NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
इज़रायली सैनिकों ने वेस्ट बैंक में एक फ़िलिस्तीनी को मारी गोली, कई लोगों को किया गिरफ़्तार

अगवा हुए लोगों में दो किशोर लड़के थे जिन्हें इज़रायली सैनिकों ने क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में फ़िलिस्तीनी गांवों को अलग करने वाली अवैध अपार्थेड वाल के पास से उठाया था।
पीपल्स डिस्पैच
01 Sep 2021
/Israeli-soldiers-shot-a-Palestinian-in-the-West-Bank-many-people-arrested

इजरायली सुरक्षा बलों ने बुधवार की सुबह 1 सितंबर को और मंगलवार 31 अगस्त की रात से पहले कई छापेमारी में फिलिस्तीनी राजधानी रामल्ला के पश्चिम में बेत उर अल-तहता गांव के पश्चिमी प्रवेश द्वार पर एक सैन्य चौकी पर एक फिलिस्तीनी व्यक्ति को मार डाला वहीं दो नाबालिग लड़कों सहित कई अन्य फिलिस्तीनियों को उठा लिया।

मारे गए फिलीस्तीनी व्यक्ति की पहचान 39 वर्षीय राईद युसूफ रशीद जदल्ला के रूप में हुई है। उस पर इजरायली सैनिकों द्वारा उस समय हमला किया गया जब वह और अन्य फिलिस्तीनी कर्मचारी जो इजरायल में काम करते थे वह इजरायल की अपार्थेड वाल (apartheid wall) को पार करने और अपने-अपने गांवों में घर वापस जाने की कोशिश कर रहे थे।

रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि जदल्ला जिसे पांच गोली मारी गई थी और खून बहता हुआ जमीन पर छोड़ दिया गया था उसके पास से एक येरूसेलम आईडी कार्ड पाया गया था।

घटनास्थल पर मौजूद फिलीस्तीनी चिकित्सक उसके शव को अपने कब्जे में लिया और रामल्ला में एक फिलिस्तीनी अस्पताल ले गए। रामल्ला के पश्चिम में निलिन गांव के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक सैन्य चौकी के पास इसी तरह की घटना में एक अन्य फिलिस्तीनी को इजरायली सैनिकों द्वारा कथित तौर पर गोली मार दी गई थी। यह अभी भी पता नहीं है कि सैनिकों द्वारा मारा गया व्यक्ति जिंदा है या उसकी मौत हो गई।

इजरायली बलों ने आज सुबह और कल रात कब्जे वाले वेस्ट बैंक में छापेमारी की, जिसमें 18 साल से कम उम्र के दो युवा सहित कुल पांच फिलिस्तीनियों का अपहरण किया गया।

इज़रायली सैनिकों ने रामल्ला के उत्तर में बिरज़ित शहर पर भी छापा मारा और शहर के फ़िलिस्तीनी निवासियों पर गैस बम, हथगोले और गोलियों का इस्तेमाल करके हमला किया। इसको लेकर प्रदर्शन हुआ और निहत्थे फिलिस्तीनियों से संघर्ष हुआ।

इजरायली सेना कब्जे वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी येरुशेलम में नियमित रूप से इस प्रकार के हिंसक, दमनकारी आक्रमण और छापेमारी करती है ताकि फिलीस्तीनियों को अधीनता और डर के माहौल में अपने अधीन रखा जा सके और उन्हें इजरायली कब्जा के खिलाफ राजनीतिक और प्रतिरोधी गतिविधियों में भाग लेने से रोका जा सके। इन छापेमारी में हमले के परिणामस्वरूप हज़ारों फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं, कई हज़ार अन्य लोग घायल हुए हैं। इस छापेमारी से फ़लस्तीनी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान का हुआ है साथ ही उनके घरों की अवैध रूप से तलाशी भी ली गई है और तोड़फोड़ की गई है।

Israeli
Palestinian
Israeli soldiers

Related Stories

इजरायल के सैनिकों द्वारा बुलडोजर से शव को घसीटने के चलते अंतर्राष्ट्रीय समुमदाय नाराज

फिलिस्तीनियों ने ट्रम्प के एकतरफा 'शांति' समझौते को नकारा

इजरायली सैनिकों ने दो दिनों की छापे में एक पत्रकार सहित 20 फिलिस्तीनियों को उठाया

इजराइल के जेल में बंद फ़िलिस्तीनी कैदी अहमद ज़हरान ने 166 दिनों से चल रही अपनी भूख हड़ताल ख़त्म


बाकी खबरें

  • वसीम अकरम त्यागी
    विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी
    26 May 2022
    अब्दुल सुब्हान वही शख्स हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के बेशक़ीमती आठ साल आतंकवाद के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बिताए हैं। 10 मई 2022 को वे आतंकवाद के आरोपों से बरी होकर अपने गांव पहुंचे हैं।
  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा
    26 May 2022
    "इंडो-पैसिफ़िक इकनॉमिक फ़्रेमवर्क" बाइडेन प्रशासन द्वारा व्याकुल होकर उठाया गया कदम दिखाई देता है, जिसकी मंशा एशिया में चीन को संतुलित करने वाले विश्वसनीय साझेदार के तौर पर अमेरिका की आर्थिक स्थिति को…
  • अनिल जैन
    मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?
    26 May 2022
    इन आठ सालों के दौरान मोदी सरकार के एक हाथ में विकास का झंडा, दूसरे हाथ में नफ़रत का एजेंडा और होठों पर हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद का मंत्र रहा है।
  • सोनिया यादव
    क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?
    26 May 2022
    एक बार फिर यूपी पुलिस की दबिश सवालों के घेरे में है। बागपत में जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों द्वारा कथित तौर पर जहर खाने से मौत मामला सामने आया है।
  • सी. सरतचंद
    विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान
    26 May 2022
    युद्ध ने खाद्य संकट को और तीक्ष्ण कर दिया है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका को सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष का कोई भी सैन्य समाधान रूस की हार की इसकी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License