NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
उत्पीड़न
कानून
भारत
राजनीति
एमनेस्टी इंडिया के प्रमुख आकार पटेल का दावा, उन्हें अमेरिका जाने से रोका गया
एमनेस्टी इंटरनेशल इंडिया के प्रमुख ने कहा, “ बात इसी महीने की है। अदालत ने मेरा पासपोर्ट जारी कर दिया। मुझे वीजा मिल गया । मैं हवाई अड्डे गया। मुझे आव्रजन पर रोक लिया गया। मुझे बताया गया था कि मैं सीबीआई के लुकआउट सर्कुलर में हूं।"
भाषा
06 Apr 2022
aakar patel

बेंगलुरु: एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के प्रमुख आकार पटेल ने बुधवार को आरोप लगाया कि उन्हें यहां एक हवाई अड्डे पर देश से बाहर जाने से रोक दिया गया। पटेल का दावा है कि आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। 
    
सीबीआई ने इस मानवाधिकार निगरानी संस्था के बेंगलुरु और दिल्ली स्थित दफ्तरों पर नवंबर 2019 में छापे मारे थे। 
    
बेंगलुरु के इंदिरानगर में एमनेस्टी के कार्यालय में सीबीआई के करीब 15 अधिकारी पहुंचे थे और उन्होंने संगठन संरचना और अन्य से संबंधित विवरण हासिल किए थे। 
    
वर्ष 2018 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एमनेस्टी इंटरनेशल इंडिया के दफ्तर पर विदेशी मुद्रा उल्लंघन के मामले को लेकर छापा मारा था।     
    
ये छापे विदेशी प्रत्यक्ष निवेश नियमों का कथित रूप से उल्लंघन करने के सिलसिले में मारे गए थे जो गृह मंत्रालय की ओर से 2010 में एनजीओ के विदेशी योगदान नियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने के पिछले मामले से जुड़ी थी। 

तब एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने आरोप लगाया था कि एमनेस्टी इंडिया जब भी भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ खड़ी होती है और उसके खिलाफ बोलती होती है तो उसे प्रताड़ित किया जाता है। 

उसने कहा था कि वह भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कानून का पूरी तरह से पालन करती है। 

पटेल ने बुधवार को कहा कि जब वह सुबह बेंलगुरु से बोस्टन की उड़ान में सवार होने के लिए यहां कैम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईए) पर पहुंचे तो उन्हें आव्रजन अधिकारियों ने रोक लिया और कहा कि उनके खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया हुआ है। 

पटेल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ मुझे नहीं मालूम कि मैं क्यों लुक आउट सर्कुलर में हूं। मुझे इस बारे में पता नहीं था कि मैं उड़ान में सवार नहीं हो सकता हूं। मेरी उड़ान छूट गई है और अब मैं घर पर हूं। (आव्रजन अधिकारियों ने) मुझे जाने नहीं दिया गया।”
    
पटेल ने आरोप लगाया कि भाजपा के एक विधायक ने उनके खिलाफ सूरत में मामला दर्ज कराया था जिसके बाद उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था।
    
उन्हें अदालत से अपना पासपोर्ट वापस मिला। पटेल ने कहा कि वह तीन विश्वविद्यालयों- मिशिगन विश्वविद्यालय, बर्कले विश्वविद्यालय और न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने के लिए अमेरिका जाना चाहते थे।
    
एमनेस्टी इंटरनेशल इंडिया के प्रमुख ने कहा, “ बात इसी महीने की है। अदालत ने मेरा पासपोर्ट जारी कर दिया। मुझे वीजा मिल गया । मैं हवाई अड्डे गया। मुझे आव्रजन पर रोक लिया गया। 
मुझे बताया गया था कि मैं सीबीआई के लुकआउट सर्कुलर में हूं, यही शब्द उस मामले के लिए इस्तेमाल किए गए जो उन्होंने एमनेस्टी के खिलाफ दर्ज किया था जिसमें मुझे न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही मैं जमानत पर हूं।”
    
पटेल ने कहा कि वह देखेंगे कि कौन से कानूनी विकल्प उपलब्ध हैं।

Aakar Patel
amnesty
Amnesty International
CBI

Related Stories

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

हाथरस मामले में सीबीआई की चार्जशीट योगी सरकार और प्रशासन पर कई सवाल उठाती है!


बाकी खबरें

  • विकास भदौरिया
    एक्सप्लेनर: क्या है संविधान का अनुच्छेद 142, उसके दायरे और सीमाएं, जिसके तहत पेरारिवलन रिहा हुआ
    20 May 2022
    “प्राकृतिक न्याय सभी कानून से ऊपर है, और सर्वोच्च न्यायालय भी कानून से ऊपर रहना चाहिये ताकि उसे कोई भी आदेश पारित करने का पूरा अधिकार हो जिसे वह न्यायसंगत मानता है।”
  • रवि शंकर दुबे
    27 महीने बाद जेल से बाहर आए आज़म खान अब किसके साथ?
    20 May 2022
    सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान अंतरिम ज़मानत मिलने पर जेल से रिहा हो गए हैं। अब देखना होगा कि उनकी राजनीतिक पारी किस ओर बढ़ती है।
  • डी डब्ल्यू स्टाफ़
    क्या श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट की तरफ़ बढ़ रहा है बांग्लादेश?
    20 May 2022
    श्रीलंका की तरह बांग्लादेश ने भी बेहद ख़र्चीली योजनाओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर विदेशी क़र्ज़ लिए हैं, जिनसे मुनाफ़ा ना के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में जारी आर्थिक उथल-पुथल…
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
    20 May 2022
    आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन…
  • राज वाल्मीकि
    मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?
    20 May 2022
    अभी 11 से 17 मई 2022 तक का सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का “हमें मारना बंद करो” #StopKillingUs का दिल्ली कैंपेन संपन्न हुआ। अब ये कैंपेन 18 मई से उत्तराखंड में शुरू हो गया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License