NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
कार्टून क्लिक: मोदी जी की लोकप्रियता घटी...ये तो बहुत नाइंसाफ़ी है!
नेताओं की लोकप्रियता के सर्वे, चुनावी ओपिनियन पोल या चैनलों की टीआरपी से ज़्यादा कुछ नहीं हैं। जिसमें हेरफेर और घोटाला भी होता रहता है। मगर इसके बाद भी इंडिया टुडे के सर्वे ‘मूड ऑफ द नेशन’ को पढ़ना ज़रूरी तो लगता है क्योंकि ये काफी दिलचस्प बातें बताता है।
आज का कार्टून
17 Aug 2021
कार्टून क्लिक: मोदी जी की लोकप्रियता घटी...ये तो बहुत नाइंसाफ़ी है!

नेताओं की लोकप्रियता के सर्वे, चुनावी ओपिनियन पोल या चैनलों की टीआरपी से ज़्यादा कुछ नहीं हैं। जिसमें हेरफेर और घोटाला भी होता रहता है। यानी ओपिनियन लेने के नाम पर ओपिनियन बनाने का भी खेल रहता है। शुरुआती गिरावट के बाद सही मौके पर बढ़त भी दिखाने की तैयारी रहती है। यानी ओपिनियन से एग्ज़िट तक काफी कुछ बदल जाता है और उसके बाद एग्ज़िट भी बदल जाने की पूरी संभावना रहती है।

इस खेल में बहुत विश्वास न करते हुए और साथ ही किसी के सर्वे को सही या ग़लत भी न कहते हुए इंडिया टुडे के हालिया सर्वे मूड ऑफ द नेशन को पढ़ना ज़रूरी तो लगता है क्योंकि ये काफी दिलचस्प बातें बताता है। जैसे यही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में गिरावट दर्ज की गई है।

इंडिया टुडे के हालिया सर्वे ‘मूड ऑफ द नेशन’ में कई तरह के सवाल पूछे गए थे। जैसे कि भारत के अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री कौन? इत्यादि। सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में भारी गिरावट दर्ज की गई है। साल 2020 के सर्वे में 66 फीसदी लोग नरेंद्र मोदी को देश का अगला प्रधानमंत्री देखना चाहते थे। जबकि हालिया सर्वे में 24 फीसदी लोगों ने ही नरेंद्र मोदी के नाम पर मुहर लगाई है। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता में एक फीसदी का इजाफा हुआ है। नरेंद्र मोदी के बाद अगले प्रधानमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ को 11 फीसदी लोगों ने पसंद किया। जबकि जनवरी 2021 में 10 फीसदी लोग पसंद करते थे। इस घटत और बढ़त की राजनीति को पढ़ते हुए यहां आपको याद रखना होगा कि अब यूपी के चुनाव आने वाले हैं।

इसके अलावा विपक्ष के नेता राहुल गांधी को 10 फीसदी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी को 8-8 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री के तौर पर पसंद किया है। इसके अतिरिक्त मोदी सरकार की विफलताओं में महंगाई, बेरोजगारी और कोरोना महामारी प्रबंधन, किसान आंदोलन और नोटबंदी को लोगों ने सबसे बड़ी विफलता बताया। इससे यह भी पता चलता है कि लोग सबकुछ भूले नहीं हैं।

cartoon click
cartoon
Irfan ka cartoon
Narendra modi
Yogi Adityanath

Related Stories

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

कार्टून क्लिक: उनकी ‘शाखा’, उनके ‘पौधे’

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

PM की इतनी बेअदबी क्यों कर रहे हैं CM? आख़िर कौन है ज़िम्मेदार?


बाकी खबरें

  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: कुछ भी मत छापो, श..श..श… देश में सब गोपनीय है
    10 Apr 2022
    एक कानून है, गोपनीयता का कानून। पहले से ही है। सरकारी गोपनीयता का कानून। बलिया में वह भंग कर दिया गया। तीन पत्रकारों ने उसे भंग किया।
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    जय श्री राम बनाम जय सिया राम
    10 Apr 2022
    आज रामनवमी है, और इतवार भी। इसलिए ‘इतवार की कविता’ में आज पढ़ते हैं जय श्री राम और जय सिया राम का फ़र्क़ और मर्म बताती मुकुल सरल की यह छोटी सी कविता।
  • worker
    पुलकित कुमार शर्मा
    पिछले तीन सालों में दिहाड़ी 50 रुपये नहीं बढ़ी, जबकि महंगाई आसमान छू गयी    
    10 Apr 2022
    देश में 30 करोड़ से भी ज्यादा ग्रामीण कामगार कृषि और गैर कृषि पेशों से जुड़े हुए हैं। जिनकी दिहाड़ी में पिछले तीन सालों में मामूली सी बढ़ोतरी हुई है, जबकि महंगाई आसमान छू रही है।  
  • नाइश हसन
    उर्दू पत्रकारिता : 200 सालों का सफ़र और चुनौतियां
    10 Apr 2022
    उर्दू अपना पहले जैसा मक़ाम हासिल कर सकती है बशर्ते हुकूमत एक खुली ज़ेहनियत से ज़बान को आगे बढ़ाने में साथ दे, लेकिन देखा तो यह जा रहा है कि जिस पैकेट पर उर्दू में कुछ छपा नज़र आ जा रहा है उस प्रोडक्ट से…
  • शारिब अहमद खान
    नेट परीक्षा: सरकार ने दिसंबर-20 और जून-21 चक्र की परीक्षा कराई एक साथ, फ़ेलोशिप दीं सिर्फ़ एक के बराबर 
    10 Apr 2022
    केंद्र सरकार द्वारा दोनों चक्रों के विलय के फैसले से उच्च शिक्षा का सपना देखने वाले हज़ारों छात्रों को धक्का लगा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License