NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
पाकिस्तान
गंभीर चूक : आतंकी नहीं पाक छात्र निकले दिल्ली पुलिस के पोस्टर में दिखाए गए युवक
इस मामले में सवाल उठता है कि जो युवक कभी भारत आए ही नहीं उनके आतंकवादी होने और दिल्ली में घुस आने होने की आशंका किस आधार पर बताई गई। जिन सूत्रों और सूचनाओं के आधार पर एडवाइजरी जारी की गई उन सूत्रों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
नवीन कुमार वर्मा
27 Nov 2018
delhi police poster
Image Courtesy: India Today

दिल्ली पुलिस और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) की एक गंभीर चूक का मामला सामने आ रहा है। हाल ही में 20 नवंबर को दिल्ली पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी करके दो युवकों की तस्वीर जारी की थी, जिसमें दो युवक उर्दू में लिखे एक माइलस्टोन पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। जिसमें दिल्ली 360 किलोमीटर और फिरोजपुर 9 किलोमीटर लिखा हुआ है। 
दिल्ली पुलिस द्वारा इन्हें "शक के आधार" पर आतंकवादी कहा गया और दिल्ली के कई इलाकों में पोस्टर चिपकाकर नागरिकों को सावधान रहने की चेतावनी दी गई और किसी भी प्रकार की सूचना मिलने पर पहाड़गंज पुलिस से संपर्क करने की अपील भी की गई।

तस्वीर में नज़र आ रहे युवकों द्वारा सोमवार 26 नवंबर, को पाकिस्तान के फैसलाबाद में एक प्रेस वार्ता की गई। प्रेस वार्ता में युवकों ने दिल्ली पुलिस द्वारा किए जा रहे सभी दावों को खारिज़ कर कहा कि "वह आतंकवादी नहीं बल्कि फैसलाबाद में तालीम-ए-इस्लामिया के छात्र हैं और कभी भारत नहीं गए। उन्होंने कहा कि वह किसी राजनीतिक दल और धार्मिक दल से जुड़े हुए नहीं हैं। वह पाकिस्तान में मौजूद हैं और सबके सामने उपस्थित हैं। "

प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि 11 नवंबर को रायविंड इज्तिमा के दौरान वो लाहौर गए थे और ये तस्वीर उस समय ली गई थी जब वो गांदा सिंध बॉर्डर पर थे। उन्होंने कहा कि वो नहीं जानते कि उनकी यह तस्वीर कैसे दिल्ली पुलिस के पास पहुंची। 

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने यह पुष्टि की है कि तस्वीर में दिख रहे दोनों छात्रों के नाम तय्यब और नदीम हैं। 
जाहिर है जिस प्रकार की भारतीय इंटेलिजेंस और दिल्ली पुलिस द्वारा चूक हुई है उससे रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) और दिल्ली पुलिस की छवि को ठेस पहुंची है। देश की बड़ी संस्थाओं द्वारा इतनी बड़ी चूक कई सवाल उठाती है।

देश के भीतर भी कई ऐसे मामले सामने आते रहे हैं जहां पुलिस द्वारा शक के आधार पर आतंकवादी होने जैसे गंभीर आरोप लगाकर कई नवयुवकों को गिरफ्तार किया गया लेकिन कोर्ट में उनके ऊपर एक भी आरोप साबित नहीं किया जा सका और कोर्ट द्वारा उन्हें बरी किया गया। लेकिन इस सब प्रक्रिया में काफी लंबा समय लगा और ऐसे नौजवानों का भविष्य बर्बाद हो गया।

इस मामले में भी सवाल उठता है कि जो युवक कभी भारत आए ही नहीं उनके आतंकवादी होने और दिल्ली में घुस आने होने की आशंका किस आधार पर बताई गई। इस बारे में दिल्ली पुलिस की ओर से अभी कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया है। इस बारे में दिल्ली पुलिस के पीआरओ से भी फोन पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन फोन नहीं उठा। इस पूरे मामले में जिन सूत्रों और सूचनाओं के आधार पर एडवाइजरी जारी की गई उन सूत्रों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की गलतियों से बचा जा सके और वैश्विक पटल किसी भी तरह की शर्मिंदगी का सामना न करना पड़े।

delhi police
delhi police advisory
suspected terrorists
raw
pakistani students

Related Stories

दिल्ली: रामजस कॉलेज में हुई हिंसा, SFI ने ABVP पर लगाया मारपीट का आरोप, पुलिसिया कार्रवाई पर भी उठ रहे सवाल

क्या पुलिस लापरवाही की भेंट चढ़ गई दलित हरियाणवी सिंगर?

बग्गा मामला: उच्च न्यायालय ने दिल्ली पुलिस से पंजाब पुलिस की याचिका पर जवाब मांगा

शाहीन बाग़ : देखने हम भी गए थे प तमाशा न हुआ!

शाहीन बाग़ ग्राउंड रिपोर्ट : जनता के पुरज़ोर विरोध के आगे झुकी एमसीडी, नहीं कर पाई 'बुलडोज़र हमला'

जहांगीरपुरी : दिल्ली पुलिस की निष्पक्षता पर ही सवाल उठा दिए अदालत ने!

अदालत ने कहा जहांगीरपुरी हिंसा रोकने में दिल्ली पुलिस ‘पूरी तरह विफल’

मोदी-शाह राज में तीन राज्यों की पुलिस आपस मे भिड़ी!

पंजाब पुलिस ने भाजपा नेता तेजिंदर पाल बग्गा को गिरफ़्तार किया, हरियाणा में रोका गया क़ाफ़िला

नफ़रती भाषण: कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को ‘बेहतर हलफ़नामा’ दाख़िल करने का दिया निर्देश


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License