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गंभीर रूप से बीमार फिलीस्तीनी व्यक्ति को इसराइल के अधिकारी सुनसान जगह पर छोड़ गए
अज्ञात व्यक्ति ने कोरोनोवायरस को लेकर जांच कराया था। पिछले चार दिनों से इस वायरस के लक्षण सामने आ रहे थे।
पीपल्स डिस्पैच
24 Mar 2020
फिलिस्तीन
जमीन पर पड़ा व्यक्ति फ़िलिस्तीनी मजदूर था जो इज़राइल में काम करता है। (फेसबुक / स्क्रीनग्रैब)

फिलिस्तीनियों के प्रति कब्जे वाली मानसिकता और उदासीनता का एक क्रूर और अमानवीय मामला सामने आया है। इजरायल के अधिकारियों ने सोमवार 23 मार्च को इजरायली राज्य के फिलिस्तीनी-बहुसंख्यक शहर नाबलुस के रहने वाले एक फिलीस्तीनी व्यक्ति को उठा लिया और उसे इज़राइली चौकी के फिलिस्तीनी के नियंत्रण वाले वेस्ट बैंक ले जाकर छोड़ दिया। इसकी जानकारी मिडिल ईस्ट आई ने दी है।

उस व्यक्ति को काफी तेज़ बुखार था जिसके चलते वह चलने फिरने में असमर्थ था। उसे सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी और जमीन पर पड़ा हुआ था, दर्द से कराह रहा था। साफ तौर पर देखा जा सकता था कि उसकी तबीयत बुरी तरह खराब है। इन सबके बावजूद उसे इजरायली अधिकारी छोड़ कर चले गए।

ये अज्ञात फिलिस्तीनी व्यक्ति कथित रूप से इज़राइल में मजदूर के तौर पर काम कर रहा था और पिछले चार दिनों से कोरोनोवायरस के लक्षण दिख रहे थे। वायरस के लिए उसकी जांच की गई थी और वह रिपोर्ट का इंतजार कर रहा था। गंभीर रुप से बीमार इस व्यक्ति का वीडियो बनाने वाले इब्राहिम अबू सफ़िया ने ये बात कही।

मिडिल ईस्ट आई ने भी सफ़िया के हवाले से लिखा है कि उस व्यक्ति ने उन्हें बताया कि इससे पहले कि उसे अपने जांच की रिपोर्ट मिल पाता उसके इजरायल के नियोक्ता ने उसकी हालत के बारे में इज़राइली अधिकारियों को सूचित किया। अधिकारियों ने तब उसे बिना किसी चेतावनी या जानकारी के उठा लिया और उसे इज़राइली चौकी के दूसरी तरफ उसे मरने के लिए छोड़ दिया।

जबसे सफिया ने इस वीडियो को रिकॉर्ड किया है तब से फिलिस्तीन की सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। सफिया ने इलाके के स्थानीय फिलिस्तीनियों को भी इस व्यक्ति की हालत के बारे में बताया फिर लोगों ने उस व्यक्ति को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस भेजने को लेकर फ़िलस्तीनी आपात सेवाओं को फोन किया।

कब्जे वाले फ़िलिस्तीनियों का इज़राइल में इलाज अक्सर अमानवीय रहा है और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानूनों के सभी मानदंडों का उल्लंघन करता रहा है। पिछले महीने इजरायल के अधिकारियों ने गजन के एक व्यक्ति को गोली मारने के बाद उसके शव को बुलडोजर से लटका दिया था। शहर के लोगों में कोरोना वायरस के बड़े पैमाने पर संक्रमण के मामले में आपदा की अधिक संभावना के बावजूद पर्याप्त चिकित्सा की उपलब्धता से वंचित करते हुए उन्होंने गाजा के नाकेबंदी को हटाने से इनकार कर दिया है। ज्ञात हो कि इस शहर का घनत्व काफी ज़्यादा है और इस तरह की महामारी से निपटने के लिए उचित स्वास्थ्य व्यवस्था की काफी कमी है।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Palestine
Israel
International news
International Humanitarian Laws

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