NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अग्रणी आइसक्रीम निर्माता बेन एंड जेरी की अवैध इज़रायली बस्तियों में संचालन को समाप्त करने की घोषणा
यह घोषणा बीडीएस आंदोलन द्वारा इज़रायल में और क़ब्जे वाले क्षेत्रों में इसकी अवैध बस्तियों में कंपनी के संचालन के ख़िलाफ़ निरंतर अभियान चलाने करने के बाद की गई है।
पीपल्स डिस्पैच
20 Jul 2021
अग्रणी आइसक्रीम निर्माता बेन एंड जेरी की अवैध इज़रायली बस्तियों में संचालन को समाप्त करने की घोषणा

बेन एंड जेरी ब्रांड आइसक्रीम के मालिकों ने सोमवार 19 जुलाई को घोषणा की कि यह "हमारे मूल्यों से असंगत" है इसलिए वे अपने उत्पादों को कब्जे वाले फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों (ओपीटी) में नहीं बेचेंगे।

बेन एंड जेरी एक लोकप्रिय ब्रांड है जिसका स्वामित्व एक बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिलीवर के पास है। यह अमेरिका में फिलिस्तीनी आंदोलन का समर्थन करने वाले एक्टिविस्टों के आलोचना की शिकार हुई और 2015 में एक अभियान के बाद बायकॉट, डायवेस्टमेंट एंड सैंक्शन (बीडीएस) आंदोलन से प्रभावित था। इस कंपनी के खिलाफ अभियान के आयोजकों ने अमेरिका में प्रगतिशील आंदोलनों और कंपनी के बीच ऐतिहासिक संबंधों को रेखांकित किया था। उन्होंने दावा किया कि अवैध इजरायली बस्तियों में इसकी उपस्थिति और बिक्री कंपनी की मानवाधिकारों के प्रति प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन करती है।

मई में गाजा पट्टी में हाल ही में इजरायली बमबारी के बाद और कब्जे वाले पूर्वी येरुशेलम में शेख जर्राह इलाके से फिलिस्तीनियों को जबरन बेदखल करने के बाद कंपनी के उत्पादों के बहिष्कार की मांग बढ़ गई थी।

10 जुलाई को फिलिस्तीन में वर्मोंटर फॉर जस्टिस जो बेन एंड जेरी को कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में अपने उत्पादों को बेचने से रोकने के लिए अभियान चला रहा है उसने एक बयान जारी कर कंपनी को "संयुक्त राज्य अमेरिका में नस्लवाद और सरकारी हिंसा के खिलाफ सराहनीय रुख" की याद दिला दी और मांग की कि वह इसी तरह की प्रतिबद्धता का पालन करे और "इजरायल के एकमात्र यहूदी सेटलमेंट शासन में अपनी जटिलता को समाप्त करे जो चोरी की फिलिस्तीनी भूमि पर बनाया गया है और फिलिस्तीनियों के लिए बड़ी कठिनाइयों का कारण है"।

कंपनी के निदेशकों के स्वतंत्र बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि कंपनी इज़रायल में अपने कारखाने के लिए इसके लाइसेंस समझौते का नवीनीकरण नहीं करेगी। इसका मतलब है कि इस साल के अंत तक इज़रायल में इसका संचालन समाप्त हो जाएगा।

सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों के बीच एक वैश्विक बीडीएस आंदोलन अभियान ने उन्हें इज़रायल के साथ अपने संबंध तोड़ने और इसके खिलाफ प्रतिबंध लगाने के लिए कहा ताकि फिलिस्तीनी भूमि पर इसके कब्जे को समाप्त करने के लिए दबाव डाला जा सके, वापसी के लिए शरणार्थी के अधिकार को मान्यता मिले और इजरायल के सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले। साल 2005 के बाद से जब इसे पहली बार लॉन्च किया गया था, कई कंपनियों और व्यक्तियों ने ओपीटी और इज़रायल में अपने संचालन को वापस ले लिया है।

BDS
Ben & Jerry
Israel
West Bank
Israeli West Bank

Related Stories

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई

ईरान नाभिकीय सौदे में दोबारा प्राण फूंकना मुमकिन तो है पर यह आसान नहीं होगा

शता ओदेह की गिरफ़्तारी फ़िलिस्तीनी नागरिक समाज पर इस्राइली हमले का प्रतीक बन गया है

141 दिनों की भूख हड़ताल के बाद हिशाम अबू हव्वाश की रिहाई के लिए इज़रायली अधिकारी तैयार

2021: अफ़ग़ानिस्तान का अमेरिका को सबक़, ईरान और युद्ध की आशंका


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License