NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
जॉर्ज फ्लॉयड को ह्यूस्टन में दफनाया गया
सफेद घोड़े वाली घोड़ागाड़ी में जब फ्लॉयड को सुनहरे ताबूत में अंत्येष्टि के लिए ले जाया जा रहा था तो तेज गर्मी के बावजूद सैकड़ों लोग रास्ते में और अंत्येष्टि स्थल के बाहर खड़े हुए थे। फ्लॉयड को उनकी मां के पास दफ़नाया गया।
भाषा
11 Jun 2020
जॉर्ज फ्लॉयड

ह्यूस्टन : अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड को यहां एक गिरजाघर में श्रद्धांजलि सभा के बाद दफना दिया गया। इस सभा में 500 से अधिक शोक संतप्त लोग शामिल हुए।

गौरतलब है कि फ्लॉयड की 25 मई को मिनियापोलिस में पुलिस हिरासत में मौत के बाद नस्ली भेदभाव के विरोध में अमेरिका समेत कई अन्य देशों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हो गए थे।

हथकड़ी लगे काले व्यक्ति फ्लॉयड की गर्दन को श्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा घुटने से दबाए जाने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में दिख रहा है कि अधिकारी कम से कम आठ मिनट तक अपने घुटने से 46 वर्षीय फ्लॉयड की गर्दन दबाए रखता है। इस दौरान फ्लॉयड सांस रुकने की बात कहता नज़र आते हैं।

वीडियो में दिखता है कि इसके बाद उनका हिलना-डुलना और बोलना बंद हो जाने पर भी पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन अपना घुटना नहीं हटाता।

यह वीडियो एक राहगीर ने बनाया था। वीडियो में नज़र आ रहे सभी चार पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाए गए हैं।

फ्लॉयड की मौत के बाद लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। कई स्थानों पर लूटपाट की घटनाएं भी हो रही हैं।

अंत्येष्टि के लिए फ्लॉयड का शव शनिवार को यहां लाया गया था। उन्हें उनकी मां के पास दफनाया गया।

बीते दो हफ्ते से फ्लॉयड घर-घर में जाना-पहचाना नाम बन गया है और दुनियाभर में नस्लवाद के खात्मे के लिए एक अभियान की पहचान बन गया।

सफेद घोड़े वाली घोड़ागाड़ी में जब फ्लॉयड को सुनहरे ताबूत में अंत्येष्टि के लिए ले जाया जा रहा था तो तेज गर्मी के बावजूद सैकड़ों लोग रास्ते में और अंत्येष्टि स्थल के बाहर खड़े हुए थे।

फ्लॉयड की छह साल की बेटी जियाना भी अपनी मां के साथ इस श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुई, हालांकि वह नहीं जानती है कि उसके पिता की मौत कैसे हुई।

फ्लॉयड की याद के सम्मान में टेक्सास सदर्न यूनिवर्सिटी ने उनकी बेटी को पूर्ण स्कॉलरशिप देने की घोषणा की है।

George Floyd
George floyd Murder
USA
Racism

Related Stories

भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन में हो रहा क्रांतिकारी बदलाव

अमेरिकी आधिपत्य का मुकाबला करने के लिए प्रगतिशील नज़रिया देता पीपल्स समिट फ़ॉर डेमोक्रेसी

जॉर्ज फ्लॉय्ड की मौत के 2 साल बाद क्या अमेरिका में कुछ बदलाव आया?

छात्रों के ऋण को रद्द करना नस्लीय न्याय की दरकार है

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

पश्चिम बनाम रूस मसले पर भारत की दुविधा

पड़ताल दुनिया भर कीः पाक में सत्ता पलट, श्रीलंका में भीषण संकट, अमेरिका और IMF का खेल?

क्यों बाइडेन पश्चिम एशिया को अपनी तरफ़ नहीं कर पा रहे हैं?

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License