NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
यूपी और बिहार में विधान परिषद चुनाव की गहमागहमी
यूपी में विधान परिषद की 12 सीटों के लिए 28 जनवरी को मतदान होना है। जबकि बिहार में विधान परिषद की दो सीटों के लिए उपचुनाव होना है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट/भाषा
18 Jan 2021
यूपी और बिहार में विधान परिषद चुनाव की गहमागहमी
फोटो साभार : jharkhandlivenews

लखनऊ: उत्तरप्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को भाजपा के 10 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया है। उधर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि अगर परिषद के चुनाव में मतदान होगा तो भारतीय जनता पार्टी के विधायक 'भागने' (क्रास वोटिंग) को तैयार हैं।

निर्वाचन अधिकारी ब्रजभूषण दुबे ने ‘भाषा’ को बताया कि निर्दलीय महेश चंद्र शर्मा ने भी नामांकन पत्र भरा है। इससे पहले, समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवार शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं।

उन्होंने बताया कि सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा, कुंवर मानवेन्द्र सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य शामिल हैं।

इसके अलावा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई, प्रदेश महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला और प्रदेश महामंत्री अश्वनी त्यागी, माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति और सुरेंद्र चौधरी ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना समेत कई मंत्री और विधायक मौजूद थे। नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले भाजपा के सभी उम्मीदवार पार्टी के प्रदेश मुख्यालय गए और इसके बाद विधान भवन पहुंचे।

उल्लेखनीय है क़ि सपा के अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किया।

उप्र के संसदीय एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को ‘भाषा’ से कहा, ‘‘भाजपा ने दस सुयोग्य उम्मीदवार दिए हैं जिन्हें राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र का व्यापक तजुर्बा है।’’

विधान परिषद चुनाव में भाजपा के विधायक भागने को तैयार : अखिलेश

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को विधान परिषद के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि अगर परिषद के चुनाव में मतदान होगा तो भारतीय जनता पार्टी के विधायक 'भागने' (क्रास वोटिंग) को तैयार हैं।

श्रावस्ती के दौरे पर गए अखिलेश यादव ने वहाँ पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मुझे यह पता नहीं है कि अभी कितने उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है, लेकिन अगर चुनाव में मतदान होगा तो भारतीय जनता पार्टी को अपने विधायकों का सम्मान करना पड़ेगा। उनके विधायक भागने के लिए तैयार हैं, क्योंकि उन्हें (विधायक) पता है कि बहुतों का टिकट 2022 में कट जाएगा।”

उल्लेखनीय है कि विधान परिषद की 12 सीटों के लिए 28 जनवरी को मतदान होना है। इस चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के 10 और समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। अगर किसी और दल ने अपने उम्मीदवार उतारे तो मतदान की स्थिति आ सकती है अन्यथा भाजपा और सपा के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे। हालांकि अब एक निर्दलीय के पर्चा भरने से मतदान की नौबत आ सकती है।

किसानों के मसले पर यादव ने कहा कि भाजपा से पूछिए कि धान का एमएसपी कहां दिलवाया, एक जगह भी बता दीजिए।

यादव ने कहा कि भाजपा मिस्ड कॉल पर सदस्यता देती है लेकिन वह मोबाइल नंबर कहां है जिस पर किसानों को एमएसपी (फसलो पर न्यूनतम समर्थन मूल्य) मिल जाए। यादव ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी, लेकिन छोटे दलों के लिए गुंजाइश रखेगी और रास्ता खुला रखेगी।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ समझौते के सवाल पर यादव ने कहा, “मैं अपनी पुरानी बात पर कायम हूं। उनके (शिवपाल) लिए भी रास्ता खुला है और अगर उनके अलावा कोई जीतने लायक उम्मीदवार होगा तो उसे भी मौका देंगे और विचार करेंगे।” यादव ने यह भी कहा कि सरकार बनने पर शिवपाल यादव को मंत्री पद दिया जाएगा।

कोरोना टीके के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, “ हमें वैज्ञानिकों और डॉक्टरों से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन सरकार से शिकायत है और मैं भारतीय जनता पार्टी की सरकार से पूछना चाहता हूं कि गरीबों को मुफ्त टीका कब लगेगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार गरीबों को मुफ्त टीका नहीं लगाना चाहती है।

बिहार विधानपरिषद उपचुनावः शाहनवाज़ हुसैन, मुकेश साहनी ने किया नामांकन

भागलपुर/पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और प्रदेश के मंत्री मुकेश सहनी बिहार विधान परिषद उपचुनाव में राजग उम्मीदवार होंगे।

बिहार में विधान परिषद के लिए होने वाले उपचुनाव में मैदान में उतरे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने रविवार को कहा कि वह राज्य में पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं।

