NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
ईजिप्ट में सरकार-विरोधी प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी
इन विरोध प्रदर्शनों में आम मिस्रवासियों की भागीदारी को देखा गया है जो सरकार से व्यापक भ्रष्टाचार, आर्थिक स्थिति बिगड़ने के कारण सत्ता छोड़ने का आह्वान कर रहे हैं।
पीपल्स डिस्पैच
24 Sep 2020
ईजिप्ट

मिस्र भर में सरकार-विरोधी प्रदर्शन बुधवार 23 सितंबर को अपने चौथे दिन में प्रवेश कर गया क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने मिश्र के सेना प्रमुख से राष्ट्रपति बने अब्देल फत्तह अल-सीसी को अपने पद से इस्तीफ़ा देने की मांग को जारी रखा है। पिछले साल 20 सितंबर को शुरू हुए भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों की पहली बरसी पर और स्व-निर्वासित आर्मी कॉन्ट्रैक्टर मोहम्मद अली की अगुवाई में शुरू हुए प्रदर्शनों का आयोजन राजधानी काहिरा सहित देश भर के शहरों और गांवों में किया गया।

अली ने पिछले साल सार्वजनिक रूप से वायरल वीडियो जारी किया था जो सरकारी भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा था जिसके परिणामस्वरूप उक्त सरकार के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए।

इन प्रदर्शनों में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को मार्च करते हुए देखा गया। इस दौरान वे "डॉन्ट फीयर, सिसी मस्ट वॉक"और "गो बलहा" जैसे नारे लगाए गए। बलहा सीसी को मिस्रवासियों द्वारा दिया गया उपनाम है जो उनका मजाक उड़ाने के इरादे से दिया गया है।

इससे पहले, स्पेन स्थित अली ने इन प्रदर्शनों को फिर से शुरू करने के लिए मिस्रवासियों से आग्रह किया था। अली ने मिस्र के लोगों से आह्वान किया कि वह शुक्रवार 25सितंबर को कार्यालय से पद छोड़ने की अपनी मांग को दोहराते हुए 'क्रोध दिवस' में भाग लें।

इन विरोध प्रदर्शनों की प्रतिक्रिया में मिस्र के अधिकारियों और सुरक्षा बलों ने "आतंकवादी समूह में शामिल होने", "झूठी ख़बर प्रसारित करने", "सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने" और "अवैध विरोध" जैसे आरोपों को लेकर देश भर में 200 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। गिरफ़्तार किए गए लोगों में से 150 को राज्य सुरक्षा अभियोजन के समक्ष पेश किया जा चुका है।

मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, पिछले साल भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान, सुरक्षा बलों द्वारा 4000 से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया गया था। एमनेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वॉच जैसे अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार समूहों ने पिछले साल के प्रदर्शनों में भाग लेने के लिए गिरफ़्तार किए गए सभी प्रदर्शनकारियों को रिहा करने के लिए सीसी सरकार से आह्वान किया है। ह्यूमन राइट्स वॉच ने सिसी सरकार द्वारा इस कार्रवाई को आधुनिक इतिहास में सबसे बुरा बताया है।

विभिन्न मानवाधिकार समूहों के अनुसार वर्तमान में मौजूदा निरंकुश सरकार द्वारा मिस्र की विभिन्न जेलों में 60000से अधिक राजनीतिक क़ैदियों को रखा गया है। ये क़ैदी समाज के हर स्तर का प्रतिनिधित्व करते हैं।

egypt
anti government protests
protests in egypt
Human Rights
human rights activists

Related Stories

पत्रकारिता एवं जन-आंदोलनों के पक्ष में विकीलीक्स का अतुलनीय योगदान 

अपने भविष्य के लिए लड़ते ब्राज़ील के मूल निवासी

वेनेज़ुएला के ख़िलाफ़ अमेरिकी प्रतिबंधों को एक कांग्रेस प्रतिनिधि ने आड़े हाथों लिया

ईजिप्ट : पिछले साल हुए प्रदर्शनों के मौक़े पर सरकार विरोधी प्रदर्शन

विशेष : अराजकता की ओर अग्रसर समाज में मानवाधिकारों का विमर्श


बाकी खबरें

  • अदिति निगम
    25 मार्च, 2020 - लॉकडाउन फ़ाइल्स
    26 Mar 2022
    दो साल पहले भारत के शहरों से प्रवासी परिवारों का अब तक का सबसे बड़ा पलायन देखा गया था। इसके लिए किसी भी तरह की बस या ट्रेन की व्यवस्था तक नहीं की गयी थी, लिहाज़ा ग़रीब परिवार अपने गांवों तक पहुंचने…
  • सतीश भारतीय
    गुरुग्राम में कॉलेज छात्रों की गैंग जबरन कर रही है, रेहड़ी-पटरी वालों से ‘हफ़्ता वसूली‘
    25 Mar 2022
    फिल्मों में ‘हफ्ता वसूली‘ गुन्डे करते हैं और गुरुग्राम की धरती पर पढ़े लिखे नौजवान कर रहे हैं।
  • रवि शंकर दुबे
    योगी को फिर मुख्यमंत्री बनाना भाजपा की मज़बूती दर्शाता है या मजबूरी?
    25 Mar 2022
    योगी आदित्यनाथ जब दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, तो भाजपा हाईकमान के चेहरे पर बिखरी खुशी कितनी असली थी कितनी नकली? शायद सबसे बड़ा सवाल यही है।
  • सोनिया यादव
    यूपी से लेकर बिहार तक महिलाओं के शोषण-उत्पीड़न की एक सी कहानी
    25 Mar 2022
    उत्तर प्रदेश में जहां बीजेपी दूसरी बार सरकार बना रही है, तो वहीं बिहार में बीजेपी जनता दल यूनाइटेड के साथ गठबंधन कर सत्ता पर काबिज़ है। बीते कुछ सालों में दोनों राज्यों पितृसत्तात्मक राजनीति की…
  • अजय कुमार
    श्रीलंका की तबाही इतनी भयंकर कि परीक्षा के लिए कागज़ का इंतज़ाम भी नहीं हो पा रहा
    25 Mar 2022
    श्रीलंका में रसोई गैस के एक सिलेंडर की कीमत तकरीबन 4200 श्रीलंकन रुपये तक पहुंच गयी है। एक किलो दूध का पैकेट तकरीबन 600 श्रीलंकन रुपये में मिल रहा है। कागज की कमी की वजह से सरकार ने स्कूली परीक्षा…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License