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आंदोलन
राजनीति
अर्जेंटीनाः गर्भपात के अधिकार की मांग के लिए लोगों ने वर्चुअल प्रदर्शन किया
क़ानूनी, सुरक्षित और मुफ्त गर्भपात के अधिकार के लिए राष्ट्रीय अभियान ने अपनी पंद्रहवीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रदर्शन का आह्वान किया था।
पीपल्स डिस्पैच
29 May 2020
अर्जेंटीना

28 मई यानी महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस को अर्जेंटीना में क़ानूनी, सुरक्षित और मुफ्त गर्भपात के अधिकार के लिए राष्ट्रीय अभियान ने अपनी पंद्रहवीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर पर देश में गर्भपात के अधिकारों के लिए संघर्ष में सबसे आगे चल रहे इस आंदोलन ने नागरिकों से इस महत्वपूर्ण मानव अधिकार को वैध बनाने की मांग करते हुए वर्चुअल तरीक़े से लामबंद होने का आह्वान किया।

हज़ारों महिलाओं, समलैंगिकों और जननाक्षम लोगों (नॉन-बाइनरी पीपल) ने वर्चुअल पैन्यूएलाज़ो में भाग लिया या हरे रंग के स्कार्फ के साथ मार्च किया जो क़ानूनी गर्भपात के लिए नारीवादी संघर्ष का प्रतिनिधित्व करता है। स्वैच्छिक गर्भपात (आईवीई) बिल को मंजूरी देने की मांग करते हुए उन्होंने फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर हरे रंग के स्कार्फ के साथ अपने संदेश और तस्वीरें साझा कीं। कई नेताओं, सोशल एक्टिविस्ट, मानवाधिकार संगठनों, महिलाओं और एलजीबीटीक्यूआई आंदोलनों ने भी इसमें भाग लिया।

दिन भर इस आंदोलन के ज़रिए कई सम्मेलन, इंटरव्यू और कलात्मक प्रदर्शन किए गए और इन कार्यक्रमों की तस्वीरें और वीडियो को अलग-अलग सोशल मीडिया हैंडल पर डाला गया।

एक ट्वीट में इस राष्ट्रीय अभियान ने लिखा, "भविष्य यहां है! हमने सड़कों पर आंदोलन के 15 साल होने का जश्न मनाया। एक ऐसे क़ानून के लिए लड़ रहे थे जो अर्जेंटीना में गर्भवती महिलाओं के अधिकारों को पूरी तरह से मान्यता देता है। एक साझा इतिहास के 15 साल हो गए। अब समय आ गया है!"

इस साल सत्ता में एक प्रगतिशील राष्ट्रपति के साथ लगता है कि क़ानूनी गर्भपात अर्जेंटीना में परिणाम तक पहुंच जाएगा। 1 मार्च को नेशनल एसेंबली के एक सत्र में राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने घोषणा की कि दस दिनों के भीतर वह देश में गर्भपात अपराध की श्रेणी से हटाने के लिए एक बिल पेश करेंगे। इतिहास में पहली बार देश की मुखिया ने गर्भपात के अधिकार की वकालत की। उनकी इस घोषणा को लेकर महिलाओं, एलजीबीटीक्यूआई समुदाय और नारीवादी आंदोलनों और संगठनों द्वारा जश्न मनाई गई, जिन्होंने इसे देश में लंबे समय से मांग वाले गर्भपात अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता माना।

हालांकि, ठीक इसी समय अर्जेंटीना में COVID-19 के फैलने के चलते इस फैसले को क्रियान्वित नहीं किया जा सका। इस वर्चुएल प्रदर्शन के साथ नारीवादी आंदोलनों ने राष्ट्रपति के उनके वादे को याद दिलाया और जल्द से जल्द प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया।

27 मई तक अर्जेंटीना में कोरोनोवायरस के 13,920 मामलों की पुष्टि हुई जिसमें 500 लोगों की मौत हो गई और 4,336 लोग ठीक हुए।

Argentina
Abortion Rights
Protests
Coronavirus
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