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भारत
राजनीति
किसान आंदोलन पर वरुण गांधी ने दी केंद्र सरकार को हिदायत, शेयर किया अटल बिहारी वाजपेयी का वीडियो
वरुण गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के एक भाषण को शेयर करते हुए किसानों का समर्थन किया है और अपनी सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। 
न्यूजक्लिक रिपोर्ट
14 Oct 2021
varun gandhi

किसान आंदोलन ने देश के प्रत्येक आदमी को प्रभावित किया है, वह चाहे पक्ष में हो चाहे विपक्ष में, लखीमपुर खीरी मामले के बाद से किसानों को लेकर देशवासियों में संवेदना और तनाव का भी माहौल है, जिसका अपना एक राजनीतिक प्रभाव भी यूपी चुनावों में देखने को मिल सकता है। अब सत्ताधारी पार्टी के ही सांसद वरुण गांधी भी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से किसानों का समर्थन कर रहे हैं और अपनी ही भाजपा सरकार पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं। 

अब उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के एक भाषण को शेयर करते हुए किसानों का समर्थन किया है और अपनी सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। 

वरुण गाँधी ने गुरुवार के दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भाषण शेयर किया है जिसमें वे कह रहे हैं ‘’मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूँ, दमन के तरीके छोड़ दीजिए, डराने की कोशिश मत कीजिए, किसान डरने वाला नहीं है, हम किसानों के आंदोलन का दलीय राजनीति के लिए उपयोग नहीं करना चाहते, लेकिन हम किसानों की उचित मांग का समर्थन करते हैं, और अगर सरकार दमन करेगी, क़ानून का दुरूपयोग करेगी, शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की कोशिश करेगी तो किसानों के संघर्ष में कूदने में हम संकोच नहीं करेंगे, उनके साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़े रहेंगे।’’

ये भी पढ़ें: लखीमपुर नरसंहार: न्यायालय ने उप्र सरकार से पूछा क्या आरोपी गिरफ़्तार किए गए हैं?

इस 42 सेकंड की वीडियो को शेयर करने के साथ ही सांसद वरुण गाँधी ने ये भी लिखा है ‘’बड़े दिल वाले नेता के समझदार शब्द…’’ एक तरह से इस कैप्शन को प्रधानमंत्री मोदी से भी जोड़कर देखा जा रहा है, जिनके शासन में किसान आंदोलन को दबाने के लिए हर संभव असंवैधानिक तरीकों का उपयोग किया जा रहा है।

ये पहली बार नहीं है जबकि वरुण गाँधी ने किसानों का समर्थन किया है। लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड मामले में भी उन्होंने किसानों का खुलकर समर्थन किया और किसानों की हत्या की जांच की मांग की। चार अक्टूबर के दिन उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखके कहा कि लखीमपुर खीरी मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा जांच की जाए, अपराधियों को जेल भेजा जाए और मृतक किसानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। 

वरुण गाँधी ने लखीमपुर खीरी मामले को सिख बनाम हिन्दू करने वालों को भी जमकर लताड़ा और कहा कि ‘’लखीमपुर खीरी मामले को हिन्दू बनाम सिख की लड़ाई में बदलने का प्रयास किया जा रहा है, ये न केवल एक अनैतिक और झूठा नैरेटिव है बल्कि ऐसे जख्मों को कुरेदने के लिए खतरनाक है जिन्हें भरने में पीढ़ियाँ लग गईं।’’ 

लखीमपुर खीरी मामले की एक वायरल वीडियो (जिसमें थार गाड़ी द्वारा किसानों को कुचलते हुए देखा जा सकता है जिसे कथित तौर पर आशीष मिश्रा चला रहा था, जो भाजपा नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बेटा है) को शेयर करते हुए वरुण गाँधी ने ट्वीट किया था- ‘’लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ियों से जानबूझकर कुचलने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झखझोर देगा। पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाड़ियों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों, और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल गिरफ्तार करे।’’

ये भी पढ़ें: लखीमपुर खीरी कांड : एसकेएम का 18 को रेल रोको, लखनऊ में भी महापंचायत करेंगे किसान

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farmers protest
Varun gandhi
Atal Bihari Vajpayee
BJP
Congress

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