हुसैन जो पूर्व में लगातार दो बार लोकसभा में भागलपुर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, बिहार विधान परिषद के लिए नामांकन के लिए कहलगांव से पटना के लिए रवाना होने से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल किया।

जानमोहम्मदपुर गांव में रविवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुसैन ने कहा कि पार्टी का हित उनके लिये सर्वोपरि है।

हुसैन ने कहा, ‘‘ शनिवार को केंद्रीय नेतृत्व का फोन आया था जिसपर हमने कहा कि अगर पार्टी भागलपुर का जिलाध्यक्ष भी बना देती तो उसे सहर्ष स्वीकार करता और कार्यकर्ता के तौर पर काम करता।’’ हुसैन ने कहा कि गत दिनों गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत के दौरान भी उन्होंने कहा था कि अगर दस साल भी कोई काम नहीं देंगे तो भी वह पार्टी के लिये काम करते रहेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘ जो सम्मान जीतकर भी नहीं मिल पाता है उससे कहीं अधिक भागलपुर की जनता ने सम्मान दिया। मोहब्बत पर कमल खिलाने का काम मैंने भागलपुर में किया।’’ भाजपा सूत्रों के मुताबिक हुसैन को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा खाली की गई सीट से मैदान में उतारा गया है। भाजपा नेता और पूर्व मंत्री बिनोद नारायण झा के बिहार विधानसभा के लिए चुने जाने के कारण परिषद की एक अन्य सीट के लिए उपचुनाव होना है। पार्टी ने राज्य मंत्री और विकासशील इन्सान पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष मुकेश सहनी को इस सीट से मैदान में उतारा है।

हुसैन ने जिस सीट के लिए नामांकन किया है उसका कार्यकाल 2024 में समाप्त हो रहा है। इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले हुसैन ने 1999 में 31 साल की उम्र में किशनगंज से लोकसभा में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था।

इस बीच बॉलीवुड में सेट डिजाइनर से नेता बने मुकेश सहनी ने अपने ट्विटर हैंडल पर खुलासा किया कि उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उम्मीदवारी के संबंध में सूचित किया।

सहनी पिछले साल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले विपक्षी महागठबंधन से नाता तोडकर राजग में शामिल हुए थे। उनकी पार्टी को भाजपा ने अपने कोटे से 11 सीटें दी थी जिसमें से चार सीटें जीतने में विकासशील इंसान पार्टी सफल रही थी हालांकि सहनी खुद हार गए थे।

UttarPradesh
Legislative Council
BJP
AKHILESH YADAV
SAMAJWADI PARTY
Yogi Adityanath

Related Stories

बदायूं : मुस्लिम युवक के टॉर्चर को लेकर यूपी पुलिस पर फिर उठे सवाल

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    मदर्स डे: प्यार का इज़हार भी ज़रूरी है
    08 May 2022
    कभी-कभी प्यार और सद्भावना को जताना भी चाहिए। अच्छा लगता है। जैसे मां-बाप हमें जीने की दुआ हर दिन हर पल देते हैं, लेकिन हमारे जन्मदिन पर अतिरिक्त प्यार और दुआएं मिलती हैं। तो यह प्रदर्शन भी बुरा नहीं।
  • Aap
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: केजरीवाल के ‘गुजरात प्लान’ से लेकर रिजर्व बैंक तक
    08 May 2022
    हर हफ़्ते की ज़रूरी ख़बरों को लेकर एक बार फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: हम सहनशील तो हैं, पर इतने भी नहीं
    08 May 2022
    हम ग़रीबी, बेरोज़गारी को लेकर भी सहनशील हैं। महंगाई को लेकर सहनशील हो गए हैं...लेकिन दलित-बहुजन को लेकर....अज़ान को लेकर...न भई न...
  • बोअवेंटुरा डे सौसा सैंटोस
    यूक्रेन-रूस युद्ध के ख़ात्मे के लिए, क्यों आह्वान नहीं करता यूरोप?
    08 May 2022
    रूस जो कि यूरोप का हिस्सा है, यूरोप के लिए तब तक खतरा नहीं बन सकता है जब तक कि यूरोप खुद को विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे के तौर पर तब्दील न कर ले। इसलिए, नाटो का विस्तार असल में यूरोप के सामने एक…
  • जितेन्द्र कुमार
    सवर्णों के साथ मिलकर मलाई खाने की चाहत बहुजनों की राजनीति को खत्म कर देगी
    08 May 2022
    सामाजिक न्याय चाहने वाली ताक़तों की समस्या यह भी है कि वे अपना सारा काम उन्हीं यथास्थितिवादियों के सहारे करना चाहती हैं जो उन्हें नेस्तनाबूद कर देना चाहते हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License