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हरियाणा: ग्रामीण सफाईकर्मियों की हड़ताल 7 तक बढ़ी, मुख्यमंत्री के घर पर पड़ाव का भी ऐलान 
हरियाणा के 11,000 ग्रामीण सफाई कर्मचारी 27 अगस्त से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। कर्मचारी यूनियन ने सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए 7 सितंबर तक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखने और 7-8 सितंबर को करनाल में मुख्यमंत्री आवास पर 24 घंटे का पड़ाव डालने की घोषणा की।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
02 Sep 2019
ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा
ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा ( संबधित सीटू ) ने एक सितंबर को रोहतक में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए 7 सितंबर तक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखने और 7-8 सितंबर को करनाल में मुख्यमंत्री आवास पर 24 घंटे का पड़ाव डालने की घोषणा की। 

रोहतक के प्रभात भवन में आयोजित ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष नरेश शास्त्री,सीटू राज्य उपाध्यक्ष बलबीर दहिया,ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा राज्य प्रधान देवीराम,राज्य महासचिव विनोद कुमार,कोषाध्यक्ष मनोज कुमार,वरिष्ठ उपप्रधान सुरेश कुमार, उपप्रधान महेशचन्द्र तथा राज्य सचिव देवेंद्र सिंह ने संबोधित किया।

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा राज्य प्रधान देवीराम ने कहा कि प्रदेश के 11,000 ग्रामीण सफाई कर्मचारी 27 अगस्त से अपने शोषण के खिलाफ हड़ताल पर हैं और प्रदेश की भाजपा सरकार आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के चक्कर में झूठी जन आशीर्वाद यात्रा चला रही है। उन्होंने सत्ता के नशे में चूर भाजपा नेताओं की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा सरकार बताए क्या वह ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को प्रदेश की जनता नहीं मानती है। आलम यह है कि 28 अगस्त को ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के राज्य स्तरीय प्रतिनिधिमंडल को कैबिनेट की मीटिंग में उनकी मांगों को हल करवाने का आश्वासन देने वाले प्रदेश के पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने 11000 सफाई कर्मचारियों के साथ विश्वासघात किया है और 30 अगस्त को कैबिनेट बैठक में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बारे में मंत्री ने आश्वासन के बावजूद भी कोई चर्चा नहीं की गई।

यूनियन के नेताओं ने नगर पालिका कर्मियों को उनके आंदोलन के बल पर हुई जीत की बधाई दी और कहा की राज्य सरकार ने एक बार फिर ग्रामीण सफाई कर्मियों के साथ धोखा किया है क्योंकि पहले दोनों सफाई कर्मियों का बराबर वेतन था जो सरकार की भेदभाव पूर्ण नीति के चलते ग्रामीण का 11000 तो शहरों में काम करने वाले कर्मियों का वेतन नए समझौते के बाद अब 15000 रुपये मासिक हो गया है जबकि गांवों में कार्यरत कर्मी से सरकार काम ज्यादा ले रही है क्योंकि गांव में 2000 की आबादी में और शहर में 400 की आबादी पर एक कर्मचारी काम करता है।

यूनियन नेताओं ने कहा की एक जैसा काम करने वाले सरकार के कर्मियों को दो प्रकार का वेतन एक को 4000 ज्यादा और दसरे को कम, ये न केवल नाइंसाफी है बल्कि सुप्रीम कोर्ट के समान काम-समान वेतन लागू करने के निर्णय का भी हरियाणा सरकार ने मजाक उड़ाया है जिसको बर्दाश्त नही किया जा सकता।

यूनियन नेताओं ने पूरे प्रदेश के ग्रमीण सफाई कर्मचारियों को आह्वान करते हुए कहा की सरकार की इस दोगली नीति के खिलाफ सभी कर्मचारी चाहे वो किसी भी यूनियन के साथ हों,कोई भी झंडा उठाते हों सबको आज मिलकर लड़ाई को तेज किया जाए और सरकार को इस दोगलेपन का मुहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

नगर पालिका कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेश शास्त्री ने भी ग्रामीण सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा की सरकार हारेगी और आप जीतेंगे इस विश्वास के साथ आप अपनी लड़ाई को आगे बढाये नगर पालिका का एक-एक कर्मचारी आपकी पीठ पे खड़ा है।
इस हड़ताल और मुख्यमंत्री आवास पर पड़ाव की तैयारी के लिए यूनियन नगर पालिका राज्य प्रधान देवीराम,महासचिव विनोद कुमार,राज्य सचिव देवेंद्र तथा राज्य कोषाध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में चार टीम गठित की गई तथा एक टीम नगर पालिका कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेश शास्त्री के नेतृत्व में अलग टीम होगी जो पूरे प्रदेश के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बीच अभियान को लेकर जाएगी।

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