वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने बताया कि चाहे वह दलित विधायक जिग्नेश मेवानी की दोबारा गिरफ्तारी हो, या मध्यप्रदेश में कथित तौर पर हिंदू-मुस्लिम विवाह के बाद मुसलमान की दुकान और घर पर चला बुल्डोज़र, यह सब बदले पर उतारू सरकारों का चेहरा दिखा रहा है। ऐसे में बलिया के तीन पत्रकारों को ज़मानत मिलना, उनके पक्ष में बड़े पैमाने पर आम लोगों का जुटना और स्वागत-सत्कार करना, लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है। इस मसले पर ग्रामीण पत्रकार एसोसियशन के अध्यक्ष सौरभ कुमार और पत्रकार विजय विनीत से भी बात की।