में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए थे।
इसके बाद, सोमवार को साकेत अदालत के बाहर एक पुलिसकर्मी पर वकीलों के कथित हमले की घटना हुई।
इन घटनाओं के विरोध में पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया था।


सोमवार की घटना के वीडियो में, साकेत जिला अदालत के बाहर मोटरसाइकिल पर सवार एक पुलिसकर्मी को कुहनी और थप्पड़ मारते दिख रहे अज्ञात लोगों के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।


जिला अदालतों के बाहर वकीलों के प्रदर्शन के बीच बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई)के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि वकीलों, पुलिस और जनता से जुड़ी हिंसा की कोई घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मिश्रा ने उच्चतम न्यायालय परिसर में संवाददाताओं से कहा कि बीसीआई ने पुलिस और वकीलों के बीच हिंसा की सभी घटनाओं को गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

delhi police
Delhi Lawyers
lawyer protest
police
India
Delhi
Amit Shah
home ministry

Related Stories

भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल

मुंडका अग्निकांड: 'दोषी मालिक, अधिकारियों को सजा दो'

मुंडका अग्निकांड: ट्रेड यूनियनों का दिल्ली में प्रदर्शन, CM केजरीवाल से की मुआवज़ा बढ़ाने की मांग

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

भारत में तंबाकू से जुड़ी बीमारियों से हर साल 1.3 मिलियन लोगों की मौत

दिल्ली: रामजस कॉलेज में हुई हिंसा, SFI ने ABVP पर लगाया मारपीट का आरोप, पुलिसिया कार्रवाई पर भी उठ रहे सवाल

धनशोधन क़ानून के तहत ईडी ने दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार किया

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा

क्या पुलिस लापरवाही की भेंट चढ़ गई दलित हरियाणवी सिंगर?


बाकी खबरें

  • रवि कौशल
    आदिवासियों के विकास के लिए अलग धर्म संहिता की ज़रूरत- जनगणना के पहले जनजातीय नेता
    28 Apr 2022
    जनजातीय समूह मानते रहे हैं कि वे हिंदू धर्म से अलग रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करते हैं, इसलिए उन्हें अलग धर्म संहिता दी जाना चाहिए, ताकि आने वाली जनगणना में उन्हें अलग समहू के तौर पर पहचाना जा…
  • संदीप चक्रवर्ती
    कोलकाता : वामपंथी दलों ने जहांगीरपुरी में बुलडोज़र चलने और बढ़ती सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ निकाला मार्च
    28 Apr 2022
    नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर बीजेपी-आरएसएस की ताक़त बढ़ी तो वह देश को हिन्दू राष्ट्र बना देंगे जहां अल्पसंख्यकों के साथ दोयम दर्जे के नागरिक जैसा बर्ताव किया जाएगा।
  • राज वाल्मीकि
    ब्राह्मणवादी व्यवस्था ने दलितों को ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण स्त्री समुदाय को मानवाधिकारों से वंचित रखा: चौथीराम यादव
    28 Apr 2022
    पंडिता रमाबाई के परिनिर्वाण दिवस के 100 साल पूरे होने पर सफाई कर्मचारी आंदोलन ने “पंडिता रमाबाई : जीवन और संघर्ष” विषय पर कार्यक्रम किया।
  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    5 साल में रोज़गार दर 46 फ़ीसदी से घटकर हुई 40 फ़ीसदी
    28 Apr 2022
    CMIE के आंकड़ों के मुताबिक भारत की काम करने लायक़ 90 करोड़ आबादी में नौकरी और नौकरी की तलाश में केवल 36 करोड़ लोग हैं। तकरीबन 54 करोड़ आबादी रोज़गार की दुनिया से बाहर है। बेरोज़गरी के यह आंकड़ें क्या कहते…
  • राजु कुमार
    बिना अनुमति जुलूस और भड़काऊ नारों से भड़का दंगा
    28 Apr 2022
    मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी सहित आठ राजनीतिक दलों की ओर से एक प्रतिनिधि मंडल ने खरगोन के दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License