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कुवैत : पुलिस ने ईजिप्ट के मज़दूरों के विरोध प्रदर्शन को दबाया
कोरोना वायरस महामारी की वजह से काम खो चुके मज़दूर उन शेल्टर में फँसे हुए हैं जो देश के जवास क़ानूनों का उल्लंघन करने वालों के लिए बने हैं।
पीपल्स डिस्पैच
05 May 2020
कुवैत

सोमवार 4 मई को पुलिस एक स्टेट शेल्टर में प्रदर्शन कर रहे ग़ुस्साये ईजिप्ट के मज़दूरों की भीड़ को ख़ाली करवा दिया। मज़दूर तत्काल अपने देश वापस जाने की मांग कर रहे थे।

जिन शेल्टर में मज़दूरों को रखा गया है वे ऐसे लोगों को रखने के लिए हैं, जिन्होंने कुवैत के निवास क़ानूनों का उल्लंघन किया है। प्रदर्शनकारी मज़दूर ईजिप्ट, अपने घर जाना चाहते हैं क्योंकि उन्हें कोरोना वायरस महामारी के कारण काम से बाहर निकाल दिया गया है। पुलिस बलों ने बल प्रयोग कर हस्तक्षेप किया और कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ़्तार किया।

सोशल मीडिया पर कई वीडियो पोस्ट किए गए हैं जिनमें पुलिस उन मज़दूरों पर आंसू गैस से हमले कर रही है जो पूछ रहे हैं कि "हमारी एम्बेसी कहाँ है?" प्रदर्शनकारियों को तार से घेरा गया था।

बाद में ईजिप्ट एम्बेसी के अधिकारी शेल्टर में गए और मज़दूरों को आश्वासन दिया कि उन्हें ईजिप्ट ले जाने वाले विमान इस हफ़्ते से शुरू किए जाएंगे। कुवैती अधिकारियों ने पिछले दिनों यह भी कहा था कि वह देश के निवास क़ानून का उल्लंघन करने वाले मज़दूरों पर लगे जुर्माने और जेल की सज़ा को ख़ारिज कर देंगे, उर साथ उन्हें घर ले जाने वाले विमान का किराया भी नहीं लेंगे।

संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार 6 अरब देशों बहरीन, कुवैत, ओमान, क़तर, सऊदी अरब, और संयुक्त अरब अमीरात सहित जॉर्डन और लेबनान में 35 मिलियन विदेशी मज़दूर हैं, जो हर तरह के छोटे बड़े ज़रूरी काम करते हैं।

महामारी के बाद लगे लॉकडाउन की वजह से तेल की क़ीमतों में भारी गिरावट आई है, और इन मज़दूरों को अपनी नौकरी खोनी पड़ी है। कुवैत में कोविड-19 के 5270 से ज़्यादा मामले हैं, और 40 मौतें हो चुकी हैं।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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