NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
फ़ैक्ट चेकः योगी आदित्यनाथ ने जर्जर स्कूल की तस्वीर ग़लत दावे के साथ साझा की
सवाल उठता है कि क्या जिस जर्जर स्कूल की तस्वीर को साझा किया गया है, वो सचमुच वर्ष 2017 से पहले की यानी सपा शासनकाल की है? आइये! पड़ताल करते हैं-
राज कुमार
04 Feb 2022
Yogi

योगी आदित्यनाथ ने 3 फरवरी 2022 को उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों की स्थिति के बारे में एक ट्वीट किया। ट्वीट में तस्वीरों के जरिये फर्क दिखाया गया है कि 2017 से पहले स्कूलों की हालत कितनी जर्जर थी और 2017 के बाद प्राथमिक स्कूलों की काया बदल गई है। अब सवाल उठता है कि क्या जिस जर्जर स्कूल की तस्वीर को साझा किया गया है, वो सचमुच वर्ष 2017 से पहले की यानी सपा शासनकाल की है? आइये! पड़ताल करते हैं।

जांच-पड़ताल

जब जर्जर स्कूल की फोटो के बारे में खोजबीन की गई तो हमें अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट का शीर्षक था “जर्जर स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं नौनिहाल”। अमर उजाला की इस रिपोर्ट के साथ वो फोटो छपा है जो योगी आदित्यनाथ की ट्वीट में इस्तेमाल किया गया है। अमर उजाला ने फोटो को कैप्शन दिया है “नगर स्थित प्राथमिक विद्यालय का जर्जर भवन”। रिपोर्ट मिर्ज़ापुर के स्कूलों के बारे में है और 6 अप्रैल 2018 को प्रकाशित हुई थी। यानी स्पष्ट है कि फोटो 2017 से पहले का नहीं बल्कि बाद का है। ये जर्जर स्कूल की फोटो सपा शासनकाल की नहीं बल्कि योगी सरकार के शासनकाल की ही है।

image

अमर उजाला की रिपोर्ट में बकायदा मिर्ज़ापुर ज़िले में जर्जर स्कूली भवनों की सूची प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट में बेसिक शिक्षा विभाग के ज़िला समन्वयक अजय श्रीवास्तव के हवाले से लिखा गया है कि ज़िला के 207 स्कूलों के भवन जर्जर अवस्था में हैं।

योगी आदित्यनाथ द्वारा साझा किये गये ट्वीट में इस्तेमाल की गई दूसरी चमकदार स्कूल की तस्वीर लखनऊ, नरही प्राथमिक पाठशाला की है। ये तस्वीर 1 मार्च 2021 को एक वेब पोर्टल न्यूज़रूम पोस्ट पर प्रकाशित की गई थी। तस्वीर उस समय की बताई गई है जब योगी आदित्यनाथ स्कूल के निरिक्षण के लिए अचानक स्कूल में पहुंच गये थे। वेबसाइट पर इस मौके की अन्य तस्वीरें भी मौजूद हैं।

निष्कर्ष

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जर्जर स्कूल की जो तस्वीर साझा की है, वो 2017 से पहले की नहीं बल्कि 2017 के बाद की है। इसलिये योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया दावा और ट्वीट भ्रामक है।

(लेखक स्वतंत्र पत्रकार एवं ट्रेनर हैं। आप सरकारी योजनाओं से संबंधित दावों और वायरल संदेशों की पड़ताल भी करते हैं। )

इसे भी पढ़े : फ़ैक्ट चेक : संबित ने जर्जर स्कूलों को सपा सरकार का बताया, स्कूल योगी सरकार के निकले

फ़ैक्ट चेकः योगी का दावा ग़लत, नहीं हुई किसानों की आय दोगुनी

fact check
Yogi Adityanath
UP school
UP Assembly Elections 2022
yogi government

Related Stories

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश

क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?

यूपी: बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच करोड़ों की दवाएं बेकार, कौन है ज़िम्मेदार?

उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव का समीकरण

योगी सरकार द्वारा ‘अपात्र लोगों’ को राशन कार्ड वापस करने के आदेश के बाद यूपी के ग्रामीण हिस्से में बढ़ी नाराज़गी

मनरेगा मज़दूरों के मेहनताने पर आख़िर कौन डाल रहा है डाका?

योगी 2.0 का पहला बड़ा फैसला: लाभार्थियों को नहीं मिला 3 महीने से मुफ़्त राशन 


बाकी खबरें

  • protest
    न्यूज़क्लिक टीम
    दक्षिणी गुजरात में सिंचाई परियोजना के लिए आदिवासियों का विस्थापन
    22 May 2022
    गुजरात के दक्षिणी हिस्से वलसाड, नवसारी, डांग जिलों में बहुत से लोग विस्थापन के भय में जी रहे हैं। विवादास्पद पार-तापी-नर्मदा नदी लिंक परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। लेकिन इसे पूरी तरह से…
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: 2047 की बात है
    22 May 2022
    अब सुनते हैं कि जीएसटी काउंसिल ने सरकार जी के बढ़ते हुए खर्चों को देखते हुए सांस लेने पर भी जीएसटी लगाने का सुझाव दिया है।
  • विजय विनीत
    बनारस में ये हैं इंसानियत की भाषा सिखाने वाले मज़हबी मरकज़
    22 May 2022
    बनारस का संकटमोचन मंदिर ऐसा धार्मिक स्थल है जो गंगा-जमुनी तहज़ीब को जिंदा रखने के लिए हमेशा नई गाथा लिखता रहा है। सांप्रदायिक सौहार्द की अद्भुत मिसाल पेश करने वाले इस मंदिर में हर साल गीत-संगीत की…
  • संजय रॉय
    महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 
    22 May 2022
    पेट्रोलियम उत्पादों पर हर प्रकार के केंद्रीय उपकरों को हटा देने और सरकार के इस कथन को खारिज करने यही सबसे उचित समय है कि अमीरों की तुलना में गरीबों को उच्चतर कीमतों से कम नुकसान होता है।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: महंगाई, बेकारी भुलाओ, मस्जिद से मंदिर निकलवाओ! 
    21 May 2022
    अठारह घंटे से बढ़ाकर अब से दिन में बीस-बीस घंटा लगाएंगेे, तब कहीं जाकर 2025 में मोदी जी नये इंडिया का उद्ïघाटन कर पाएंगे। तब तक महंगाई, बेकारी वगैरह का शोर मचाकर, जो इस साधना में बाधा डालते पाए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License