NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
डूटा ने ‘पैटर्न ऑफ असिस्टेंस’ दस्तावेज़ के ख़िलाफ़ कुलपति कार्यालय पर किया प्रदर्शन
शिक्षक संघ ने यह भी घोषणा की कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) को मांगें पूरी होने तक लगातार बंद रखा जाएगा।
भाषा
23 Mar 2021
duta
फाइल फोटो

नयी दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) ने कुलपति कार्यालय पर प्रदर्शन किया और ‘पैटर्न ऑफ असिस्टेंस’ दस्तावेज को वापस लेने तथा विश्वविद्यालय के अधीन एवं दिल्ली सरकार की वित्तीय मदद वाले 12 कॉलेजों में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति को निरस्त करने की मांग की।

शिक्षक संघ ने यह भी घोषणा की कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) को मांगें पूरी होने तक लगातार बंद रखा जाएगा।

संघ ने पूर्व में आरोप लगाया था कि उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी ‘पैटर्न ऑफ असिस्टेंस’ दस्तावेज के जरिए दिल्ली सरकार ‘‘दिल्ली विश्विवद्यालय से इन कॉलेजों का संबंध खत्म करने के तरीके तलाश रही है।’’

डूटा ने 18 मार्च को एक बयान में कहा था, ‘‘पैटर्न ऑफ असिस्टेंस में दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध इन 12 कॉलेजों को शत प्रतिशत वित्तीय मदद वाले दिल्ली सरकार द्वारा प्रायोजित कॉलेज बताया गया है। यह पूरी तरह गलत है क्योंकि ये कॉलेज विश्वविद्यालय के घटक कॉलेज हैं।’’

इसने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को इन 12 कॉलेजों का अतिरिक्त प्रभार दिए जाने का भी विरोध किया है और वित्त विभाग के इससे संबंधित आदेश को वापस लिए जाने की मांग की है।

डूटा का आरोप है कि दिल्ली सरकार इन कॉलेजों को विश्वविद्यालय से बाहर करने और इन्हें स्व-वित्तपोषित आधार पर चलाने का प्रयास कर रही है, जिससे कि सरकारी मदद देने से बचा जा सके।

 

DUTA protest
Pattern of Assistance
Delhi University
DU Shutdown
delhi government

Related Stories

मुंडका अग्निकांड: सरकारी लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रेड यूनियनों ने डिप्टी सीएम सिसोदिया के इस्तीफे की मांग उठाई

आंगनवाड़ी महिलाकर्मियों ने क्यों कर रखा है आप और भाजपा की "नाक में दम”?

SFI ने किया चक्का जाम, अब होगी "सड़क पर कक्षा": एसएफआई

दिल्ली: ट्रेड यूनियन के साइकिल अभियान ने कामगारों के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा शुरू करवाई

डीयू के छात्रों का केरल के अंडरग्रेजुएट के ख़िलाफ़ प्रोफ़ेसर की टिप्पणी पर विरोध

दिल्ली पुलिस की 2020 दंगों की जांच: बद से बदतर होती भ्रांतियां

युवाओं ने दिल्ली सरकार पर बोला हल्ला, पूछा- 'कहां है हमारा रोज़गार?'

डीयू: एनईपी लागू करने के ख़िलाफ़ शिक्षक, छात्रों का विरोध

प्रत्यक्ष कक्षाओं की बहाली को लेकर छात्र संगठनों का रोष प्रदर्शन, जेएनयू, डीयू और जामिया करेंगे  बैठक में जल्द निर्णय

दिल्ली: डीयू के शिक्षकों का हल्ला बोल, मुख्यमंत्री आवास तक मार्च


बाकी खबरें

  • न्यूजक्लिक रिपोर्ट
    संतूर के शहंशाह पंडित शिवकुमार शर्मा का मुंबई में निधन
    10 May 2022
    पंडित शिवकुमार शर्मा 13 वर्ष की उम्र में ही संतूर बजाना शुरू कर दिया था। इन्होंने अपना पहला कार्यक्रम बंबई में 1955 में किया था। शिवकुमार शर्मा की माता जी श्रीमती उमा दत्त शर्मा स्वयं एक शास्त्रीय…
  • न्यूजक्लिक रिपोर्ट
    ग़ाज़ीपुर के ज़हूराबाद में सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर पर हमला!, शोक संतप्त परिवार से गए थे मिलने
    10 May 2022
    ओमप्रकाश राजभर ने तत्काल एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के अलावा पुलिस कंट्रोल रूम, गाजीपुर के एसपी, एसओ को इस घटना की जानकारी दी है। हमले संबंध में उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया। उन्होंने कहा है कि भाजपा के…
  • कामरान यूसुफ़, सुहैल भट्ट
    जम्मू में आप ने मचाई हलचल, लेकिन कश्मीर उसके लिए अब भी चुनौती
    10 May 2022
    आम आदमी पार्टी ने भगवा पार्टी के निराश समर्थकों तक अपनी पहुँच बनाने के लिए जम्मू में भाजपा की शासन संबंधी विफलताओं का इस्तेमाल किया है।
  • संदीप चक्रवर्ती
    मछली पालन करने वालों के सामने पश्चिम बंगाल में आजीविका छिनने का डर - AIFFWF
    10 May 2022
    AIFFWF ने अपनी संगठनात्मक रिपोर्ट में छोटे स्तर पर मछली आखेटन करने वाले 2250 परिवारों के 10,187 एकड़ की झील से विस्थापित होने की घटना का जिक्र भी किया है।
  • राज कुमार
    जनवादी साहित्य-संस्कृति सम्मेलन: वंचित तबकों की मुक्ति के लिए एक सांस्कृतिक हस्तक्षेप
    10 May 2022
    सम्मेलन में वक्ताओं ने उन तबकों की आज़ादी का दावा रखा जिन्हें इंसान तक नहीं माना जाता और जिन्हें बिल्कुल अनदेखा करके आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन तबकों की स्थिति सामने रखी जिन तक आज़ादी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License