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इक्वाडोर के लोग राष्ट्रपति लासो की आर्थिक नीतियों के ख़िलाफ़ लामबंद
विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारियों ने अन्य मांगों के साथ कल से मासिक आधार पर पेट्रोल और डीजल की क़ीमतों में वृद्धि करने वाले राष्ट्रपति के आदेश को रद्द करने की मांग की।
पीपल्स डिस्पैच
12 Aug 2021
इक्वाडोर के लोग राष्ट्रपति लासो की आर्थिक नीतियों के ख़िलाफ़ लामबंद

11 अगस्त को इक्वाडोर के हजारों लोग राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो की दक्षिणपंथी सरकार की नवउदारवादी आर्थिक नीतियों के खिलाफ देश भर में इकट्ठा हुए। कर्मचारियों, शिक्षकों, छात्रों, किसानों और आदिवासी समुदायों ने कल से शुरू होने वाले मासिक आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि करने वाले राष्ट्रपति के फरमान को रद्द करने की मांग को लेकर विभिन्न प्रांतों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।

राजधानी क्विटो में सैकड़ों नागरिकों ने इक्वाडोरियन सोशल सिक्यूरिटी इंस्टिच्यूट (आईईएसएस) के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। ग्वायाकिल शहर में सेंटेनारियो पार्क के पास विरोध प्रदर्शन किया गया। ग्वायस, लॉस रियोस और एल ओरो प्रांतों में किसानों और आदिवासी लोगों ने प्रमुख सड़कों और राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया।

ऑर्गेनिक लॉ ऑफ इंटरकल्चरल एजुकेशन (एलओईआई) को लागू करने की मांग को लेकर 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे शिक्षकों के संघर्ष के प्रति विभिन्न क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं ने एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने किसानों की फसलों के उचित मूल्य के उनके दावों के लिए किसान समुदायों का समर्थन भी व्यक्त किया। उन्होंने सरकारी कंपनियों और सामाजिक सुरक्षा संस्थानों के निजीकरण को भी खारिज कर दिया।

इस राष्ट्रीय विरोध प्रदर्शनों का आह्वान यूनिटी फ्रंट ऑफ वर्कर्स (एफयूटी), नेशनल यूनियन ऑफ एजुकेटर्स (यूएनई), कन्फेडरेशन ऑफ इंडिजिनस नेशनलिटीज ऑफ इक्वाडोर (सीओएनएआईई) और पचाकुटिक प्लुरिनेशनल यूनिटी मूवमेंट द्वारा किया गया था।

सीओएनएआईई के अध्यक्ष लियोनिडास इज़ा ने 10 अगस्त को विरोध प्रदर्शनों का आह्वान करते हुए कहा कि राष्ट्रपति लासो की सरकार ने "अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा प्रतिबंधित अपने पूर्ववर्ती लेनिन मोरेनो की उसी नीति को जारी रखने और कायम रखने का फैसला किया है।"

कल विरोध प्रदर्शन में इज़ा ने जोर देकर कहा कि "निजीकरण से आर्थिक संकट का समाधान नहीं किया जाएगा, इसे सभी इक्वाडोरवासियों से संबंधित सरकारी कंपनियों को सशक्त बनाकर हल किया जाएगा।"

Ecuador
Guillermo Lasso

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