NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
समाज
भारत
राजनीति
गुजरात: गोधरा में ‘जय श्रीराम' न बोलने पर 3 मुस्लिम युवकों की पिटाई का आरोप
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस घटना की कहानी में बदलाव करने की कोशिश कर रही है और उनको धमका रही है जिन्होंने एफआईआर करने का दबाव बनाया था।
दमयन्ती धर
03 Aug 2019
‘जय श्रीराम' ना बोलने पर 3 मुस्लिम युवकों की कथित पिटाई  

गुजरात के पंचमहल जिले के गोधरा में कथित तौर पर ‘‘ जय श्री राम’’ कहने से इंकार करने पर 1 अगस्त की रात 11 बजे छह अज्ञात लोगों ने तीन मुस्लिम युवकों की पिटाई कर दी। तीनों लड़कों को मामूली चोटें आई थीं, जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में छुट्टी दे दी गई।

पीड़ितों के बयान के अनुसार, तीन दोस्त, समीर हाफिज भगत, सोहेल हाफिज भगत और सलमान गितेली रात में चाय पीने के लिए निकले थे, तभी लगभग छह या सात लोग उनके सामने आ गए और उन लोगों ने 'जय श्री राम'  कहने को बोला और पीटने लगे।

पीड़ित समीर भगत ने न्यूज़क्लिक को बताया, “समीर, सोहेल और मैं गोधरा कस्बे में बाबा नी मठ्ठी नामक स्थान पर रात के लगभग 11 बजे चाय पीने गए थे, तभा छह या सात आदमी कहीं से आए और हमें घेर लिया। उन्होंने हमसे जय श्री राम बोलने को कहा और फिर हमें पीटना शुरू कर दिया। हम अपनी जान बचाने के लिए भागे, तो वो हमारा पीछा करने लगे। उन लोगों ने तभी हमें छोड़ा जब स्थानीय लोग इकट्ठा होने लगे”। उन्होंने आगे कहा कि मेरे सर पर चोट आई है। 

पंचमहल की पुलिस अधीक्षक लीना पाटिल ने तीनों पीड़ितों के दावों का खंडन किया है। उन्होंने न्यूज़क्लिक को बताया कि ये दो गुटों के बीच आपसी झड़प का मामला है। ये लोग जब रात को करीब 11 बजे चाय पीने निकले तो मोटर साईकिल से एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में गाली- गलोच करने लगे। मामला आगे बढ़ गया और बात हाथापाई तक पहुंच गई। पाटिल ने आगे कहा, उनके पास इसके सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं। हालांकि सुबह करीब  तीन बजे मुस्लिम युवकों के बयान के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। चूंकि गोधरा सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जगह है, इसलिए इस घटना के आसपास एक सांप्रदायिक माहौल का निर्माण किया जा रहा है।

गोधरा साल 2002 में गुजरात दंगों का केंद्र था। हालांकि जिले को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील घोषित किया गया, दंगों के बाद यहां कोई भी बड़ी सांप्रदायिक घटना नहीं हुई है।

एक स्थानीय कार्यकर्ता के अनुसार, “गोधरा धार्मिक घेटों में बंटा हुआ है लेकिन शहर में कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है। ये लड़के एक ऐसे क्षेत्र में रात को चाय के लिए निकले जो मुस्लिम बहुल नहीं है और एक गैर-मुस्लिम व्यक्ति के लिए रात में शहर के मुस्लिम बहुल इलाके में घूमना और चाय पीना असामान्य बात नहीं है। ये हैराने वाली बात है कि कैसे इन लड़कों को घेर लिया गया और इन्हें पिटा गया ।” उन्होंने आगे बताया कि पुलिस अपने हिसाब से इस मामले का नैरेटीव सेट करने में लगी है। गोधरा के पुलिस अधीक्षक ने उन्हें तीन लड़कों के साथ खड़े होने और पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मजबूर करने के लिए धमकी भी दी

Jai Shri Ram
Muslim Boys Attacked
Muslims Attacked in Godhra
Gujarat
Gujarat Riots
godhra
communal polarisation
Communal Polarisation in Gujarat

Related Stories

शर्मनाक: अवैध संबंध के आरोप में पति, गांव वालों ने आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया

गुजरात : शारीरिक परीक्षण के लिये उतरवाए गए महिला प्रशिक्षु लिपिकों के कपड़े

कानपुर: जय श्री राम नहीं बोलने पर टोपी पहने किशोर को पीटा

नफ़रत के शिकार लोग ही जानते हैं कि भारत में (न्याय के लिए) लड़ाई कितनी बड़ी है: निशरीन जाफ़री


बाकी खबरें

  • वसीम अकरम त्यागी
    विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी
    26 May 2022
    अब्दुल सुब्हान वही शख्स हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के बेशक़ीमती आठ साल आतंकवाद के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बिताए हैं। 10 मई 2022 को वे आतंकवाद के आरोपों से बरी होकर अपने गांव पहुंचे हैं।
  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा
    26 May 2022
    "इंडो-पैसिफ़िक इकनॉमिक फ़्रेमवर्क" बाइडेन प्रशासन द्वारा व्याकुल होकर उठाया गया कदम दिखाई देता है, जिसकी मंशा एशिया में चीन को संतुलित करने वाले विश्वसनीय साझेदार के तौर पर अमेरिका की आर्थिक स्थिति को…
  • अनिल जैन
    मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?
    26 May 2022
    इन आठ सालों के दौरान मोदी सरकार के एक हाथ में विकास का झंडा, दूसरे हाथ में नफ़रत का एजेंडा और होठों पर हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद का मंत्र रहा है।
  • सोनिया यादव
    क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?
    26 May 2022
    एक बार फिर यूपी पुलिस की दबिश सवालों के घेरे में है। बागपत में जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों द्वारा कथित तौर पर जहर खाने से मौत मामला सामने आया है।
  • सी. सरतचंद
    विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान
    26 May 2022
    युद्ध ने खाद्य संकट को और तीक्ष्ण कर दिया है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका को सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष का कोई भी सैन्य समाधान रूस की हार की इसकी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License