हाथरस की दलित लड़की के बलात्कार-हत्या कांड में अपराधियों के अलावा यूपी प्रशासन भी गंभीर सवालों के कटघरे में है. शासन की विफलता ही नहीं, दलित लड़की के पार्थिव शरीर को रातोंरात जलाने के मामले में उसकी बर्बरता भी उजागर हुई है. इस बीच, एम्स की रिपोर्ट से सुशांत सिंह मौत मामले में सत्ता और टीवीपुरम् के साझा झूठ का भी पर्दाफाश हुआ है. Hafte Ki Baat में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण.