NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
गुइलियो रेगेनी अपहरण व हत्या मामले में ईजिप्ट के अधिकारियों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही की इटली का मांग
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के पीएच.डी. के छात्र रेगेनी ईजिप्ट के ट्रेड यूनियनों पर शोध कर रहा था और साल 2016 में ईजिप्ट में क्षेत्रीय दौरे के दौरान रेगेनी का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी।
पीपल्स डिस्पैच
22 Jan 2021
गुइलियो रेगेनी

इटली के सरकारी वकील ने मिस्र के चार राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। इन अधिकारियों में मेजर जनरल तारिक सेबर, कर्नल आसर कामेल मुहम्मद इब्राहिम, कर्नल हुसाम हेलमी और मेजर इब्राहिम अब्देल अल-शरीफ शामिल हैं जिनको 2016 में इटली के एक छात्र गुइलियो रेगेनी के अपहरण व हत्या के लिए जिम्मेदार के रूप में पहचाना गया।

आरोपी के रुप में मिस्र के इन चारों अधिकारियों की पहचान पिछले साल दिसंबर में एक संसदीय समिति की जांच के आधार पर की गई। इटली के जांचकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि मिस्र के चार जनरल इंटेलिजेंस सर्विस कर्मियों ने रेगेनी के शरीर के अंग के कुछ हिस्सों को जलाकर और उसकी हत्या करने से पहले अन्य शारीरिक यातनाएं पहुंचाकर कम से कम चालीस दिनों तक प्रताड़ित किया।

इटली के छात्र गुइलियो रेगेनी को अज्ञात हमलावरों द्वारा जनवरी 2016 में उस समय अपहरण कर लिया गया था जब वह मिस्र के ट्रेड यूनियन आंदोलनों और स्ट्रीट वेंडर के बीच उनकी गतिविधियों का अध्ययन करने के लिए काहिरा में उतरा था। वह उस समय कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहा था और अपने शोध के लिए मिस्र की ट्रेड यूनियनों में काम कर रहा था।

हालांकि मिस्र की सरकार ने इस जांच रिपोर्ट को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था और देश में आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने या उन्हें इटली में प्रत्यर्पित करने की अनुमति से इनकार कर दिया था। मिस्र के सरकारी वकील ने दिसंबर के आखिरी सप्ताह में दावा किया था कि मामले को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि जांच इस अपराध के अपराधियों की पहचान करने में विफल रही है। इसने इटली द्वारा नामित चार अधिकारियों को आरोपी के रूप में मानने से इनकार कर दिया।

इटली के विदेश मंत्रालय ने इस मामले को बंद करने से इनकार कर दिया था और मिस्र की सरकार से सहयोग की मांग की थी। इटली में संसदीय समिति के प्रमुख ने इस जांच को बंद करने के मिस्र के फैसले को "शर्मनाक" करार दिया था। मिस्र की सरकार द्वारा चार अधिकारियों के खिलाफ मामले को बंद करने के फैसले की यूरोपीय संसद और कई मानवाधिकार संगठनों ने भी आलोचना की है।

italy
egypt
murder case
International news

Related Stories

दुनिया भर की: कोलंबिया में पहली बार वामपंथी राष्ट्रपति बनने की संभावना

मनासा में "जागे हिन्दू" ने एक जैन हमेशा के लिए सुलाया

‘’तेरा नाम मोहम्मद है’’?... फिर पीट-पीटकर मार डाला!

अमेरिका में महिलाओं के हक़ पर हमला, गर्भपात अधिकार छीनने की तैयारी, उधर Energy War में घिरी दुनिया

चंदौली: कोतवाल पर युवती का क़त्ल कर सुसाइड केस बनाने का आरोप

रूस-यूक्रैन संघर्षः जंग ही चाहते हैं जंगखोर और श्रीलंका में विरोध हुआ धारदार

दुनिया भर की: सोमालिया पर मानवीय संवेदनाओं की अकाल मौत

गिउलिअनो ब्रुनेटी: “नाटो के ख़िलाफ़ हमारा संघर्ष साम्राज्यवादी ताकतों के ख़िलाफ़ संघर्ष है”

यूपी: अयोध्या में चरमराई क़ानून व्यवस्था, कहीं मासूम से बलात्कार तो कहीं युवक की पीट-पीट कर हत्या

इटली : डॉक्टरों ने स्वास्थ्य व्यवस्था के निजीकरण के ख़िलाफ़ हड़ताल की


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    लंबे संघर्ष के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायक को मिला ग्रेच्युटी का हक़, यूनियन ने बताया ऐतिहासिक निर्णय
    26 Apr 2022
    न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति अभय एस. ओका की पीठ ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र भी वैधानिक कर्तव्यों का पालन करते हैं तथा वे सरकार की विस्तारित इकाई बन गए हैं। पीठ ने कहा कि 1972 (ग्रेच्युटी का…
  • नाइश हसन
    हलाल बनाम झटका: आख़िर झटका गोश्त के इतने दीवाने कहां से आए?
    26 Apr 2022
    यह बहस किसी वैज्ञानिक प्रमाणिकता को लेकर कतई नहीं है। बहस का केन्द्र हिंदुओं की गोलबंदी करना है।
  • भाषा
    मस्क की बोली पर ट्विटर के सहमत होने के बाद अब आगे क्या होगा?
    26 Apr 2022
    अरबपति कारोबारी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की लगभग 44 अरब डॉलर की अधिग्रहण बोली को ट्विटर के बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। यह सौदा इस साल पूरा होने की उम्मीद है, लेकिन इसके लिए अभी शेयरधारकों और अमेरिकी…
  • भाषा
    कहिए कि ‘धर्म संसद’ में कोई अप्रिय बयान नहीं दिया जाएगा : न्यायालय ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव से कहा
    26 Apr 2022
    पीठ ने कहा, “हम उत्तराखंड के मुख्य सचिव को उपरोक्त आश्वासन सार्वजनिक रूप से कहने और सुधारात्मक उपायों से अवगत कराने का निर्देश देते हैं।
  • काशिफ काकवी
    मध्य प्रदेश : मुस्लिम साथी के घर और दुकानों को प्रशासन द्वारा ध्वस्त किए जाने के बाद अंतर्धार्मिक जोड़े को हाईकोर्ट ने उपलब्ध कराई सुरक्षा
    26 Apr 2022
    पिछले तीन महीनों में यह चौथा केस है, जहां कोर्ट ने अंतर्धार्मिक जोड़ों को सुरक्षा उपलब्ध कराई है, यह वह जोड़े हैं, जिन्होंने घर से भाग कर शादी की थी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License