NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
शिक्षा
भारत
राजनीति
दलित छात्रों को बी.टेक में पंजीकरण से वंचित करने का जेएनयूएसयू का आरोप
छात्रसंघ के मौजूदा अध्यक्ष एन साई बालाजी ने दावा किया कि दोनों छात्रों को प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय छोड़ने के लिये भी मजबूर किया जा रहा है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
26 Aug 2019
jnu

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) ने रविवार को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र लिखकर दो दलित छात्रों के बीटेक के तीसरे सेमेस्टर में पंजीकरण कथित रूप रोके जाने का आरोप लगाते हुए इसे वापस करने की मांग की है।

छात्रसंघ के मौजूदा अध्यक्ष एन साई बालाजी ने दावा किया कि दोनों छात्रों को प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय छोड़ने के लिये भी मजबूर किया जा रहा है।

उन्होंने दावा किया कि बिना किसी उचित भवन, कक्षाओं, प्रयोगशालाओं, छात्रावासों और स्थायी शिक्षकों के जेएनयू में इंजीनियरिंग स्कूल शुरू किया गया।

साईबाला ने कहा, "जल्दबाज़ी और अनियोजित कदमों से बी-टेक के छात्रों के पहले बैच के लिए परेशानियां खड़ी कर दी गईं जिसकी भरपाई शायद ही की जा सके। अपर्याप्त सुविधाओं के कारण गंवाया हुआ वर्ष वापस नहीं आएगा।"

उन्होंने कहा कि अचानक छात्रों से कहा गया कि उनके पास जरूरी ग्रेड नहीं हैं इसलिए जुलाई 2019 में शुरू होने वाले तीसरे सेमेस्टर में उनका पंजीकरण रोका जा रहा है।

बालाजी ने निशंक और सिसोदिया से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि स्कूल आफ इंजीनियरिंग में उचित आधारभूत ढांचा और नियमों में पारदर्शिता हो। इसके साथ ही वहां सुधार के साथ ही पूरक परीक्षा के अवसर हों।

इससे पहले इन्ही मानगो को लेकर छात्रों जेएनयू के साबरमती ढाबा पर विरोध प्रदर्शन भी किया था।

उन छात्रों को तत्काल पंजीकरण करने की मांग की, जिनका पंजीकरण से इनकार किया जा रहा है।  साथ ही नियमों में पारदर्शिता की मांग भी की 

साथ ही छात्रों ने बुनियादी ढांचे की कमी  और इंजीनियरिंग छात्रों  पर अधिक दबाव और उत्पीड़न  के बारे में भी कहा था।

जेएनयू रजिस्ट्रार से सम्पर्क करने के प्रयास किये गए लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।     

 (भाषा इनपुट के साथ )

Jawaharlal Nehru University
JNUSU
dalit students
N. Sai Balaji
Minister Ramesh Pokhriyal Nishank
MANISH SISODIA

Related Stories

बैठक में नहीं पहुंचे अधिकारी, छात्र बोले- जेएनयू प्रशासन का रवैया पक्षपात भरा है

‘जेएनयू छात्रों पर हिंसा बर्दाश्त नहीं, पुलिस फ़ौरन कार्रवाई करे’ बोले DU, AUD के छात्र

JNU: मांस परोसने को लेकर बवाल, ABVP कठघरे में !

जेएनयू में छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में एक व्यक्ति गिरफ़्तार, GSCASH बहाली की मांग

दिल्ली: डेढ़ साल बाद एक नवंबर से फिर खुलेंगे स्कूल, कॉलेज

दिल्ली में कक्षा 9-12 के सरकारी एवं निजी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय एक सितम्बर से खुलेंगे

दिल्ली : लॉकडाउन में वेतन में हुई देरी से 20 हज़ार गेस्ट टीचर परेशान!

जेएनयू हमला : डीयू से लेकर आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक विरोध प्रदर्शन

JNU छात्रों और शिक्षकों पर हमला

नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सड़कों पर उतरा छात्रों का हुज़ूम, कहीं प्रदर्शन तो कहीं निकाला मशाल जुलूस


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License