NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
यूपी विधानसभा में 8479.53 करोड़ का अनुपूरक बजट पारित
सदन में द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने सरकार की जमकर आलोचना की और बजट को जनविरोधी बताया।
भाषा
17 Dec 2021
supplementary budget

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार को सदन में वित्त वर्ष 2021-22 का 8479 करोड़ 53 लाख रुपये का द्वितीय अनुपूरक बजट और वित्त वर्ष 2022-23 के शुरुआती चार माह (अप्रैल, मई, जून और जुलाई) के लिए लेखानुदान विधेयक पारित हो गया।
      
संसदीय कार्य और वित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना ने अनुपूरक बजट और लेखानुदान विधेयक को पारित करने का प्रस्ताव रखा जो ध्वनि मत से पारित हो गया।
     
हालांकि विपक्षी दलों के सदस्यों ने अनुपूरक बजट को औचित्यहीन बताते हुए इसका विरोध किया।
     
अनुपूरक बजट के समर्थन में खन्‍ना ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार का मूल मंत्र अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाना है।
     
योगी आदित्यनाथ सरकार ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में चालू वित्त वर्ष के लिए 8479.53 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट और वित्त वर्ष 2022-23 के चार महीनों (अप्रैल से जुलाई) के लिए 1,68,903.23 करोड़ रुपये का लेखानुदान विधानसभा में प्रस्तुत किया था।
      
विपक्षी दलों के द्वितीय अनुपूरक बजट को अनुपयोगी करार दिये जाने के आरोपों को खारिज करते हुए खन्‍ना ने कहा कि सामान्य वर्ग की सबसे बड़ी जरूरत बिजली है और इसके मद में 1350 करोड़ रुपये तथा 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए एक हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है। दूसरा, मुख्‍यमंत्री विवेकाधीन कोष में गरीबों के इलाज के लिए और 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
     
उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था के लिए 670 करोड़ और दिव्यांगजन पेंशन के लिए 167 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और यह पेंशन 500 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये मासिक की गई है। उन्होंने बताया कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए सरकार ने चार हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।

खन्ना ने नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी के आंकड़ों को झुठलाते हुए दावा किया कि समाजवादी पार्टी की सरकार के मुकाबले हमारी सरकार में अपराधों में गिरावट आई है। 
     
चौधरी ने कानून-व्यवस्था की बदहाली का आरोप लगाते हुए आंकड़ों के आधार पर दावा किया था कि जब से भाजपा की सरकार बनी तब से अपराधों में लगातार वृद्धि हुई है।
     
खन्‍ना ने कहा कि हमारी सरकार में 3405 माफियाओं को चिन्हित कर 2334 लोगों को गिरफ्तार किया गया और पांच दुर्दांत माफिया की संपत्ति जब्त की गई। उन्होंने कहा कि लोक दृष्टि से बड़ा कोई मानदंड नहीं होता है।
     
उन्होंने आंबेडकर की चर्चा करते हुए कहा कि पंचतीर्थ (आंबेडकर से जुड़े पांच प्रमुख स्‍थान) हमने बनाया। उन्होंने पेट्रोल-डीजल की महंगाई के आरोपों का जवाब देते हुए राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस नीत सरकार का उदाहरण दिया जहां उत्तर प्रदेश से अधिक पेट्रोल-डीजल की कीमत है।
     
सदन में द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने सरकार की जमकर आलोचना की और बजट को जनविरोधी बताया। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के बृहस्पतिवार को दिये गये भाषण पर तंज कसते हुए सवाल उठाया, ‘‘जहां पर बेटी-बहनों की इज्जत महफूज न हो क्या यही रामराज्य है, जहां पर रात दिन डकैती, हत्‍या, लूट और बलात्‍कार होते हैं, क्या यही रामराज्य है।’’ चौधरी ने आंकड़ों के जरिये दावा किया कि उत्‍तर प्रदेश में बेतहाशा अपराध बढ़ा है।
      
योगी ने बृहस्पतिवार को सदन में समाजवाद को बहुरुपिया ब्रांड बताते हुए दावा किया था कि इस देश को न साम्यवाद, न समाजवाद चाहिए बल्कि इस देश को राम राज्‍य चाहिए। 
     
बहुजन समाज पार्टी के नेता उमाशंकर सिंह ने सदन के कक्ष में बाबा साहब डाक्टर भीम राव आंबेडकर का चित्र लगाने की मांग करते हुए अनुपूरक बजट का विरोध किया और इसे जनविरोधी बताया।
     
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि इस बजट में मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है जबकि सबसे ज्यादा मध्‍यम वर्ग प्रभावित हुआ है।
    
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि पांच साल से वादा पर वादा किया जा रहा है और मुझे उम्मीद थी कि मुख्‍यमंत्री जब बोलेंगे तो सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने की घोषणा करेंगे लेकिन घोषणा की बात तो दूर चर्चा भी नहीं हो पाई। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री से अनुरोध किया कि सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू की जाए। 
    
अपना दल (एस) की लीना तिवारी ने अनुपूरक बजट का समर्थन करते हुए सरकार की योजनाओं की सराहना की। 

Uttar pradesh
UP assembly
UP supplementary budget
Yogi Adityanath
BJP

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

आजमगढ़ उप-चुनाव: भाजपा के निरहुआ के सामने होंगे धर्मेंद्र यादव

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !


बाकी खबरें

  • एपी
    हादसा: चीन में यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त, 133 लोग थे सवार
    21 Mar 2022
    सरकारी प्रसारक ‘सीसीटीवी’ के अनुसार, विमान ‘चाइना ईर्स्टन 737’ टेंग काउंटी के वुझो शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    भाजपा सरकार के संरक्षण में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण कर रही है MP पुलिस: माकपा
    21 Mar 2022
    “श्योपुर और रायसेन में दोनों ही जगह विवाद समाज के वंचित तबकों आदिवासियों और मुस्लिम समुदाय में हुआ। प्रशासन की कार्यवाही ऐसी होनी चाहिए थी कि दोनों समुदायों में अलगाव और असुरक्षा की भावना खत्म होती।…
  • सुबोध वर्मा
    तो क्या सिर्फ़ चुनावों तक ही थी ‘फ्री राशन’ की योजना? 
    21 Mar 2022
    वर्तमान खाद्यान्न का स्टॉक वैधानिक सीमा से दोगुना है, जिस तरह का उत्पादन हुआ है, खरीद अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर की गई है फिर भी मोदी सरकार मुफ्त राशन योजना का विस्तार करने के मामले पर चुप है।
  • संजय कुमार
    यूक्रेन-रूस युद्ध का संदर्भ और उसके मायने
    21 Mar 2022
    2014 के बाद के यूक्रेन में रूसी अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न और धुर दक्षिणपंथी कार्रवाइयां इस युद्ध के लिए राजनीतिक संदर्भ प्रदान करती हैं, लेकिन पुतिन का झुकाव पहले से ही इस मसले के सैन्य समाधान की तरफ़…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    सांसद गिरिराज सिंह के उकसावे पर बेगूसराय में उन्माद भड़काने की हो रही साजिश : भाकपा माले
    21 Mar 2022
    केन्द्रीय मंत्री ने एक मामूली घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा, “ यहां भी हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं, वो अब कहाँ जाएं? इसको लेकर विपक्षी दल भाकपा-माले ने गिरिराज सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि समस्तीपुर के…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License