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अपराध
भारत
राजनीति
गोविंद पानसरे की हत्या के मामले में तीन और गिरफ्तार
वरिष्ठ भाकपा नेता गोविंद पानसरे की 2015 में हुई हत्या के संबंध में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
06 Sep 2019
Govind pansare

कोल्हापुर: वरिष्ठ भाकपा नेता गोविंद पानसरे की 2015 में हुई हत्या के संबंध में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही पानसरे मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है।

उन्होंने बताया कि तीनों संदिग्ध -सचिन अंदुरे, अमित बड्डी और गणेश मिस्किन- विभिन्न मामलों में न्यायिक हिरासत के तहत मुंबई और पुणे की जेलों में बंद थे। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सीआईडी की एसआईटी ने उन्हें पानसरे मामले में जेलों से औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि अंदुरे कथित रूप से एक निशानेबाज है और वह नरेंद्र दाभोलकर मामले में पुणे की यरवदा जेल में बंद था। बड्डी और मिस्किन मुंबई की आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में थे।

बड्डी और मिस्किन कर्नाटक के गौरी लंकेश मामले में और महाराष्ट्र के नालासोपारा हथियार बरामदगी मामले में आरोपी हैं। पानसरे को 16 फरवरी 2015 को कोल्हापुर में गोली मार दी गई थी और उनकी 20 फरवरी को मौत हो गई।

प्रख्यात तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में सुबह टहलने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। गौरी लंकेश सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार थीं और उनकी बेंगलुरु में 5 सितंबर 2017 को उनके घर के सामने गोली मारकर हत्या की गई थी। सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि इन तीनों हत्याओं के तार आपस में जुड़े हुए हैं और इनमें शामिल लोग अलग अलग नही हैं।

आपको बता दें कि गोविंद पानसरे जमीन से जुड़े कार्यकर्ता थे। तरह-तरह के जमीनी आंदोलन चलाकर उन्होंने समाज सुधार की भरसक कोशिश की। जातिवाद के खिलाफ लड़ने के लिए अंतर्जातीय विवाह को बढ़ावा दिया। अंधविश्वास से लड़ने के लिए महाराष्ट्र में अंधश्रद्धा निर्मूलन एक्ट बनवाने में योगदान दिया। और टोल—नाकों के खिलाफ प्रदर्शन किए। 

Govind Pansare
CPM
sit
Govind Pansare murder
Inter-caste marriage

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