NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
कुवैत : पुलिस ने ईजिप्ट के मज़दूरों के विरोध प्रदर्शन को दबाया
कोरोना वायरस महामारी की वजह से काम खो चुके मज़दूर उन शेल्टर में फँसे हुए हैं जो देश के जवास क़ानूनों का उल्लंघन करने वालों के लिए बने हैं।
पीपल्स डिस्पैच
05 May 2020
कुवैत

सोमवार 4 मई को पुलिस एक स्टेट शेल्टर में प्रदर्शन कर रहे ग़ुस्साये ईजिप्ट के मज़दूरों की भीड़ को ख़ाली करवा दिया। मज़दूर तत्काल अपने देश वापस जाने की मांग कर रहे थे।

जिन शेल्टर में मज़दूरों को रखा गया है वे ऐसे लोगों को रखने के लिए हैं, जिन्होंने कुवैत के निवास क़ानूनों का उल्लंघन किया है। प्रदर्शनकारी मज़दूर ईजिप्ट, अपने घर जाना चाहते हैं क्योंकि उन्हें कोरोना वायरस महामारी के कारण काम से बाहर निकाल दिया गया है। पुलिस बलों ने बल प्रयोग कर हस्तक्षेप किया और कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ़्तार किया।

सोशल मीडिया पर कई वीडियो पोस्ट किए गए हैं जिनमें पुलिस उन मज़दूरों पर आंसू गैस से हमले कर रही है जो पूछ रहे हैं कि "हमारी एम्बेसी कहाँ है?" प्रदर्शनकारियों को तार से घेरा गया था।

बाद में ईजिप्ट एम्बेसी के अधिकारी शेल्टर में गए और मज़दूरों को आश्वासन दिया कि उन्हें ईजिप्ट ले जाने वाले विमान इस हफ़्ते से शुरू किए जाएंगे। कुवैती अधिकारियों ने पिछले दिनों यह भी कहा था कि वह देश के निवास क़ानून का उल्लंघन करने वाले मज़दूरों पर लगे जुर्माने और जेल की सज़ा को ख़ारिज कर देंगे, उर साथ उन्हें घर ले जाने वाले विमान का किराया भी नहीं लेंगे।

संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार 6 अरब देशों बहरीन, कुवैत, ओमान, क़तर, सऊदी अरब, और संयुक्त अरब अमीरात सहित जॉर्डन और लेबनान में 35 मिलियन विदेशी मज़दूर हैं, जो हर तरह के छोटे बड़े ज़रूरी काम करते हैं।

महामारी के बाद लगे लॉकडाउन की वजह से तेल की क़ीमतों में भारी गिरावट आई है, और इन मज़दूरों को अपनी नौकरी खोनी पड़ी है। कुवैत में कोविड-19 के 5270 से ज़्यादा मामले हैं, और 40 मौतें हो चुकी हैं।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

Kuwait
egypt
Egypt protests by workers
Coronavirus
Corona virus epidemic

Related Stories

प्रधानमंत्री जी... पक्का ये भाषण राजनीतिक नहीं था?

कोविड-19 टीकाकरण : एक साल बाद भी भ्रांतियां और भय क्यों?

लॉकडाउन-2020: यही तो दिन थे, जब राजा ने अचानक कह दिया था— स्टैचू!

कोरोना के दौरान सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं ले पा रहें है जरूरतमंद परिवार - सर्वे

सूडान: सैन्य तख़्तापलट के ख़िलाफ़ 18वें देश्वयापी आंदोलन में 2 की मौत, 172 घायल

हम भारत के लोग: समृद्धि ने बांटा मगर संकट ने किया एक

स्पेन : 'कंप्यूटर एरर' की वजह से पास हुआ श्रम सुधार बिल

दिल्ली: क्या कोरोना के नए मामलों में आई है कमी? या जाँच में कमी का है असर? 

कोविड पर नियंत्रण के हालिया कदम कितने वैज्ञानिक हैं?

अमीरों के लिए आपदा में अवसर बनी कोरोना महामारी – ऑक्स्फ़ाम इन्टरनेशनल की रिपोर्ट


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    केरल: RSS और PFI की दुश्मनी के चलते पिछले 6 महीने में 5 लोगों ने गंवाई जान
    23 Apr 2022
    केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने हत्याओं और राज्य में सामाजिक सौहार्द्र को खराब करने की कोशिशों की निंदा की है। उन्होंने जनता से उन ताकतों को "अलग-थलग करने की अपील की है, जिन्होंने सांप्रदायिक…
  • राजेंद्र शर्मा
    फ़ैज़, कबीर, मीरा, मुक्तिबोध, फ़िराक़ को कोर्स-निकाला!
    23 Apr 2022
    कटाक्ष: इन विरोधियों को तो मोदी राज बुलडोज़र चलाए, तो आपत्ति है। कोर्स से कवियों को हटाए तब भी आपत्ति। तेल का दाम बढ़ाए, तब भी आपत्ति। पुराने भारत के उद्योगों को बेच-बेचकर खाए तो भी आपत्ति है…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    लापरवाही की खुराकः बिहार में अलग-अलग जगह पर सैकड़ों बच्चे हुए बीमार
    23 Apr 2022
    बच्चों को दवा की खुराक देने में लापरवाही के चलते बीमार होने की खबरें बिहार के भागलपुर समेत अन्य जगहों से आई हैं जिसमें मुंगेर, बेगूसराय और सीवन शामिल हैं।
  • डेविड वोरहोल्ट
    विंबलडन: रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध ग़लत व्यक्तियों को युद्ध की सज़ा देने जैसा है! 
    23 Apr 2022
    विंबलडन ने घोषणा की है कि रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को इस साल खेल से बाहर रखा जाएगा। 
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    प्रशांत किशोर को लेकर मच रहा शोर और उसकी हक़ीक़त
    23 Apr 2022
    एक ऐसे वक्त जबकि देश संवैधानिक मूल्यों, बहुलवाद और अपने सेकुलर चरित्र की रक्षा के लिए जूझ रहा है तब कांग्रेस पार्टी को अपनी विरासत का स्मरण करते हुए देश की मूल तासीर को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License