हाथरस के अमानवीय घटना के सिलसिले में, ICF टीम ने उत्तर प्रदेश की पूर्व सांसद और सीपीएम की पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिनी अली से बातचीत की| सुभाषिनी स्पष्ट करती हैं की क्यों इस घटना जातीय हिंसा है, और किस तरह से प्रशासन विचारपुर्वक तरीके से इसे ढंकने की कोशिश में लगा है|