14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेहरू स्मृति संग्रहालय और पुस्तकालय की जगह बने प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन करेंगेI यह कोई चौकाने वाली घटना नहीं क्योंकि मौजूदा सत्ता पक्ष का जवाहरलाल नेहरू से एक अजीब ओबसेशन है और वे भारतीय इतिहास से उनके सभी योगदान को मिटा देने की कोशिश करते रहते हैंI इतिहास के पन्ने के इस अंक में पत्रकार और लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय प्रसिद्ध इतिहासकार मृदुला मुखर्जी से इस संग्रहालय के महत्व और इसे मिटाने के प्रयास के बारे में खास चर्चा कर रहे हैंI