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भारत
राजनीति
ख़बर भी, नज़र भी : कांग्रेस के बाद बीजेपी को अपना कुनबा बचाने की चुनौती
कांग्रेस के बाद बीजेपी में भी असंतोष सतह पर नज़र आने लगा है। शायद इसे ही कहते हैं कि ‘अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे’। वैसे ऊंटों के बारे में राजस्थान वालों से ज़्यादा कौन जान सकता है। लेकिन शायद उन्हें भी नहीं मालूम कि अंतत: ‘ऊंट किस करवट बैठेगा’।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
10 Aug 2020
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जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को विधायकों से ऐसी ही एकजुटता विधानसभा में भी दिखाने को कहा है जैसी की अब तक उन्होंने दिखाई है। उधर कहा जा रहा है कि बाग़ी पायलट ने एक बार फिर राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है। इसी के साथ राजस्थान बीजेपी में भी उठापटक है और कांग्रेस की तरह बीजेपी भी अपना कुनबा बचाने में जुटी है।

जैसलमेर के रिसॉर्ट में कांग्रेस विधायक दल और समर्थक दलों की बैठक को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत ने कहा, ‘‘हम सब लोकतंत्र के योद्धा हैं। यह लड़ाई हम जीतने जा रहे हैं और साढे़ तीन साल के बाद चुनाव में भी जीतेंगे।’’

उन्होंने विधायकों से कहा कि जिस तरह की एकजुटता अब तक दिखाई है उसी तरह की एकजुटता आपको सदन में भी दिखानी है।

उन्होंने विधायकों से सदन में तैयारी के साथ जाने को कहा है और उसके बाद अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जन कल्याण कार्यो की एक सूची पेश करने को कहा है ताकि सरकार उन पर काम कर सके।

उन्होंने राजनीतिक उथल-पुथल और राज्य में कोरोना वायरस संकट के कारण पैदा हालात से बखूबी निपटने का विश्वास व्यक्त किया।

विधायक दल की बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस का आजादी के पहले और बाद में संघर्ष का इतिहास रहा है। उन्होंने कांग्रेस को समर्थन देने के लिये अन्य पार्टियों के विधायकों को धन्यवाद दिया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी बैठक में मौजूद थे।

उधर मीडिया में आईं अन्य ख़बरों के मुताबिक बाग़ी सचिन पायलट ने एक बार फिर राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है। हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। उधर इस समय राजस्थान बीजेपी में भी गतिविधियां तेज़ हैं। आपको मालूम है कि राजस्थान में 14 अगस्त को विधानसभा सत्र बुलाया गया है। इसी में गहलोत सरकार का शक्ति प्रदर्शन होगा।

कहा जा रहा है कि राजस्थान में कांग्रेस के बाद अब बीजेपी भी अपना कुनबा बचाने में जुटी है। आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने अपने 18 विधायकों को गुजरात भेज दिया है, मगर 6 विधायकों के राजस्थान से बाहर नहीं जाने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। सूत्रों के अनुसार शनिवार को दिन भर हेलिकॉप्टर खड़ा रहा मगर बीजेपी के झालावाड़ और धौलपुर के विधायकों ने मध्यप्रदेश और गुजरात जाने से मना कर दिया। धौलपुर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का क्षेत्र है और झालावाड़ वसुंधरा राजे का चुनावी क्षेत्र है। कहा जा रहा है इन विधायकों ने राज्य के मौजूदा नेतृत्व से साफ कर दिया कि वे वसुंधरा राजे के आदेश के बिना कहीं नहीं जाएंगे।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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Rajasthan
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Avinash Pandey
Rajasthan Politics

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