NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
एमजीपी ने गोवा सरकार से समर्थन वापस लिया
एमजीपी का 2012 से भाजपा के साथ गठबंधन था। इससे पहले वह पांच सालों तक कांग्रेस के साथ थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद एमजीपी और भाजपा के मतभेद उभर कर सामने आ गए।
आईएएनएस
12 Apr 2019
दीपक धवलीकर

पणजी। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक धवलीकर ने शुक्रवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी ने गोवा की भाजपानीत सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है।

एमजीपी की केंद्रीय समिति ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया था। इसके एक दिन बाद धवलीकर ने यहां मीडिया से कहा, "पार्टी ने औपचारिक रूप से गोवा सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है। इस आशय का पत्र राज्यपाल मृदुला सिन्हा को जल्द ही सौंपा जाएगा।"

एमजीपी का 2012 से भाजपा के साथ गठबंधन था। इससे पहले वह पांच सालों तक कांग्रेस के साथ थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद एमजीपी और भाजपा के मतभेद उभर कर सामने आ गए।

नए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एमजीपी के वरिष्ठ नेता सुदिन धवलीकर को उप मुख्यमंत्री बनाया और इसके बाद जल्द ही मध्यरात्रि के एक नाटकीय घटनाक्रम ने एमजीपी को तोड़ते हुए भाजपा ने इसके तीन में से दो विधायकों को अपने में मिला लिया। इसी दिन एमजीपी के एकमात्र बचे विधायक सुदिन धवलीकर को उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया।

गोवा में एमजीपी द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद भी भाजपानीत गठबंधन सरकार का बहुमत बना रहेगा। 36 सदस्यीय मौजूदा विधानसभा में भाजपा के 14 विधायक हैं और उसे गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है। सरकार के पास 20 विधायकों का समर्थन है, जो कि बहुमत के लिए जरूरी 19 विधायकों से एक ज्यादा है।
 

goa
goa panaji
BJP Govt
Manohar Parrikar
pramod sawant
MGP
Deepak Dhavalikar
Congress

Related Stories

हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल, कहा प्रधानमंत्री का छोटा सिपाही बनकर काम करूंगा

राज्यसभा सांसद बनने के लिए मीडिया टाइकून बन रहे हैं मोहरा!

ED के निशाने पर सोनिया-राहुल, राज्यसभा चुनावों से ऐन पहले क्यों!

ईडी ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी को धन शोधन के मामले में तलब किया

राज्यसभा चुनाव: टिकट बंटवारे में दिग्गजों की ‘तपस्या’ ज़ाया, क़रीबियों पर विश्वास

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

केरल उप-चुनाव: एलडीएफ़ की नज़र 100वीं सीट पर, यूडीएफ़ के लिए चुनौती 

कांग्रेस के चिंतन शिविर का क्या असर रहा? 3 मुख्य नेताओं ने छोड़ा पार्टी का साथ

‘आप’ के मंत्री को बर्ख़ास्त करने से पंजाब में मचा हड़कंप

15 राज्यों की 57 सीटों पर राज्यसभा चुनाव; कैसे चुने जाते हैं सांसद, यहां समझिए...


बाकी खबरें

  • hafte ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    मोदी सरकार के 8 साल: सत्ता के अच्छे दिन, लोगोें के बुरे दिन!
    29 May 2022
    देश के सत्ताधारी अपने शासन के आठ सालो को 'गौरवशाली 8 साल' बताकर उत्सव कर रहे हैं. पर आम लोग हर मोर्चे पर बेहाल हैं. हर हलके में तबाही का आलम है. #HafteKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार…
  • Kejriwal
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: MCD के बाद क्या ख़त्म हो सकती है दिल्ली विधानसभा?
    29 May 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस बार भी सप्ताह की महत्वपूर्ण ख़बरों को लेकर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन…
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष:  …गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
    29 May 2022
    गोडसे जी के साथ न्याय नहीं हुआ। हम पूछते हैं, अब भी नहीं तो कब। गोडसे जी के अच्छे दिन कब आएंगे! गोडसे जी का नंबर कब आएगा!
  • Raja Ram Mohan Roy
    न्यूज़क्लिक टीम
    क्या राजा राममोहन राय की सीख आज के ध्रुवीकरण की काट है ?
    29 May 2022
    इस साल राजा राममोहन रॉय की 250वी वर्षगांठ है। राजा राम मोहन राय ने ही देश में अंतर धर्म सौहार्द और शान्ति की नींव रखी थी जिसे आज बर्बाद किया जा रहा है। क्या अब वक्त आ गया है उनकी दी हुई सीख को अमल…
  • अरविंद दास
    ओटीटी से जगी थी आशा, लेकिन यह छोटे फिल्मकारों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा: गिरीश कसारावल्ली
    29 May 2022
    प्रख्यात निर्देशक का कहना है कि फिल्मी अवसंरचना, जिसमें प्राथमिक तौर पर थिएटर और वितरण तंत्र शामिल है, वह मुख्यधारा से हटकर बनने वाली समानांतर फिल्मों या गैर फिल्मों की जरूरतों के लिए मुफ़ीद नहीं है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License