NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
हिजाब  मामला: हिजाब इस्लाम का अभिन्न हिस्सा नहीं, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने खारिज की याचिका
अदालत ने अपना फ़ैसला सुनते हुए यह भी कहा कि शिक्षण संस्थानों में यूनिफ़ॉर्म की व्यवस्था क़ानूनी तौर पर जायज़ है और इसे संविधान के तहत दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन नहीं कहा जा सकता है।    
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
15 Mar 2022
Karnataka High Court

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आज यानी  मंगलवार को कक्षा में हिजाब पहनने की अनुमति मांगने के संबंध में दायर याचिकाएं खारिज कर दी। शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को पांच याचिकाओं ने अदालत में चुनौती दी थी।

कक्षा में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध को न्यायालय में संवैधानिक चुनौती देने वाले छात्रों को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने एक बड़ा झटका देते हुए कहा कि हिजाब एक आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है। 
 
अदालत ने अपना फ़ैसला सुनते हुए यह भी कहा कि शिक्षण संस्थानों में यूनिफ़ॉर्म की व्यवस्था क़ानूनी तौर पर जायज़ है और इसे संविधान के तहत दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन नहीं कहा जा सकता है।  

आदेश से पहले, राज्य सरकार ने राज्य की राजधानी बेंगलुरु में “सार्वजनिक शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए” एक सप्ताह के लिए सभी बड़े समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया था। मैंगलोर ने भी 15 से 19 मार्च तक बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। आज उडुपी में स्कूल और कॉलेज बंद हैं।

मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश रितु राज अवस्थी, न्यायमूर्ति कृष्णा एस दीक्षित और न्यायमूर्ति जेएम खाजी की पीठ ने की।

इस मामले में न्यायालय के समक्ष सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह था कि क्या हिजाब पहनना इस्लाम की अनिवार्य धार्मिक प्रथा का हिस्सा है और ऐसे मामलों में  क्या राज्य का हस्तक्षेप संवैधानिक है। अदालत को यह सुनिश्चित करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत अभिव्यक्ति के अधिकार की तुलना में अनुच्छेद 19(2) के तहत प्रतिबंध का विश्लेषण करना था

याचिकाकर्ताओं ने कॉलेज विकास समितियों को वर्दी निर्धारित करने का अधिकार प्रदान करने वाले 5 फरवरी को जारी सरकारी ऑर्डर को भी चुनौती दी थी।

हाई कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ याचिकाकर्ता उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे। 

हाई कोर्ट के आज के फैसले को देखते हुए कर्नाटक के कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और कई इलाकों में धारा 144 भी लगाई गई है। 

Karnataka High Court
Controversy over Hijab
Hijab case

Related Stories

हिजाब बनाम परचम: मजाज़ साहब के नाम खुली चिट्ठी

‘’मुसलमानों के लिए 1857 और 1947 से भी मुश्किल आज के हालात’’

शिक्षित मुस्लिम महिलाओं ने हिजाब फ़ैसले को “न्यायिक अतिक्रमण’ क़रार दिया है 

मैरिटल रेप को आपराधिक बनाना : एक अपवाद कब अपवाद नहीं रह जाता?

पत्नी नहीं है पति के अधीन, मैरिटल रेप समानता के अधिकार के ख़िलाफ़

मुसलमानों को अलग थलग करता है Hijab Verdict

परदे से आज़ादी-परदे की आज़ादी: धर्म और शिक्षा से आगे चला गया है हिजाब का सवाल

हिजाब मामले पर कोर्ट का फ़ैसला, मुस्लिम महिलाओं के साथ ज़्यादतियों को देगा बढ़ावा

त्वरित टिप्पणी: हिजाब पर कर्नाटक हाईकोर्ट का फ़ैसला सभी धर्मों की औरतों के ख़िलाफ़ है

हिजाब पर बवाल के बहुआयामी निहितार्थ


बाकी खबरें

  • नीलांजन मुखोपाध्याय
    यूपी: योगी 2.0 में उच्च-जाति के मंत्रियों का दबदबा, दलितों-पिछड़ों और महिलाओं की जगह ख़ानापूर्ति..
    02 Apr 2022
    52 मंत्रियों में से 21 सवर्ण मंत्री हैं, जिनमें से 13 ब्राह्मण या राजपूत हैं।
  • अजय तोमर
    कर्नाटक: मलूर में दो-तरफा पलायन बन रही है मज़दूरों की बेबसी की वजह
    02 Apr 2022
    भारी संख्या में दिहाड़ी मज़दूरों का पलायन देश भर में श्रम के अवसरों की स्थिति को दर्शाता है।
  • प्रेम कुमार
    सीबीआई पर खड़े होते सवालों के लिए कौन ज़िम्मेदार? कैसे बचेगी CBI की साख? 
    02 Apr 2022
    सवाल यह है कि क्या खुद सीबीआई अपनी साख बचा सकती है? क्या सीबीआई की गिरती साख के लिए केवल सीबीआई ही जिम्मेदार है? संवैधानिक संस्था का कवच नहीं होने की वजह से सीबीआई काम नहीं कर पाती।
  • पीपल्स डिस्पैच
    लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया
    02 Apr 2022
    इज़रायल के क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों में और विदेशों में रिफ़्यूजियों की तरह रहने वाले फ़िलिस्तीनी लोग लैंड डे मनाते हैं। यह दिन इज़रायली क़ब्ज़े के ख़िलाफ़ साझे संघर्ष और वापसी के अधिकार की ओर प्रतिबद्धता का…
  • मोहम्मद सज्जाद, मोहम्मद ज़ीशान अहमद
    भारत को अपने पहले मुस्लिम न्यायविद को क्यों याद करना चाहिए 
    02 Apr 2022
    औपनिवेशिक काल में एक उच्च न्यायालय के पहले मुस्लिम न्यायाधीश, सैयद महमूद का पेशेवराना सलूक आज की भारतीय न्यायपालिका में गिरते मानकों के लिए एक काउंटरपॉइंट देता है। 
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License