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कोरोनावायरस : चीन में 41 लोगों की मौत,भारत में 11 लोगों को निगरानी में रखा गया
चीन में कोरोनावायरस के कहर से 41 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोनावायरस से भारत में भी खतरे की आशंका है। 11 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें 7 केरल के हैं। कोरोनावायरस टीके की अभी तक खोज नहीं हुई है लेकिन शोधकर्ताओं की तीन टीमें इस पर काम कर रही हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
25 Jan 2020
Coronavirus

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को घोषणा कि 1287 पुष्ट मामलों में से शुक्रवार रात तक 237 लोगों की हालत गंभीर है। आयोग ने बताया कि अब तक कुल 1965 संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट हुई है।

इससे भारत के लिए चिंता पैदा हो गई है क्योंकि 700 भारतीय छात्र वुहान और हुबेई प्रांत के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे हैं तथा अब भी वहां फंसे हुए हैं। भारतीय दूतावास ने उनसे करीबी संपर्क बनाने के लिए हॉटलाइन्स स्थापित की हैं। कोरोनावायरस से भारत में भी खतरे की आशंका है। 11 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें 7 केरल के हैं।

तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस से निपटने के लिए चीन ने वुहान में 1,000 बिस्तर वाला अस्पताल बनाना शुरू कर दिया है जिसके दस दिन से कम समय में तैयार होने की उम्मीद है। वुहान तथा हुबेई प्रांत के 12 अन्य शहरों में इलाज के लिए सैन्य चिकित्सकों को तैनात करना भी शुरू कर दिया है। वुहान और हुबेई में सभी सार्वजनिक यातायात पूरी तरह से बंद हैं।

इस वायरस को अभी 2019-एनसीओवी के नाम से जाना जा रहा है जो एक नए प्रकार का कोरोना वायरस है।  इससे पहले यह वाला वायरस इंसानों में नहीं देखा गया था।

कोरोना वायरस का एक बड़ा परिवार है।  इसी से जुड़े सार्स (सेवेर अक्यूट रेसपिरट्री सिंड्रोम) वायरस के कारण साल 2000 में तकरीबन 800 लोगों की जानें गई थीं।

कोरोना वायरस के कुछ सामान्य लक्षण सर्दी-ज़ुकाम से जुड़े हुए हैं। प्रशासन का कहना है कि नया वायरस वुहान के सीफ़ूड मार्केट में पैदा हुआ है 'जहां पर अवैध रूप से जंगली जानवर लाए जाते हैं।'

अभी इस वायरस के इंसान से इंसान में फैलने के प्रमाण मिले हैं, जिसमें वायरस मरीज़ से परिवार के किसी सदस्य और स्वास्थ्य कर्मियों में भी फैला है।  

इस वायरस के कारण शुरुआत में बुख़ार और खांसी होती है जिसके बाद यह फेफड़ों को प्रभावित करता है। इसमें सांस लेने में दिक़्क़तें भी होती हैं।  इसके टीके की अभी तक खोज नहीं हुई है लेकिन शोधकर्ताओं की तीन टीमें इस पर काम कर रही हैं।इस वायरस के प्रकोप के बीच चीन और अमेरिका के शोधकर्ता जानलेवा नये कोरोनावायरस के खिलाफ टीका बनाने पर एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं।अभी इस वायरस का कोई इलाज नहीं है। इस वायरस के निमोनिया जैसे लक्षण हैं और यह मनुष्यों के बीच संक्रामक रोग है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इतनी अधिक संख्या में मौतों के बावजूद बृहस्पतिवार को इस वायरस को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित करने का कदम रोक दिया।

कोरोनावायरस के संक्रमण के मामले चीन के साथ अब यूरोप के साथ ऑस्ट्रेलिया तक पहुंच गए हैं। फ्रांस में तीन लोगों में संक्रमण का पता लगाया गया है। ऑस्ट्रेलिया में भी कोरोनावायरस का एक केस सामने आया है।

शुक्रवार तक 20 हजार यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 5 दिन के भीतर 1789 यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। इनमें से दो के संक्रमित होने की आशंका है, जिन्हें मुंबई कस्तूरबा गांधी अस्पताल के स्पेशल वार्ड में निगरानी में रखा गया है। इसके अलावा केरल में 80 लोगों को उनके घरों में चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है। ऐहतियात के तौर पर दिल्ली एम्स में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है।

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

Coronavirus
Communicable Diseases
National Health Commission
China
India
WHO

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