NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
कृषि
मज़दूर-किसान
ख़बर भी-नज़र भी: किसानों ने कहा- गो बैक मोदी!
13 महीने चले किसान आंदोलन के स्थगित होने के बाद यह मोदी का पहला पंजाब दौरा है। इस बीच वे एक बार भी न किसानों के बीच गए न पंजाब गए। अब चुनाव हैं तो पंजाब जाना उनकी मजबूरी बन गया है, लेकिन किसान मोदी जी के तीन क़ानून, उनका रवैया और अपने 13 महीने की मुश्किलें भूले नहीं है, यही वजह है कि उन्होंने “गो बैक मोदी” का ऐलान कर दिया है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
05 Jan 2022
ख़बर भी-नज़र भी: किसानों ने कहा- गो बैक मोदी!

देश में कोरोना का आंकड़ा आज बढ़कर 50 हज़ार से ऊपर पहुंच गया है, लेकिन प्रधानमंत्री की रैलियों में कोई कमी नहीं आ रही। कल मंगलवार को वे मणिपुर और त्रिपुरा के दौरे पर थे तो आज पंजाब के फिरोजपुर में उनकी रैली है। इस बीच यूपी का तो ताबड़तोड़ दौरा जारी ही है।

ख़ैर, 13 महीने चले किसान आंदोलन के स्थगित होने के बाद यह उनका पहला पंजाब दौरा है। तीन कृषि क़ानून लागू करने और रद्द करने के बीच वे एक बार भी इस तरह न किसानों के बीच गए न पंजाब गए। अब चुनाव हैं तो पंजाब किसानों के बीच जाना उनकी मजबूरी बन गया है, लेकिन किसान मोदी जी के कानून और रवैया भूले नहीं है, यही वजह है कि उन्होंने “गो बैक मोदी” का ऐलान कर दिया है।  इसी को देखते हुए पंजाब ख़ासकर फिरोजाबाद में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। इस बीच रैली का विरोध कर रहे किसान संगठन के साथ पंजाब भाजपा के प्रभारी व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बैठक भी की। लेकिन किसानों ने विरोध जारी रखने का ऐलान किया है।

प्रधानमंत्री मोदी फिरोजपुर से 42750 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। वे फिरोजपुर में पीजीआई सैटेलाइट सेंटर और होशियारपुर और कपूरथला में दो मेडिकल कॉलेजों का भी नींवपत्थर रखेंगे। 

farmers
PM MODI
Farm Laws
rally
Assembly elections
Protest
Oppose
COVID 19
punjab

Related Stories

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

मुंडका अग्निकांड के खिलाफ मुख्यमंत्री के समक्ष ऐक्टू का विरोध प्रदर्शन

हिसारः फसल के नुक़सान के मुआवज़े को लेकर किसानों का धरना

लुधियाना: PRTC के संविदा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

दिल्लीः एलएचएमसी अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया का ‘कोविड योद्धाओं’ ने किया विरोध

राम सेना और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित करने की किसान संगठनों की मांग

बिजली संकट को लेकर आंदोलनों का दौर शुरू

नफ़रत देश, संविधान सब ख़त्म कर देगी- बोला नागरिक समाज

दिल्ली: लेडी हार्डिंग अस्पताल के बाहर स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी, छंटनी के ख़िलाफ़ निकाला कैंडल मार्च


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License